Nअनुभव के काँटों पर तोलो
अनुभव के काँटे पर तोलो ,पहले सभी विचार
दूर करो फिर सोच समझकर ,उनमें छिपे विकार
दौलत की चाहत में करते,रहते लूट खसूट
लालच में जो हाथ हमारे, वो भी जाता छूट
कर्म करो पर फल की करना, कभी नहीं परवाह
संतोषी मन से ही मिलता, खुशियों का संसार
अनुभव के काँटे पर तोलो, पहले सभी विचार
सच को जो अपनाकर चलते, वे होते हैं वीर
हों हालात कठिन कितने भी, नहीं छोड़ते धीर
यहाँ समझना बहुत जरूरी, मानव की पहचान *
कायर लोग किया करते हैं, सदा पीठ पर वार
अनुभव के काँटे पर तोलो, पहले सभी विचार
छाँव हमेशा देते रहते, रिश्ते हैं अनमोल
कभी नहीं ओ मानव इनको, तू दौलत से तोल
ये ही अच्छे बुरे समय में, आते अपने काम
और लुटाते रहते हम पर , केवल अपना प्यार
अनुभव के काँटे पर तोलो, पहले सभी विचार
मिश्री जैसी मीठी मीठी, भाती सब को बात
लेकिन कड़वे बोल हमेशा ,करते दिल पर घात
इन शब्दों में छिपा हुआ है , याद रहे सद ज्ञान
आँख, नाक और कान खोलकर , रहना है तैयार
अनुभव के काँटे पर तोलो, पहले सभी विचार
22-10-2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद