Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
Comments (8)

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

खूब कहा
अपनो की फितरत के जख्म वक्त गुजरते गहराते
रचना मन को छू गई

16 Sep 2021 12:04 AM

श़ुक्रिया !

बहुत अच्छे मनोभाव

4 Sep 2021 02:14 PM

धन्यवाद !

हां ऐसा होता है। आपको सादर नमस्कार धन्यवाद सर

4 Sep 2021 01:38 PM

धन्यवाद !

बहुत खूब

4 Sep 2021 01:36 PM

श़ुक्रिया !

Loading...