Comments (12)
8 Dec 2020 01:29 PM
बहुत ही सुन्दर
Shyam Sundar Subramanian
Author
8 Dec 2020 02:31 PM
धन्यवाद !
8 Dec 2020 12:36 PM
बहुत गुढ शब्दावली का उपयोग हुआ, जितना कुछ समझ पाया हूं, तो इस दुनिया दारी में कम लोग हैं जो दूसरों के दुःख दर्द का अहसास करके अपने दायित्वों का निर्वहन करते हैं, ज्यादातर तो तिरस्कार भाव व्यक्त करते हुए चले जाते हैं।सादर प्रणाम।
Shyam Sundar Subramanian
Author
8 Dec 2020 02:30 PM
धन्यवाद !
8 Dec 2020 10:34 AM
Bahut badhiya
Shyam Sundar Subramanian
Author
8 Dec 2020 02:30 PM
धन्यवाद !
8 Dec 2020 08:59 AM
बहुत खूब लिखा है आपको सादर प्रणाम।
Shyam Sundar Subramanian
Author
8 Dec 2020 09:36 AM
धन्यवाद !
8 Dec 2020 08:48 AM
????
Shyam Sundar Subramanian
Author
8 Dec 2020 09:36 AM
श़ुक्रिया !
सराहनीय रचना सर
धन्यवाद !