Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jan 2022 · 1 min read

My Expressions

Utility of a product is subjective; depending on the personal ability of the user deriving it’s benefit to the desirable extent.

Language: English
Tag: Quotation
333 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Shyam Sundar Subramanian
View all
You may also like:
"मैं पूछता हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
"जिंदगी"
Yogendra Chaturwedi
सूरज - चंदा
सूरज - चंदा
Prakash Chandra
बनारस का घाट
बनारस का घाट
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
दुख निवारण ब्रह्म सरोवर और हम
दुख निवारण ब्रह्म सरोवर और हम
SATPAL CHAUHAN
भ्रात-बन्धु-स्त्री सभी,
भ्रात-बन्धु-स्त्री सभी,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अनादि
अनादि
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
*देश की आत्मा है हिंदी*
*देश की आत्मा है हिंदी*
Shashi kala vyas
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
shabina. Naaz
दुआ को असर चाहिए।
दुआ को असर चाहिए।
Taj Mohammad
धोखा खाना क्या बुरा, धोखा खाना ठीक (कुंडलिया )
धोखा खाना क्या बुरा, धोखा खाना ठीक (कुंडलिया )
Ravi Prakash
सिया राम विरह वेदना
सिया राम विरह वेदना
Er.Navaneet R Shandily
दुःख हरणी
दुःख हरणी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इंद्रदेव की बेरुखी
इंद्रदेव की बेरुखी
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
💐प्रेम कौतुक-513💐
💐प्रेम कौतुक-513💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है
मेरी हस्ती का अभी तुम्हे अंदाज़ा नही है
'अशांत' शेखर
हिन्दी में ग़ज़ल की औसत शक़्ल? +रमेशराज
हिन्दी में ग़ज़ल की औसत शक़्ल? +रमेशराज
कवि रमेशराज
वो इबादत
वो इबादत
Dr fauzia Naseem shad
धर्मराज
धर्मराज
Vijay Nagar
योग
योग
जगदीश शर्मा सहज
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें।
कह पाना मुश्किल बहुत, बातें कही हमें।
surenderpal vaidya
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
चेहरे का रंग देख के रिश्ते नही बनाने चाहिए साहब l
Ranjeet kumar patre
आम्बेडकर मेरे मानसिक माँ / MUSAFIR BAITHA
आम्बेडकर मेरे मानसिक माँ / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
3372⚘ *पूर्णिका* ⚘
3372⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
किसी के साथ सोना और किसी का होना दोनों में ज़मीन आसमान का फर
Rj Anand Prajapati
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
*प्रश्नोत्तर अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में,
फ़ेहरिस्त रक़ीबों की, लिखे रहते हो हाथों में,
Shreedhar
माँ भारती की पुकार
माँ भारती की पुकार
लक्ष्मी सिंह
मुझे अंदाज़ है
मुझे अंदाज़ है
हिमांशु Kulshrestha
Loading...