Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Feb 2024 · 1 min read

Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they al

Nothing you love is lost. Not really. Things, people—they always go away, sooner or later. You can’t hold them, any more than you can hold moonlight. But if they’ve touched you, if they’re inside you, then they’re still yours. The only things you ever really have are the ones you hold inside your heart.

191 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कठिनताओं की आवाजाही हीं तो, जीवन को लक्ष्य से मिलवाती है।
कठिनताओं की आवाजाही हीं तो, जीवन को लक्ष्य से मिलवाती है।
Manisha Manjari
हंसें और हंसाएँ
हंसें और हंसाएँ
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
Shweta Soni
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
प्रेम में कुछ भी असम्भव नहीं। बल्कि सबसे असम्भव तरीक़े से जि
प्रेम में कुछ भी असम्भव नहीं। बल्कि सबसे असम्भव तरीक़े से जि
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
गांधीजी का भारत
गांधीजी का भारत
विजय कुमार अग्रवाल
आसमाँ  इतना भी दूर नहीं -
आसमाँ इतना भी दूर नहीं -
Atul "Krishn"
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
ऐ हवा तू उनके लवों को छू कर आ ।
ऐ हवा तू उनके लवों को छू कर आ ।
Phool gufran
#लिख_के_रख_लो।
#लिख_के_रख_लो।
*प्रणय*
नन्हें बच्चे को जब देखा
नन्हें बच्चे को जब देखा
Sushmita Singh
मेरी हर धड़कन तुम्हारी सांसों की विरासत है,
मेरी हर धड़कन तुम्हारी सांसों की विरासत है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मर्द
मर्द
Shubham Anand Manmeet
सफर दर-ए-यार का,दुश्वार था बहुत।
सफर दर-ए-यार का,दुश्वार था बहुत।
पूर्वार्थ
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
बोये बीज बबूल आम कहाँ से होय🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
***************गणेश-वंदन**************
***************गणेश-वंदन**************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
" बहाना "
Dr. Kishan tandon kranti
गुफ्तगू करना चाहो तो
गुफ्तगू करना चाहो तो
Chitra Bisht
एक अलग ही दुनिया
एक अलग ही दुनिया
Sangeeta Beniwal
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
बिन चाहे गले का हार क्यों बनना
Keshav kishor Kumar
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
सफाई इस तरह कुछ मुझसे दिए जा रहे हो।
Manoj Mahato
अंगड़ाई
अंगड़ाई
भरत कुमार सोलंकी
अटूट प्रेम
अटूट प्रेम
Shyam Sundar Subramanian
उपहास
उपहास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
मां सीता की अग्नि परीक्षा ( महिला दिवस)
Rj Anand Prajapati
बगुलों को भी मिल रहा,
बगुलों को भी मिल रहा,
sushil sarna
बुंदेली दोहा- छला (अंगूठी)
बुंदेली दोहा- छला (अंगूठी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
जीवन और जिंदगी
जीवन और जिंदगी
Neeraj Agarwal
Loading...