अतिसुंदर पितृ वंदना अभिव्यक्ति के स्वर !
धन्यवाद !
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीय श्री
मेरे लिए अभी तक का सर्वोत्तम रचना धन्यवाद आपका
सहृदय आभार प्रियवर
अतिउत्तम रचना । पिता कर्तव्य पथ पर चलता रहता है, पिता के चरणों मे वन्दन
सादर अभिवादन सहित नमन अग्रज श्री
Bahut sundar
सहृदय आभार
बहुत ही सुन्दर रचना।सच में पिता के जैसा कोई नहीं होता इस दुनिया में
सहृदय आभार आदरणीया
अति सुंदर
सहृदय आभार आदरणीय श्री
बहुत सुंदर अभिव्यक्ति
सहृदय आभार आदरणीया
अति सुन्दर रचना
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीया
बहुत सुंदर…
हृदय से आभार आदरणीय, एक लाइक अपेक्षित है आप से
बहुत ही सुन्दर।मेरी रचना पिता की याद भी देखे और अपनी बहुमुल्य प्रतिक्रिया दे कर मुझे कृतार्थ करे
सहृदय आभार आदरणीया
अप्रतिम
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीय श्री
पिता विषय पर आपकी अति सुंदर हेतु बहुत बहुत बधाई! मेरी रचना ‘कर्ज भरना पिता का न आसान है’ का अवलोकन भी अवश्य करें। यदि रचना अच्छी लगे तो आशीर्वाद स्वरूप लाइक व कमेंट भी दें।
सादर अभिवादन सहित नमन सर जी, मैंने पूर्व में आपकी रचना पर लाइक एवं कमेंट कर दिया है
धन्यवाद!
अति सुंदर रचना आपकी मान्यवर, कृपया मेरी रचना शीर्षक ” पिता – नीम की छाँव सा ” को नजर कर अपने विचार साझा करें , धन्यवाद आपका।
सहृदय आभार आदरणीय श्री
बेहतरीन भाव हैं। पिता जो संस्कार अपनी कठोरता से देता है वह जीवन का निर्माण करते हैं और निर्णय लेने की क्षमता का विकास करते हैं।
सादर अभिवादन सहित नमन दी, हृदय से आभार
धन्यवाद अनुज
जय हो पितादेव जी
बहुत सुंदर सृजन
सादर अभिवादन सहित नमन बन्धुवर
Bahut sundar
सादर अभिवादन सहित नमन
आला-तरीन
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीय श्री
आदरणीय संजीव जी ,बहुत सुंदर सार्थक सृजन , शुभकामनाएं।
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीय श्री
पितृ स्तुति इस से बढ़िया नहीं हो सकती। बहुत ही भावपूर्ण सुन्दर गीत लिखा आपने, वाह वाह वाह
सहृदय आभार मित्रवर
बहुत सुंदर सृजन आदरणीय सर
सादर अभिवादन सहित नमन आदरणीया