Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
1 Dec 2018 · 1 min read

सूरज

. सूरज सूरज, तू न होता
. धरती पर जीवन न होता

न होती नदियां और सागर
न पानी के मीठे निर्झर

नहीं होता खेतो में अन्न
बोलो क्या फिर खाते हम

न धरती होती हरियाली
न होती फूलों की क्यारी

वर्षा का नहीं होता नाम
न होती सुबह और श्याम

बार बार हर बार हजार
सूरज तुम को नमस्कार।

.. सूरज जीवन का आधार
… सूरज तुम को नमस्कार।

Loading...