बच्पन से कविता लिखने का शौक रखने वाला मैं देवेन्द्र कुमार (अंबर) ने श्री ओमप्रकाश दहीया गाँव कितलाना जिला भिवानी, हरियाणा के प्रागंण में 10 मई 1978 को जन्म लिया। प्राथमिक शिक्षा गाँव कितलाना की राजकीय प्राथमिक पाठशाला से ऊत्तिर्ण की व माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक शिक्षा के लिए जवाहर नवोद्य विद्यालय देवराला जिला भिवानी मे दाखिला प्राप्त किया। विज्ञान विषय से उच्च माध्यमिक शिक्षा ऊत्तिर्ण कर National Institute of Technology, Kurukshetra से विद्धूत अभियंतिकी से स्नातक की उपाधि प्राप्त कर निजी क्षेत्र में रिलायंस और अदानी जैसे संसथानो में बतोर अभियंता कार्य किया । तत्पस्चात स्वंय संचालित निर्माण व अभियंतिकी सलहाकार के रुप में निजी संसथा के तहत सेवा में लगन हैं ।
“परिचय”
कौन सी नगरी का कवि है,
कौन सी है कविता तेरी,
कौन से सागर की गहराई,
कि कितना गहरा दर्द है तेरा।
मृत्यु लोक, शिव नगर का वासी हूँ,
कवि कहाँ कविता का अभिलाषी हूँ।
हो रस, दर्द, मर्म, ओज, जोश का,
वीरता हो या हो वैभव प्रकृतियोन का।
चाँदनी सी शीतल कविता हो,
हो गहराई ममता की, कि दर्द माँ की कोख का,
सुमन शिशु की संरचना व्याख्या हो,
या हो उच्च चरित्र नारी की व्यथा।
दर्द प्रेम कली कुसुम सृष्टि सारी
उतार कविता में, दिल बहलाता मैं अपना।
देवेन्द्र दहिया- अंबर
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