Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Feb 2022 · 1 min read

My Expressions

Bad deeds always prevail over good deeds of an individual.

Language: English
Tag: Quotation
172 Views
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all

You may also like these posts

मरती इंसानियत
मरती इंसानियत
Sonu sugandh
go88xncom
go88xncom
go88xncom
"तेरे वादे पर"
Dr. Kishan tandon kranti
मज़दूर कर रहे काम, कोयलों की खानों में,
मज़दूर कर रहे काम, कोयलों की खानों में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पीकर चलना  नारियल , करना तू प्रयास ।
पीकर चलना नारियल , करना तू प्रयास ।
Neelofar Khan
राह कठिन है राम महल की,
राह कठिन है राम महल की,
Satish Srijan
मैं जिससे चाहा,
मैं जिससे चाहा,
Dr. Man Mohan Krishna
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
पर्यावरणीय सजगता और सतत् विकास ही पर्यावरण संरक्षण के आधार
डॉ०प्रदीप कुमार दीप
गणपति संगै रहबै यौ
गणपति संगै रहबै यौ
उमा झा
गर्मी और नानी का घर
गर्मी और नानी का घर
अमित
राजनीति पर दोहे
राजनीति पर दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
अपने देश की अलग एक पहचान है,
अपने देश की अलग एक पहचान है,
Suraj kushwaha
4699.*पूर्णिका*
4699.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
जिसने अपने जीवन में दर्द नहीं झेले उसने अपने जीवन में सुख भी
Rj Anand Prajapati
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
Ravikesh Jha
आजकल ईश्वर ,ठीक मेरे बगल में सोता है...
आजकल ईश्वर ,ठीक मेरे बगल में सोता है...
पूर्वार्थ
श्राद्ध
श्राद्ध
Mukesh Kumar Sonkar
चाहो जिसे चाहो तो बेलौस होके चाहो
चाहो जिसे चाहो तो बेलौस होके चाहो
shabina. Naaz
पुर शाम की तन्हाइयां जीने नहीं देती।
पुर शाम की तन्हाइयां जीने नहीं देती।
Kumar Kalhans
ज़माना
ज़माना
Rajeev Dutta
🙅बड़ा सवाल🙅
🙅बड़ा सवाल🙅
*प्रणय*
*जुलूस की तैयारी (छोटी कहानी)*
*जुलूस की तैयारी (छोटी कहानी)*
Ravi Prakash
ये जो लोग दावे करते हैं न
ये जो लोग दावे करते हैं न
ruby kumari
*चांद नहीं मेरा महबूब*
*चांद नहीं मेरा महबूब*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जीवन सरल चाहते हो तो
जीवन सरल चाहते हो तो
करन ''केसरा''
हो कहीं न कहीं ग़लत रहा है,
हो कहीं न कहीं ग़लत रहा है,
Ajit Kumar "Karn"
नई प्रजाति के गिरगिट
नई प्रजाति के गिरगिट
Shailendra Aseem
प्रीतघोष है प्रीत का, धड़कन  में  नव  नाद ।
प्रीतघोष है प्रीत का, धड़कन में नव नाद ।
sushil sarna
संघर्ष
संघर्ष
Er.Navaneet R Shandily
Loading...