Posts Language: Hindi 1.3L posts List Grid Previous Page 7 Next Shyam Sundar Subramanian 10 Nov 2024 · 1 min read कुछ सवालात कितना उलझाओगे ख़ुद को ज़ंजीर -ए -रिवायात में , कुछ सवालात कौंधते रह जाएंगे परदा- ए- ज़ेहन में , अंधेरे न छटेंगे हर क़दम आग़ाज़ -ए-सहर के उजालों में ,... Hindi · कविता 23 Share Shashi Mahajan 10 Nov 2024 · 4 min read पिंड दान पिता का पिंड दान देते हुए अजय को लगा जैसे आज तक उसने अपने पिता को कभी एक मनुष्य के रूप में जाना ही नहीं , वे वृद्ध हो रहें... Hindi · Https://youtu.be/0VmclmMDC4g · कहानी 23 Share Shyam Sundar Subramanian 10 Nov 2024 · 1 min read गर्दिश-ए-अय्याम मै अकेला चला था इस सफ़र में ना कोई हमराह , ना हम-सफ़र , मंजिल से बेख़बर इस आस में कहीं तो पहुँचेगी ये डगर , राह में ठोकर खाकर... Hindi · कविता 24 Share DrLakshman Jha Parimal 10 Nov 2024 · 1 min read "अनुरोध" डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= बने हो फेसबूक के दोस्त, विचारों में बंधे रहना ! करोगे द्वंद अपनों से ,नहीं तुम दोस्ती करना !! करो सम्मान तुम सबका,समझ आपस में... Hindi · कविता 26 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 10 Nov 2024 · 1 min read नवगीत काट रही है भूख चिकोटी। दूध नहीं है छाती में पर चिपकी मुनिया छोटी। देख रही है दुनिया सारी केवल अल्हड़ यौवन, कामी बनकर घूरें नजरें बना ज़माना दुश्मन। हमने... Hindi · नवगीत 27 Share जय लगन कुमार हैप्पी 10 Nov 2024 · 9 min read बहु घर की लक्ष्मी बहु घर की लक्ष्मी यह शब्द बहुत दिनों से सुनने को मिल रहा है और हम लोग आसपास में हमेशा यह शब्द सुनते रहते हैं पर असल में बहु घर... Hindi · कहानी 50 Share gurudeenverma198 10 Nov 2024 · 1 min read कहते हैं जबकि हम तो कहते हैं जबकि हम तो, यू आर ब्यूटीफुल।(फ्लावर) कहती हो हमको क्यों तुम, यू आर वेरीफुल।।(मूर्ख) बताओ कुछ तो हमको, कहाँ हुई है हमसे भूल। कहते हैं जबकि हम तो--------------------------।।... Hindi · गीत 27 Share Ravi Prakash 10 Nov 2024 · 1 min read *यह दुर्भाग्य गृहस्थी में प्रभु, कभी किसी के लाना मत (हिंदी *यह दुर्भाग्य गृहस्थी में प्रभु, कभी किसी के लाना मत (हिंदी गजल)* _________________________ 1) यह दुर्भाग्य गृहस्थी में प्रभु, कभी किसी के लाना मत घर की ईंटों को आपस में,... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 · माता पिता 1 31 Share Ravi Prakash 10 Nov 2024 · 1 min read *जाते तानाशाह हैं, कुर्सी को जब छोड़ (कुंडलिया)* *जाते तानाशाह हैं, कुर्सी को जब छोड़ (कुंडलिया)* _________________________ जाते तानाशाह हैं, कुर्सी को जब छोड़ लगता है उनको यही, अंतिम जीवन-मोड़ अंतिम जीवन-मोड़, कहॉं अब बची कहानी मनमानी कब... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 25 Share RAMESH SHARMA 10 Nov 2024 · 1 min read उनसे रहना चाहिए, हमें सदा आगाह उनसे रहना चाहिए, हमें सदा आगाह। गलती पर भी और की,लिखें अगर वे वाह।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 29 Share RAMESH SHARMA 10 Nov 2024 · 1 min read रहती जिनके सोच में, निंदा बदबूदार . रहती जिनके सोच में, निंदा बदबूदार । स्वयंम्भू घोषित करें, खुद को बरखुरदार।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 38 Share राजीव नामदेव 'राना लिधौरी' 9 Nov 2024 · 3 min read आकांक्षा पत्रिका 2024 की समीक्षा *#आकांक्षा* वार्षिक पत्रिका- वर्ष 19, अंक 19 सन- 2024 *#नदी विशेषांक* संपादक- श्री #राजीव_नामदेव #राना_लिधौरी प्रकाशक- #मध्य_प्रदेश_लेखक_संघ जिला इकाई (#टीकमगढ़) ============================ किसी भी साहित्यिक पत्रिका का 19 वर्ष से लगातार... Hindi · Akansha Megzeen · Rajee V Namdeo Rana LidhorI · आकांक्षा पत्रिका टीकमगढ़ · नदी विशेषांक · राजीव नामदेव राना लिधौरी 1 23 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 9 Nov 2024 · 1 min read बात मुचलके पर रिहा हुई है बात मेरी किसी के रूबरू इतनी है औकात मेरी -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 82 Share सिद्धार्थ गोरखपुरी 9 Nov 2024 · 1 min read आज आज उम्मीदों में कुछ रक्खा है उसने पा लूँ इन उम्मीदों में उसको... उम्मीद है ये -सिद्धार्थ गोरखपुरी Hindi · शेर 1 77 Share gurudeenverma198 9 Nov 2024 · 1 min read ना मालूम क्यों अब भी हमको ना मालूम क्यों अब भी हमको, याद तुम्हारी आती है। दूर नहीं तू इस दिल से, अब भी करीब तू रहती है।। ना मालूम क्यों अब भी------------------------।। मानते हैं यह... Hindi · गीत 23 Share Shriyansh Gupta 9 Nov 2024 · 1 min read सच्चा नाता सच्चा नाता हो अगर, करते हम विश्वास। करते है हम जन सभी, अपनों से ही आस। - श्रीयांश गुप्ता Hindi · दोहा 1 31 Share Manisha Manjari 9 Nov 2024 · 1 min read सोचा नहीं था एक दिन , तू यूँ हीं हमें छोड़ जाएगा। सोचा नहीं था एक दिन , तू यूँ हीं हमें छोड़ जाएगा, हर पल की खामोशी में फिर, बनकर तू याद सताएगा। वक्त जो संग बीता था, क्या फिर लौट... Hindi · Manisha Manjari · Manisha Manjari Hindi Poem · कविता · मनीषा मंजरी 1 1 28 Share लक्ष्मी सिंह 9 Nov 2024 · 1 min read विश्वासघात/धोखा विश्वासघात/धोखा छीन लेता है आत्मविश्वास और दे जाता है असहनीय पीड़ा, अवसाद,घुटन,बेइन्तहा दर्द। -लक्ष्मी सिंह Hindi · Quote Writer · कोटेशन 1 2 28 Share Divakriti 9 Nov 2024 · 1 min read "मज़ाक" यह सब सुनकर वह घंटों तक रोती है और तुम कहते हो बातें यह रोज़ रोज़ की होती हैं? तुम्हारा मज़ाक वह उनके लिए श्राप सा होता है , अरे... Hindi · कविता 2 28 Share Ram Krishan Rastogi 9 Nov 2024 · 1 min read गहरे जख्म गहरे जख्म भी अपने देते है, जो सहे भी नहीं जाते, और कहे भी नहीं जाते। फिर भी उनको दूर नहीं कर पाते।। ये कैसा रिश्ता है अपनो से, जिनको... Hindi 2 1 100 Share *प्रणय* 9 Nov 2024 · 1 min read #मुक्तक- #मुक्तक- ■ सबकी सूरत एक सी। [प्रणय प्रभात] "अदाओं की सब पे चढ़ी है ख़ुमारी। सभी ये समझते हैं सूरत है प्यारी।। कभी तह में जाओ, पता तब चलेगा। हक़ीक़त... Hindi · प्रणय के मुक्तक 1 20 Share प्रभाकर मिश्र 9 Nov 2024 · 1 min read पंक्तियाँ मिलोगी कंही जब प्रिये तुम मुझे, अश्रु नयनों को तेरे भिगो जाएंगे। जिस जगह तुम गए थे मुझे छोड़कर, उस जगह ही खड़े हम नजर आएंगे। मिलोगी कंही जब प्रिये... Hindi 1 17 Share Shyam Sundar Subramanian 9 Nov 2024 · 1 min read प्रेरणा तोड़़ दो परतंत्रता के ये बंधन , छोड़ दो दिखावे के ये वंदन , रचो अपना भविष्य स्वयं तुम , रहो ना निर्भर किसी पर भी तुम , कोई नहीं... Hindi · आवाहन · कविता 25 Share Sandeep Thakur 9 Nov 2024 · 1 min read बेवजह मुझसे फिर ख़फ़ा क्यों है - संदीप ठाकुर बेवजह मुझसे फिर ख़फ़ा क्यों है ये कहानी ही हर दफ़ा क्यों है कुछ भी मजबूरी तो नहीं दिखती मैं क्या जानूं वो बेवफ़ा क्यों है संदीप ठाकुर Hindi · Quote Writer · Sandeep Thakur Shayari · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक 2 189 Share Dr Archana Gupta 9 Nov 2024 · 1 min read हमको भी अपनी मनमानी करने दो हमको भी अपनी मनमानी करने दो हमें अकेलेपन को थोड़ा भरने दो सूरज की आँखों से पर्दा अभी हटा है घिरा हुआ घनघोर कुहासा तभी छटा है धूप ठिठुरते मन... Hindi · गीत 2 1 2 85 Share Chitra Bisht 9 Nov 2024 · 1 min read ख़ुशियों की दुकान सजाये ख़ुशियों की दुकान सजाये रंग बिरंगा सामान लगाये लगता है हर साल मेला त्योहारों की जब आये बेला अनदेखा कर हर मर्ज़ को रोज़ रोज़ के संघर्ष को भुला कर... Hindi · कविता 17 Share Dr Archana Gupta 9 Nov 2024 · 1 min read दिल है पाषाण तो आँखों को रुलाएँ कैसे दिल है पाषाण तो आँखों को रुलाएँ कैसे अपनी तक़दीर के लिक्खे को मिटाएँ कैसे जब धड़कते हैं वो साँसों में हमारी हरदम ख़ुद को यादों से भी आज़ाद कराएँ... Hindi · ग़ज़ल 3 19 Share surenderpal vaidya 9 Nov 2024 · 1 min read महका है आंगन ** नवगीत ** ~~ हार सिंगार के फूलों से, महका है आंगन। देख लीजिए हुआ प्रफुल्लित, खिला खिला सा मन। खिले रात भर महके महके सब शाखाओं पर नित्य सुबह... Hindi · नवगीत · हार सिंगार 1 1 19 Share Abhishek Soni 9 Nov 2024 · 1 min read एक सफल प्रेम का दृश्य मैं बुन रहा। एक सफल प्रेम का दृश्य मैं बुन रहा, जीत भी न सका हार भी न रहा।। चांद को देखना फिर तुम्हे सोचना, चांद मिल जाएगा इतने काबिल तो हैं, तुम... Hindi · गीत 1 20 Share RAMESH SHARMA 9 Nov 2024 · 1 min read लगे स्वर्ण के आम घर में जिनके पेड़ पर,लगे स्वर्ण के आम। ढक जाते हैं आप ही , उनके ऐब तमाम।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 22 Share पंकज परिंदा 8 Nov 2024 · 1 min read नज़र से क्यों कोई घायल नहीं है...? नज़र से क्यों कोई घायल नहीं है...? किसी भी आंख में काजल नहीं है..! नकारा है ज़माने भर ने' जिसको...! वो' दीवाना है' पर..., पागल नहीं है। सलीक़े से...., छुपाए... Hindi · ग़ज़ल 1 35 Share पंकज परिंदा 8 Nov 2024 · 1 min read कुछ तो स्पेशल देख परिंदे। कुछ तो स्पेशल देख परिंदे। फिल्मी माॅडल देख परिंदे। छूटा गाँव गली चौबारा, मुंबई सेन्ट्रल देख परिंदे। ख़ुद को रख अपडेट हमेशा, ख़बरें ग्लोबल देख परिंदे। गुजरे चिट्ठी तार संदेशा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 37 Share RAMESH SHARMA 8 Nov 2024 · 1 min read आए थे जो डूबने, पानी में इस बार । आए थे जो डूबने, पानी में इस बार । उल्टा पी कर चल दिए, दरिया का विस्तार ।। रमेश शर्मा. Hindi · दोहा 1 32 Share BIPIN KUMAR 8 Nov 2024 · 1 min read महकता इत्र जब कष्ट के चुभने लगें शूल, कांटों में बदल जाएं फूल । मन भटके चहुं ओर , जैसे बिन पंख हो मोर । उठे न कोई कदम , जीवन लगने... Hindi · मित्र 36 Share shabina. Naaz 8 Nov 2024 · 1 min read आज भी कभी कभी अम्मी की आवाज़ सुबह सुबह कानों को सुन आज भी कभी कभी अम्मी की आवाज़ सुबह सुबह कानों को सुनायी दे जाती है.......जल्दी उठ जा आज तुझे ही ड्राइंग रूम साफ़ करना और सजाना है.. ... (अम्मी हमेशा... Hindi · Quote Writer · मुक्तक 1 30 Share अमित मिश्र 8 Nov 2024 · 1 min read *कुछ शेष है अब भी* कुछ है अब भी शेष बाकी मगर गुमसुम सा, उदास,हताश और निराश मैने पूँछा, मगर कुछ न बोला सुनता रहा बस, सुनता रहा। मैने फिर पूँछा क्या कष्ट ,क्या दर्द,... Hindi · कविता 184 Share आर.एस. 'प्रीतम' 8 Nov 2024 · 1 min read प्रीतम दोहावली राजनीति उर बाँटती, जाति धर्म के नाम। स्वार्थ सिद्धि में हम फँसे, समझ बिना नाकाम।।//1 प्रेम बिना संसार में, सब है मायाजाल। जैसे बिन बरसात के, देती धरा अकाल।।//2 समझो... Hindi 1 16 Share Dr.Pratibha Prakash 8 Nov 2024 · 1 min read अक्का देवी किसी समाज की आधार शिला स्त्री हर उत्पात का हुआ कारण कहा स्त्री इसके सभी गुणों को रखा गया छिपाकर लेकिन सौन्दर्य वखान किया उजरा कर कर आखिर क्यों सत्य... Hindi · कविता 1 47 Share Shyam Sundar Subramanian 8 Nov 2024 · 1 min read तहक़ीर जाहिलों के हुज़ूम में ख़िरद की क़ीमत कहाँ ? हैवानियत के आलम में हमदर्दी की शु'आ' कहाँ ? चोरों के बाज़ार में ईमानदारों का वुजूद कहाँ ? बे-हयाई की महफ़िल... Hindi · कविता 21 Share अरविंद भारद्वाज 8 Nov 2024 · 1 min read सांवरियाँ तेरे दर्शन करने- भजन अरविंद भारद्वाज सांवरियाँ तेरे दर्शन करने जग घूम लिया मैने सारा, तुमको खाटू में पाया सांवरियाँ तेरा दर्शन करने, आज यहाँ मैं आया आकर देखा गजब नजारा, मोहिनी छवि निराली चकाचौंध हूँ... Hindi · खाटू श्याम भजन गीत 1 44 Share surenderpal vaidya 8 Nov 2024 · 1 min read संसार क्या देखें * गीतिका * ~~~~ प्रदूषित है धरा सारी यहां संसार क्या देखें। ग्रहण जब लग चुका मौसम हुए लाचार क्या देखें। नहीं खिल पा रहे हैं फूल पत्ते सूखते जाते।... Hindi · गीतिका · विधाता छंद 1 1 25 Share gurudeenverma198 8 Nov 2024 · 1 min read वफा से होकर बेवफा तोड़ो नहीं दिल को तुम, वफ़ा से होकर बेवफा। गर हो शिकायत हमसे, तो तुम कहो हमसे सफा।। तोड़ो नहीं दिल को तुम--------------------------।। मुश्किल में दिल है, कुछ भी समझ... Hindi · गीत 16 Share *प्रणय* 8 Nov 2024 · 1 min read #प्रसंगवश- #प्रसंगवश- ■ हर दिन की है अलग कहानी। 【प्रणय प्रभात】 तारीख़ 08 नवम्बर। अंग्रेज़ी कैलेंडर की एक तिथि। हर तिथि की अपनी एक कहानी। हर तारीख़ में छिपी एक तवारीख़।... Hindi · प्रणय के व्यंग्य 1 16 Share डी. के. निवातिया 8 Nov 2024 · 1 min read मुक्तक !! मुक्तक !! मिलाये जो नज़र उससे, निगाहें वो चुराता है, ज़माने भर हमारे नाम की कसमें उठाता है ! करे किस से शिकायत अब गुनाहों की सनम के हम,... Hindi · कविता · ग़ज़ल/गीतिका · मुक्तक · शेर 20 Share *प्रणय* 8 Nov 2024 · 2 min read #एक_और_बरसी...! #एक_और_बरसी...! ■ ज़रा, याद करो कुर्बानी।। ★ साथ ही अकाल मौत भी। [प्रणय प्रभात] आज से ठीक 8 साल पहले वर्ष 2016 में आज ही के दिन 1000 और 500... Hindi · प्रणय के व्यंग्य 1 22 Share *प्रणय* 8 Nov 2024 · 1 min read #भाजपा_के_भीष्म #भाजपा_के_भीष्म ■ "आडवाणी" : आज़ाद भारत के दूसरे "पटेल।" ★ जीवेत शरदः शतम। आधुनिक भारत की नई महाभारत के एक और पितामह। राजनैतिक निष्ठावानों के लिए एक जीवंत उदाहरण। रिटायर-हर्ट... Hindi · दिवस विशेष · मंगलकामनाएं 1 20 Share Ravi Prakash 8 Nov 2024 · 1 min read *चक्की चलती थी कभी, घर-घर में अविराम (कुंडलिया)* *चक्की चलती थी कभी, घर-घर में अविराम (कुंडलिया)* _________________________ चक्की चलती थी कभी, घर-घर में अविराम नियमित गेहूॅं पीसना, इसका था शुभ काम इसका था शुभ काम, सुखाते गेहूॅं धोते... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 22 Share श्रीहर्ष आचार्य 8 Nov 2024 · 1 min read विश्व की छवि प्यारी" " ओ,मृदुल सपना सा स्वर्ग का अहसास हो तुम, प्रिये,माथे की आभा और दिल की आवाज हो तुम। तुम्हारे वाणी की मधुरता में,मिथिला की मुस्कान है, तुम्हारी बातों में बसता... Hindi 17 Share Dr. Man Mohan Krishna 8 Nov 2024 · 2 min read रूठी किस्मत टूटी मोहब्बत आगे सफर था, और पीछे हमसफर । रूकते तो सफर छूट जाता, और चलते तो हमसफर छूट जाता ।। मंजिल पाने की भी हसरत थी, और उनसे भी हमारी मोहब्बत... Hindi · कविता 72 Share Amber Srivastava 7 Nov 2024 · 1 min read “मिट्टी"। सीमित मेरी सोच थी शायद, समझता था मिट्टी को बेकार, मिट्टी की सोंधी ख़ुशबू से अब, मैं करने लगा हूं प्यार, इस मिट्टी ने मुझे अपनाया ऐसे, की मिला जीवन... Hindi · कविता 22 Share Previous Page 7 Next