हे पथिक तुम प्रेम पथ के तेरा सदा कल्याण हो,भोर हो स्वप्निल सुनहरी, और सुनहरी शाम हो।। आपको सादर अभिवादन।
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हार्दिक आभार, सुंदर पंक्तियाँ
हे पथिक तुम प्रेम पथ के तेरा सदा कल्याण हो,भोर हो स्वप्निल सुनहरी, और सुनहरी शाम हो।। आपको सादर अभिवादन।