वाह वाह भैया
लाजवाब गीत रचना
जिंदाबाद
सहृदय आभार अनुजवर
वन्दनीय सृजन … भावपूर्ण … सुंदर कृति …आपका लेखन सराहनीय है । आदरणीय … उक्त शीर्षक पर मेरी मौलिक रचना “पिता महज एक व्यक्ति नहीं है” को अपना स्नेहाशीष प्रदान करें।
रचना पर पहुंच कर like & comment करें ।
बहुत सुंदर, भावपूर्ण सृजन आदरणीय।
बहुत ही खुुबसूरत रचना।
कृपा मेरा गुरूर है पिता रचना पढकर कृतार्थ करें।
Bahut bahut
धन्यवाद आदरणीय, बेहद शुक्रिया
सुन्दर सृजन आदरणीय
सहृदय आभार आदरणीय श्री
वाह! वाह! वाह! अतीव सुन्दर व शानदार मनभावन सृजन भैयाजी
सहृदय आभार अनुजा
वाह
सहृदय आभार आदरणीय श्री
FABULOUS
सहृदय आभार, एक लाइक आप से अपेक्षित है सादर
अनुपम सृजन
नमन आपको
प्रतिनमन आदरणीय श्री, सहृदय आभार आपका
बहुत सुंदर
सहृदय आभार आदरणीया
बहुत सुंदर सर नमस्कार
जी सादर अभिवादन सहित नमन सर जी, एक लाइक आप से भी अपेक्षित है।
बहुत खूब
सहृदय आभार आदरणीया
अति सुन्दर, आपके शब्दों एवं मार्मिक भावनावो के लिये आपको साधुवाद
हृदय से आभार सर जी
Bahut sundar
Thanks
अति उत्तम गीत।
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीय श्री
अति सुंदर
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीय श्री
अति सुंदर प्रस्तुति जी
सहृदय आभार आदरणीया
अति सुन्दर पंक्ति खिली है अंकल जी
पिता ही हमारे ईश्वर होते हैं। ्
सहृदय आभार प्रियवर
शानदार 👍👌