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In reply to Ashwani Kumar Jaiswal
4 Dec 2021 06:27 AM

सादर अभिवादन श्रीमान, आपको, माँ गंगा तो पापनाशिनी है ही,
लेकिन नर्मदा के बारे में मत्स्यपुराण में ये श्लोक है _
त्रिभीः सास्वतं तोयं सप्ताहेन तुयामुनम्
सद्यः पुनीति गांगेयं दर्शनादेव नार्मदम्
अर्थात सरस्वती में तीन दिन, यमुना में सात दिन तथा गंगा में एक दिन स्नान करने से मनुष्य पावन होता है लेकिन नर्मदा के दर्शन मात्र से व्यक्ति पवित्र हो जाता है।

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