Meri jindgi
मेरी जिन्दगी खाली-खाली
क्यो लग रही है
कोई नही
मेरी जिन्दगी में
पर तु कही है
मेरी जिन्दगी खाली-खाली
क्यो लग रही है
जिन्ने तारे तु गिन के सो गयी है
मेरे सपने,मेरे खवाबो की कोई गिनती नही है
मेरी जिन्दगी खाली-खाली
क्यो लग रही है
कोई नही ,मेरी जिन्दगी मे
पर तु कही है
जो हकीकत
वो अपना कही है
सब खवाब टूटे
लगता तु भी हकीकत नही है
मेरी जिन्दगी खाली-खाली
क्यो लग रही है
तु नही कुछ नही
तु है तो सब कुछ सही है
मेरी जिन्दगी खाली-खाली
भर रही है
मेरे रब्बा
मेरी जिन्दगी मे तु कही है
कैसे माँगू
तुझे उस खुदा से
पर तु खुद मे समाया कही है
मेरी जिन्दगी खाली-खाली
भर रही है
कोई नही ,मेरी जिन्दगी मे
पर तु कही हैै
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Swami Ganganiya