मनोज कर्ण
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4 Dec 2021 06:27 AM
सादर अभिवादन श्रीमान, आपको, माँ गंगा तो पापनाशिनी है ही,
लेकिन नर्मदा के बारे में मत्स्यपुराण में ये श्लोक है _
त्रिभीः सास्वतं तोयं सप्ताहेन तुयामुनम्
सद्यः पुनीति गांगेयं दर्शनादेव नार्मदम्
अर्थात सरस्वती में तीन दिन, यमुना में सात दिन तथा गंगा में एक दिन स्नान करने से मनुष्य पावन होता है लेकिन नर्मदा के दर्शन मात्र से व्यक्ति पवित्र हो जाता है।
4 Dec 2021 09:49 AM
मत्स्य पुराण की जानकारी देने के लिए हार्दिक धन्यवाद मनोज जी
मां नर्मदा की स्तुति, आपकी भक्ति अतुलनीय है। मां ग॔गा के भी दर्शन मात्र से पापों से मुक्ति मिलती है – श्री राम चरित मानस – गोस्वामी तुलसीदास