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Comments (22)

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17 Aug 2020 10:08 PM

बहुत सुंदर प्रस्तुति

18 Aug 2020 12:02 PM

शुक्रिया आपका

13 Aug 2020 07:51 AM

Waah sir bahut badhiya ??

13 Aug 2020 09:08 AM

Thnx a lot Mam

4 Aug 2020 09:15 PM

बहुत अच्छा

4 Aug 2020 11:11 PM

Thnx a lot mam

4 Aug 2020 01:37 PM

लाजवाब सर,,,,,

4 Aug 2020 07:54 PM

Thnx sir g

2 Aug 2020 11:21 PM

बढ़िया

3 Aug 2020 01:42 PM

जी शुक्रिया

2 Aug 2020 01:41 PM

आमीन,अमीन, मां के प्रति ऐसे विचार सच में, बहुत सुंदर भाव है, किन्तु जीवन में जब जीवन संगिनी से वास्ता पड़ता है,तब मां को वही स्थान दिया जा सके, तभी यह उदगार सही मायने में अपनी अहमियत रखते हैं, इस दायित्व के निर्वहन के लिए संगिनी का सहयोग भी अति आवश्यक है, और यह तभी सम्भव है जब मां और पत्नी (बेगम) में संतुलन बिठाया जा सके, और कम ही लोग हैं जो यह कर पाते हैं, आपकी भावनाओं को शुभकामनाएं देते हुए।

2 Aug 2020 02:32 PM

धन्यवाद आदरणीय

2 Aug 2020 11:12 AM

लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती
बस एक माँ है जो मुझसे ख़फ़ा नहीं होती….

very nice ??

2 Aug 2020 12:01 PM

Thnx bhai

माँँ है मोहब्ब़त का नाम।
माँँ को हज़ारों सलाम।
कर दे फ़िदा ज़िंदगी।
आएगा बच्चों के काम।

उसको नहीं देखा हमने कभी पर उसकी जरूरत क्या होगी।
ए माँँ तेरी सूरत से अलग भगवान की सूरत
क्या होगी।

श़ुक्रिया !

1 Aug 2020 09:12 PM

वाह क्या बात है सर जी

1 Aug 2020 06:51 PM

माँ होती हीं है सशक्त रक्षिका ।बहुत सुंदर प्रस्तुति ।
धन्यवाद !

1 Aug 2020 07:49 PM

Thnx a lot mam

Vr nice

1 Aug 2020 03:07 PM

Thnx a lot

बहुत सुंदर आपको सादर अभिवादन बधाई

1 Aug 2020 03:08 PM

धन्यवाद आदरणीय

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