सुरेश कुमार चतुर्वेदी
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11 Jan 2022 10:24 PM
आपको सादर प्रणाम धन्यवाद सर
पेड़ों के अंधाधुंध कटान पर हमारे उत्तराखंड में बाकायदा एक आंदोलन खड़ा हो गया था, काफी कुछ रोकथाम हुई भी, लेकिन विकास की अंधी दौड़ में फिर जंगल खाली होते जा रहे हैं! और उसके परिणाम स्वरूप अब बाढ़, भूस्खलन, बेमौसम बारिश,सूखा पडना आदि एक नियति बन गई है! ज्वलंत मुद्दे पर काव्य चर्चा रचना निश्चित ही प्रशंसनीय है,सादर अभिवादन सहित।