You must be logged in to post comments.
अपने दाम़न के दाग़ों को देखते नहीं, ग़ैरों के ग़िरेबाँँ में झांकते हैं , खुद का आश़ियाना जल रहा , गैरों के आश़ियाने की फ़िक्र करते हैं ,
श़ुक्रिया !
बहुत सुंदर सर नमस्कार धन्यवाद सर
अपने दाम़न के दाग़ों को देखते नहीं,
ग़ैरों के ग़िरेबाँँ में झांकते हैं ,
खुद का आश़ियाना जल रहा ,
गैरों के आश़ियाने की फ़िक्र करते हैं ,
श़ुक्रिया !
बहुत सुंदर सर नमस्कार धन्यवाद सर