पंकज कुमार कर्ण
Author
24 Jun 2021 06:45 PM
मतलब हुआ, मुझमें चुगलखोरी नही है।
पंकज कुमार कर्ण
Author
24 Jun 2021 06:45 PM
वैसे, बहुत बहुत धन्यवाद् ??
कविता तो अच्छी बनी है ?
लेकिन “मैं बंद किबाड़ी हूॅं” तर्कसंगत नहीं बैठता।