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आजाद भारत में आज आपकी समीक्षा! बहुत कुछ पाया है काफी कुछ पाने को शेष है, और यदि हम लोकतंत्र में थोड़ी सी सहिष्णुता बनाएं रखें तो सद्भावना पूर्ण वातावरण में भी उसे प्राप्त करने में सक्षम है! हां भले ही उसकी रफ़्तार धीमी हो सकती है,सादर अभिवादन
जयहिंद आपको सादर अभिवादन धन्यवाद सर
आजाद भारत में आज आपकी समीक्षा! बहुत कुछ पाया है काफी कुछ पाने को शेष है, और यदि हम लोकतंत्र में थोड़ी सी सहिष्णुता बनाएं रखें तो सद्भावना पूर्ण वातावरण में भी उसे प्राप्त करने में सक्षम है! हां भले ही उसकी रफ़्तार धीमी हो सकती है,सादर अभिवादन
जयहिंद आपको सादर अभिवादन धन्यवाद सर