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22 Jun 2020 03:59 PM

मार्मिक चित्रण

22 Jun 2020 08:40 AM

वाह

19 Jun 2020 07:49 AM

अति सुन्दर, मनुष्य योनि सारे पाप धुलने के बाद मिलते है। इसलिए इस उत्तम उपहार को युंही न त्याग करें ।सचेत करने वाली प्रस्तुति ।
धन्यवाद!

नमस्कार धन्यवाद आपका

अतिसुंदर भावयुक्त संदेशपूर्ण प्रस्तुति।

इस जहाँँ से आगे और भी जहाँँ हैं ।
इस जहाँँ में ज़िंदा खुशी की रोशनियाँ हैं ।
तो उस जहाँ मे खौफ़ का सन्नाटा और तारीकियाँ है।
उस जहाँँ में पहुंचकर ऱुह सुकुँ न पाएगी।
बेचैन भटकेगी अपने किए पर पछताएगी।

श़ुक्रिया !

आपकी पंत्तियां प्रेरणा दाती है आपको सादर प्रणाम

श्रीमान जी मानव शरीर अमूल्य है,इसे किसी भी आवेश में आकर न गंवाएं

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