Comments (10)
2 Dec 2020 11:12 AM
भावनाओं का प्रकटिकरण और उसका सृजन यह सब तभी संभव है जब हृदय केअंदर से भाव पैदा होते हैं और शायद उसी की परिणति इस रचना में परिलक्षित होती है! सादर अभिवादन श्रीमान श्याम सुंदर जी।
Shyam Sundar Subramanian
Author
2 Dec 2020 03:37 PM
प्रोत्साहन का साधुवाद !
2 Dec 2020 09:51 AM
बहुत खूबसूरत भाव प्रस्तुति
Shyam Sundar Subramanian
Author
2 Dec 2020 03:38 PM
धन्यवाद !
2 Dec 2020 06:45 AM
बहुत खूबसूरती से शब्दों को piroya है..शुभकामनाएं ?
Shyam Sundar Subramanian
Author
2 Dec 2020 03:39 PM
धन्यवाद !
1 Dec 2020 08:03 PM
काव्य के भाव की बहुत सुंदर प़स्तुति। आपको सादर अभिवादन।
Shyam Sundar Subramanian
Author
2 Dec 2020 12:42 AM
धन्यवाद !
उत्तम शब्दावली, अति सुंदर विवरण
प्रोत्साहन का साधुवाद !