Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Feb 2024 · 1 min read

“Looking up at the stars, I know quite well

“Looking up at the stars, I know quite well
That, for all they care, I can go to hell,
But on earth indifference is the least
We have to dread from man or beast.

How should we like it were stars to burn
With a passion for us we could not return?
If equally affection cannot be,
Let the more loving one be me.

Admirer as I think I am
Of stars that do not give a damn,
I cannot, now I see them, say
I missed one terribly all day.

Were all stars to disappear or die,
I should learn to look at an empty sky
And feel its total dark sublime
Though this might take me a little time.”

110 Views

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो
टूटे हुए पथिक को नई आश दे रहीं हो
Er.Navaneet R Shandily
" फरेबी "
Dr. Kishan tandon kranti
#विस्मृत_स्मृति_दिवस
#विस्मृत_स्मृति_दिवस
*प्रणय*
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
दिन को रात और रात को दिन बना देंगे।
Phool gufran
एक दुआ दिल से
एक दुआ दिल से
MEENU SHARMA
3833.💐 *पूर्णिका* 💐
3833.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"अनुरोध"
DrLakshman Jha Parimal
।। मति बदली , जीवन बदला ।।
।। मति बदली , जीवन बदला ।।
पूर्वार्थ
बुंदेली दोहे-फदाली
बुंदेली दोहे-फदाली
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हम कहाँ कोई जमीं या
हम कहाँ कोई जमीं या
Dr. Sunita Singh
*जन्मभूमि है रामलला की, त्रेता का नव काल है (मुक्तक)*
*जन्मभूमि है रामलला की, त्रेता का नव काल है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
Under This Naked Sky I Wish To Hold You In My Arms Tight.
Under This Naked Sky I Wish To Hold You In My Arms Tight.
Manisha Manjari
होली
होली
Madhuri mahakash
करवा चौथ@)
करवा चौथ@)
Vindhya Prakash Mishra
अपने शौक को जिंदा रखिए ..
अपने शौक को जिंदा रखिए ..
ओनिका सेतिया 'अनु '
" चलो उठो सजो प्रिय"
Shakuntla Agarwal
उड़ान ऐसी भरो की हौसलों की मिसाल दी जाए।।
उड़ान ऐसी भरो की हौसलों की मिसाल दी जाए।।
Lokesh Sharma
मैं एक आम आदमी हूं
मैं एक आम आदमी हूं
हिमांशु Kulshrestha
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
ऐसा क्यों होता है..?
ऐसा क्यों होता है..?
Dr Manju Saini
अध्यापक:द कुम्भकार
अध्यापक:द कुम्भकार
Satish Srijan
जिंदगी की उड़ान
जिंदगी की उड़ान
Kanchan verma
निरोगी काया
निरोगी काया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अनंत शून्य
अनंत शून्य
Shekhar Deshmukh
पितृ दिवस पर दोहा सप्तक. . . . .
पितृ दिवस पर दोहा सप्तक. . . . .
sushil sarna
प्रेम.... मन
प्रेम.... मन
Neeraj Agarwal
** लगाव नहीं लगाना सखी **
** लगाव नहीं लगाना सखी **
Koमल कुmari
"धन-दौलत" इंसान को इंसान से दूर करवाता है!
Ajit Kumar "Karn"
यूँ  तो  दुनिया  में  मेले  बहुत  हैं।
यूँ तो दुनिया में मेले बहुत हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...