Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Aug 2020 · 2 min read

माँ

खुलती ही आंखें, मैंने जमीं पर एक फरिश्ते को जाना ।
रातों में तेरा जाग कर, मुझे आराम की नींद सुलाना ।
नाश्ता हो या खाना, हर चीज मेरी पसंद का बनाना ।
और मेरी खातिर, हर किसी से लड़ जाना ।।

कुछ कहे बिना ही, मेरी जरूरतों को समझ जाना ।
खत्म कर अपनी ख्वाहिशें, मेरी जिदों को पूरा कर जाना ।
सुनना ताने मेरी खातिर, रिश्तेदारों और पड़ोसियों के ।
और मेरी छोटी सी कामयाबी में फुले ना समाना ।।

किसी वजह से घर आने में, थोड़ी देरी का क्या होना ।
बस तेरी आंखों का, घर के दरवाजे पर टिक जाना ।
और मिलते ही मेरी आहट, तेरे चेहरे का फिर से खिल जाना ।
मानो देखते ही मुझे,उसे किसी कीमती तोहफे का मिल जाना ।।

मेरी गलतियों को, अपने दामन में छिपाना ।
मेरी कामयाबी को सारे अहबाब को बताना ।।
और मेरे अच्छे मुस्तकबिल के खातिर ।
तेरा नमाजो में रो-रो कर, मुसल्ले को भींगा जाना ।।

सुनकर मेरी परेशानी, तेरी पेशानी पे सिलवटों का पर जाना ।
मेरे दर्द में, तेरे चेहरे पे गम का दिख जाना ।
फिर मन ही मन, खुदा से मिन्नतें और मुनाजात करना ।
और तेरी दुआओं के असर से, मेरी मुश्किलों का खत्म हो जाना ।।

माँ, खुदा का तेरे पैरों के नीचे जन्नत का बताना ।
और तेरा खुदा को, सारे कायनात का रब बताना ।
पता नहीं क्या सरोकार है, तेरा खुदा के साथ ।
पर मैंने तो बस जमीं पर, तुझे ही खुदा जाना ।।

✍✍✍ मोहम्मद शारिक अमीन

Language: Hindi
11 Likes · 22 Comments · 381 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
■ आज का विचार...
■ आज का विचार...
*Author प्रणय प्रभात*
जीत जुनून से तय होती है।
जीत जुनून से तय होती है।
Rj Anand Prajapati
तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन पर उठता है ।
तुम देखो या ना देखो, तराजू उसका हर लेन देन पर उठता है ।
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
अपनी इबादत पर गुरूर मत करना.......
shabina. Naaz
प्रेम 💌💌💕♥️
प्रेम 💌💌💕♥️
डॉ० रोहित कौशिक
पत्थर का सफ़ीना भी, तैरता रहेगा अगर,
पत्थर का सफ़ीना भी, तैरता रहेगा अगर,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
दोस्ती
दोस्ती
राजेश बन्छोर
💐प्रेम कौतुक-293💐
💐प्रेम कौतुक-293💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अजीब है भारत के लोग,
अजीब है भारत के लोग,
जय लगन कुमार हैप्पी
होता सब चाहे रहे , बाहर में प्रतिकूल (कुंडलियां)
होता सब चाहे रहे , बाहर में प्रतिकूल (कुंडलियां)
Ravi Prakash
संविधान से, ये देश चलता,
संविधान से, ये देश चलता,
SPK Sachin Lodhi
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
gurudeenverma198
बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है।
बिना कोई परिश्रम के, न किस्मत रंग लाती है।
सत्य कुमार प्रेमी
" मँगलमय नव-वर्ष-2024 "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
** हद हो गई  तेरे इंकार की **
** हद हो गई तेरे इंकार की **
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
* शक्ति है सत्य में *
* शक्ति है सत्य में *
surenderpal vaidya
Today's Thought
Today's Thought
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इज़ाजत लेकर जो दिल में आए
इज़ाजत लेकर जो दिल में आए
शेखर सिंह
करो सम्मान पत्नी का खफा संसार हो जाए
करो सम्मान पत्नी का खफा संसार हो जाए
VINOD CHAUHAN
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
Manisha Manjari
కృష్ణా కృష్ణా నీవే సర్వము
కృష్ణా కృష్ణా నీవే సర్వము
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
अन्धी दौड़
अन्धी दौड़
Shivkumar Bilagrami
विश्व कविता दिवस
विश्व कविता दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
"फसाद की जड़"
Dr. Kishan tandon kranti
कि दे दो हमें मोदी जी
कि दे दो हमें मोदी जी
Jatashankar Prajapati
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
कवि रमेशराज
बकरी
बकरी
ganjal juganoo
जय शिव-शंकर
जय शिव-शंकर
Anil Mishra Prahari
“पतंग की डोर”
“पतंग की डोर”
DrLakshman Jha Parimal
रंग जीवन के
रंग जीवन के
kumar Deepak "Mani"
Loading...