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4 Aug 2019 · 1 min read

दोस्ती

मानते हैं की हम दोस्त पैसे से गरीब हैं
वो निक्कमे परिवार से ज्यादा करीब हैं

हर बात का गलत मतलब निकालते हैं
हाँ वो गाली देना जैसे कोई तहज़ीब है

किसी के तो होते होंगे समझदार दोस्त
अपना गधों की फोज वाला नसीब है

हर दर्द में भी मुस्कुराकर हसा देते हैं
न जाने दोस्तों में कौन सी तरकीब है

इतिहास गढ़ जाते हैं दोस्ती में ‘नादान’
पक्की है दोस्ती तो आप खुशनसीब हैं

गौरव उनियाल ‘नादान’
देवभूमी उत्तराखंड

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