Posts Language: Hindi 1.3L posts List Grid Previous Page 7 Next Shashi Mahajan 21 Jun 2024 · 5 min read बदलते मूल्य बदलते मूल्य आठ महीने की अंजली को पहली बार डे केयर में छोड़कर वृंदा आफ़िस जा रही थी । मेलबर्न की ये सड़कें उसे रत्ती भर भी अच्छी नहीं लग... Hindi · Https://youtu.be/jqkSl6_F-Vw?s · कहानी 20 Share Surinder blackpen 21 Jun 2024 · 1 min read दुनिया रंग दिखाती है अपनों से दूर होने पर , दुनिया रंग दिखाती है। मन कही नहीं लगता ,न कोई शै लुभाती है। याद आते जब अपने ,अश्क आंखों से बहते हैं। लोग समझते... Hindi · कविता 1 21 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 21 Jun 2024 · 1 min read अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग सीखें लोग सब ,रोग भगे दूर तब , भारत की भूमि का ये रत्न निराला है। बैठ सब आसन पे,नियमित सांसन पे, चारों और देखो योग का बोलबाला है... Hindi · कविता · कुण्डलिया 19 Share Ravi Prakash 21 Jun 2024 · 1 min read *योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान (पॉंच दोहे)* *योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान (पॉंच दोहे)* ➖➖➖➖➖➖➖➖ 1) योग दिवस है विश्व में, इक्किस जून महान ऋषि-मुनियों का ज्ञान यह, भारत की है शान 2) योग... Hindi · Quote Writer · दोहा · योग 17 Share *प्रणय प्रभात* 21 Jun 2024 · 1 min read #आत्मीय_मंगलकामनाएं #आत्मीय_मंगलकामनाएं ■ दो महान विधाओं के संगम के एक वैश्विक दिवस की। 【प्रणय प्रभात】 मानव को मानव ही नहीं आत्मा को परमात्मा से जोड़ने वाली दो महान विधाएं हैं संगीत... Hindi · दिवस विशेष 1 22 Share Ravi Prakash 21 Jun 2024 · 2 min read *अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर किला परिसर में योग कार्यक्रम* *अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर किला परिसर में योग कार्यक्रम* 🍃🍃☘️☘️☘️🍃🍃 किला परिसर हमारे घर से पैदल का दो मिनट का रास्ता है। वहॉं खुला पार्क है। आम जनता के लिए... Hindi · संस्मरण 19 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 21 Jun 2024 · 1 min read यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई, यूं तुम से कुछ कहना चाहता है कोई, बस इस दिल में रहना चाहता है कोई, काजल यूं जचता है इन सलोने नैनो में, आंखों को खूबसूरत कहना चाहता है... Hindi · ग़ज़ल · मुक्तक 17 Share *प्रणय प्रभात* 21 Jun 2024 · 1 min read #कालजयी_पात्र #कालजयी_पात्र (मेरा संक्षिप्त सा परिचय) ■ मुझ में कौन नहीं...? 【प्रणय प्रभात】 "न्याय भावना अलगू वाली दृढ़ता मानो पत्थर सी। दया काबुली वाले जैसी मासूमो में जान बसी।। धनिया वाले... Hindi · आत्मवृत्त · प्रणय की कविता 1 16 Share Bindesh kumar jha 21 Jun 2024 · 1 min read तू देख, मेरा कृष्णा आ गया! तू देख, मेरा कृष्णा आ गया! दो हाथ भले ना हो मेरा पर कोटी हाथ वाला खड़ा है, तू उठा एक शास्त्र अपनी भुजा से मेरा साहस ही तुझसे बड़ा... Hindi · Bindesh Kumar Jha · Krishna · Lord Krishna · कविता 19 Share Vijay kumar Pandey 20 Jun 2024 · 1 min read एक कुंडलियां छंद- एक कुंडलियां छंद- रुपया-पैसा सब जगह,बिन पैसे नही कुछ। पैसा गया न बूझ लो, बिगड़ा जग का रूप।। बिगड़ा जग का रूप,जगत सम्मान न देता। टेढ़ा मुह सब करें, घरो-परिवार-चहेता।।... Hindi · Quote Writer · कुण्डलिया 28 Share Surya Barman 20 Jun 2024 · 1 min read मेरे पिता जी बहुत अच्छे थे मेरे पिता जी, दिल के सच्चे थे मेरे पिता जी। मेरी छोटी छोटी बातों का ख्याल रखते थे, मुझे क्या चाहिए इसका ध्यान रखते थे। मुझे इतने... Hindi · कविता · पापाजी · मेरे-पापा · हिन्दी-लेखन 20 Share Tariq Azeem Tanha 20 Jun 2024 · 1 min read मुहब्बत नहीं है आज शराफ़त से कह रहा हूँ शराफ़त नहीं है आज, पहली सी दो दिलों में मुहब्बत नहीं है आज। बाक़ी तो है दैर ओ हरम वही तो सज़दा है, मोमिन की... Hindi · कविता · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका · गीत · शेर 20 Share Ravi Prakash 20 Jun 2024 · 2 min read *पुस्तक समीक्षा* *पुस्तक समीक्षा* *अप्रकाशित पुस्तक का नाम:* *श्री कल्याण कुमार जैन शशि: व्यक्तित्व और कृतित्व* (पीएच.डी. की उपाधि हेतु स्वीकृत शोध प्रबंध) *पीएच.डी हेतु स्वीकृत वर्ष:* 1988 *शोधकर्ता: नंदकिशोर त्रिपाठी* ,बॉंदा... Hindi · पुस्तक समीक्षा 17 Share Rita Singh 20 Jun 2024 · 1 min read गर्मी बहुत सताये माँ गर्मी बहुत सताये माँ तन को धूप जलाये माँ बाहर लुए चल रही हैं शर्बत खूब पिलाये माँ । कुल्फी रोज जमाये माँ खीरा काट खिलाये माँ दही लस्सी मन... Hindi 1 67 Share Ravi Prakash 20 Jun 2024 · 1 min read *करते पशुओं पर दया, अग्रसेन भगवान (कुंडलिया)* *करते पशुओं पर दया, अग्रसेन भगवान (कुंडलिया)* _________________________ करते पशुओं पर दया, अग्रसेन भगवान पशुओं को उनके यहॉं, मिला अभय का दान मिला अभय का दान, यज्ञ-पशु-बलि रूकवाई कहा सभी... Hindi · अग्रसेन · कुंडलिया 2 19 Share Surya Barman 20 Jun 2024 · 1 min read ..........जिंदगी......... ये जिंदगी भी महज सांसों का खेल ही नही ये जिंदगी भी महज जीने का नाम ही नहीं जिंदगी तो एक वृहद सृष्टि का एक विस्तार है जिंदगी महज सीमित... Hindi · Kavita · Zindgi · कविता · जिंदगी · हिन्दी-लेखन 19 Share gurudeenverma198 20 Jun 2024 · 1 min read अच्छी तरह मैं होश में हूँ अच्छी तरह मैं होश में हूँ , चाहे कुछ नशा है मुझको। मौज मस्ती के लिए पी है, सब कुछ मालूम है मुझको।। अच्छी तरह मैं होश में हूँ -------------------।।... Hindi · गीत 25 Share Dr.sima 20 Jun 2024 · 1 min read एक राधा, एक मीरा, एक घनश्याम एक राधा, एक मीरा, एक घनश्याम, अश्रु नयन सब के सब प्यासे के प्यासे। प्यार करे सब साधे । राधा - मोहन को खोकर हुई मोहन की। मीरा लोक लाज... Hindi · गीत 1 48 Share Anamika Tiwari 'annpurna ' 20 Jun 2024 · 1 min read बेरोजगारी का दानव लीक पेपर हुआ हर बार हम अधिकार खो बैठे, युवाओं का छिना संसार हम बेरोजगार हो बैठे, कठिन है माफिया की मार हम अधिकार खो बैठे, अनसुनी अपनी चीख पुकार... Hindi · कविता 20 Share Ravi Prakash 20 Jun 2024 · 4 min read *पुस्तक समीक्षा* *पुस्तक समीक्षा* *पुस्तक का नाम : मानव धर्म की खोज* *लेखक : हरिदत्त शर्मा, प्रधानाचार्य (से० नि०) शिव कुटी, छतरी वाला कुऑं, पीपल टोला, रामपुर (उ० प्र०)* *प्रथम संस्करण :*... Hindi · पुस्तक समीक्षा 19 Share Shashi Mahajan 20 Jun 2024 · 6 min read मिथक से ए आई तक मिथक से ऐ. आइ तक साक्षी का एडमिशन अमेरिका की स्टैनफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में हो गया था । उसने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग करी थी और अब उसकी रूचि आरटीफिश्यल इंटेलीजेंस... Hindi · Https://youtu.be/iu7aD4F5jQk?s · कहानी 20 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Jun 2024 · 2 min read "प्रश्नों के बाण" डॉ लक्ष्मण झा " परिमल " ============ हमारी जिज्ञासा की यात्रा सदेव आवाध गति से जीवन पर्यंत तक चलती रहती है ! इन्हीं जिज्ञासाओं के बल पर हमें अनुभवों का... Hindi · लेख 22 Share DrLakshman Jha Parimal 20 Jun 2024 · 2 min read "मित्रों के पसंदों को अनदेखी ना करें " डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल “ ========================== जब हमारी पाँचों उंगलियाँ बराबर नहीं हैं तो भला हम फेसबुक से जुड़े सबलोग एक जैसे कैसे हो सकते हैं ? सबों की... Hindi · लेख 17 Share Dr. Vaishali Verma 20 Jun 2024 · 1 min read डाकियाँ बाबा *लाल डाकखाने से निकाले चिट्ठी* *थेले में भर* , *हर जगह वो जायें* *आवाज़ सुन सब बोले* *आयें रे आयें* *डाकियाँ बाबा आयें* *पहने ख़ाकी कपड़े* *हाथो में चिट्ठी थामें*... Hindi 21 Share *प्रणय प्रभात* 20 Jun 2024 · 1 min read #स्वागतम #स्वागतम ■ मुक्तिबोध की नगरी में 【प्रणय प्रभात】 "राम हुए हैं, कितने और प्रमाण दें", "अच्छा है गांधी नहीं रहे" और "हम जहां से चले थे वहीं आ गए" जैसी... Hindi · परिचय 1 17 Share Ravi Prakash 20 Jun 2024 · 1 min read *प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार (कुंडलिया)* *प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार (कुंडलिया)* ________________________ प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार वन-उपवन सब कह उठे, धन्यवाद आभार धन्यवाद आभार, बूॅंद जल-जीवन पाई मिटी जगत की... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 22 Share Dr Archana Gupta 20 Jun 2024 · 1 min read मेघा आओ मेधा आओ मेधा आओ रिमझिम रिमझिम जल बरसाओ प्यासी प्यासी है ये धरती मेघ बरसकर प्यास बुझाओ व्याकुल है सब पेड़ लताएं हरा भरा फिर इन्हें बनाओ ताल तलैया नदिया... Hindi · बाल ग़ज़ल 19 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 20 Jun 2024 · 1 min read गजल ए महक हम इश्क के नशे में इस कदर महक रहे हैं, दो पंछी एक डाल पर जैसे चहक रहे हैं। तेरे आने की खबर से दिल का आलम महका , तेरे... Hindi · कविता · ग़ज़ल 19 Share Bindesh kumar jha 20 Jun 2024 · 1 min read अहंकार अहंकार गगन के हृदय में अंकित सितारा अपनी यश-गाथा का विस्तार कर रहा, इतराकर सूरज से बैर किया है सूर्य की लालिमा मात्र से कहार रहा। अपनी सुंदर यौवन से... Hindi · अहंकार · कविता · जीवन · प्रकृति 27 Share Manisha Manjari 20 Jun 2024 · 1 min read खामोशियों की वफ़ाओं ने मुझे, गहराई में खुद से उतारा है। खामोशियों की वफ़ाओं ने मुझे, गहराई में खुद के उतारा है, पर शब्द आज भी मेरे बिखरे पड़े हैं, आवाजों की चाहत में। बेमतलब के सफ़र से, साँसों की उल्फ़त... Hindi · कविता · मनीषा मंजरी 1 23 Share Vijay kumar Pandey 20 Jun 2024 · 1 min read रुपया-पैसा -प्यासा के कुंडलियां (Vijay Kumar Pandey pyasa' एक कुंडलियां छंद- रुपया-पैसा सब जगह,बिन पैसे नही कुछ। पैसा गया त बूझ लो, बिगड़ा जग का रूप।। बिगड़ा जग का रूप,जगत सम्मान न देता। टेढ़ा मुह सब करें, घरो-परिवार-चहेता।।... Hindi · कुण्डलिया 32 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Jun 2024 · 1 min read यकीन का बिख़रे वजूद में कहीं शामिल वही तो था ।, किसी के यकीन का हासिल यही तो था । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 28 Share Dr fauzia Naseem shad 19 Jun 2024 · 1 min read मायने मौत के मायने मौत के नहीं कुछ भी , आज भी ज़िन्दगी से डरते हैं । डाॅ फौज़िया नसीम शाद Hindi · शेर 2 23 Share Vivek Pandey 19 Jun 2024 · 1 min read प्रीत के गीत.. पुराने गीत मेरी प्रीत के प्रिय मुझे भेज दो, मेरी आवाज़ बन जाओ लय मुझे भेज दो... संभव कहाँ होता है, बीती बात बिसराना, नित्य ही याद आता है, मिलकर... Hindi 1 25 Share Sukoon 19 Jun 2024 · 1 min read मन मसोस कर रोना तो जिंदगी ने ही सीखा दिया है मन मसोस कर रहना तो जिंदगी ने ही सिखा दिया है इठलाते गमों को हृदय के बंद पिंजरे में अगोचर रखना, आस-पास के परिजनों से उम्मीद का रिश्ता तोड़ना, मुसाफिर... Hindi 28 Share Pratibha Pandey 19 Jun 2024 · 1 min read जताने लगते हो #दिनांक:-19/6/2024 #शीर्षक:-जताने लगते हो। अनदेखे किरदार के हकदार हैं हम, जिम्मेदारियों के मजबूत दीवार हैं हम। आँसुओं में तो रोज डुबकी लगाते हैं, हर दर्द पीकर मुस्कुराने वाली नार हैं... Hindi · कविता 1 1 24 Share Pratibha Pandey 19 Jun 2024 · 1 min read अनपढ़ प्रेम #दिनांक:-19/6/2024 #शीर्षक:-अनपढ़ प्रेम प्रेम अनपढ़ होता है, न सुकुन से रहता न रहने देता है। रहता हमेशा मन के विपरीत, सिखाता तरीका प्रीति की रीत। विरोधाभास में जीवन व्यतीत होता,... Hindi · कविता 1 1 20 Share Ravi Prakash 19 Jun 2024 · 1 min read *जीवनदाता वृक्ष हैं, भरते हम में जान (कुंडलिया)* *जीवनदाता वृक्ष हैं, भरते हम में जान (कुंडलिया)* _________________________ जीवनदाता वृक्ष हैं, भरते हम में जान हरा-भरा जग कर रहे, इनका यही विधान इनका यही विधान, धूप में छाया देते... Hindi · Quote Writer · कुंडलिया 2 20 Share Shashi Mahajan 19 Jun 2024 · 4 min read पिता पिता मैं सातवीं कक्षा में था, आम लड़कों की तरह खेलता, पढ़ता और मस्त रहता था, बहुत मित्र थे मेरे, इस गली से उस गली तक , फिर पूरे शहर... Hindi · Https://youtu.be/hAqodNcm-KA?s · कहानी 25 Share Jalaj Dwivedi 19 Jun 2024 · 1 min read तुम हो तुम हो... पावन मन का चिंतन तुम पवित्र विचारो का मंथन तुम सब गुणों की रत्नाकर तुम तुम मृगनैनी, कमलाकर तुम ह्रदय में बसती नागर तुम मेरा जीवन तुम, सुख... Hindi 1 39 Share Saraswati Bajpai 19 Jun 2024 · 1 min read घर और जीवन घर की दीवारों में बहुत नमी है जो इसे जर्जर कर रही है। खिड़की दरवाजों को उन्हीं में रहने वाले दीमक निरन्तर खाये जा रहे है । सदा से बन्द... Hindi · कविता 28 Share Kalamkash 19 Jun 2024 · 1 min read है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, है हर इक ख्वाब वाबस्ता उसी से, मुहब्बत है शुरू होती यहीं से। तबीयत आज कुछ अच्छी नहीं है, है शायद हाल ये तेरी कमी से। है हर इक शक्स... Hindi · कविता · ग़ज़ल · गीतिका · लेख · शेर 2 21 Share Surinder blackpen 19 Jun 2024 · 1 min read ख्वाब में देखा जब से ख्वाब में देखा जब तुम्हें, धड़कनें बढ़ गई बेखुदी इतनी छायी ,तेरी खुमारी चढ़ गई। दुनिया बदली बदली सी ,फिर हमें लगने लगी जब से एक दिलरुबा,आंख तुझसे लड़ गई।... Hindi · कविता 1 25 Share gurudeenverma198 19 Jun 2024 · 1 min read हमारे बिना तुम, जी नहीं सकोगे हमारे बिना तुम, जी नहीं सकोगे। हमें याद कल को, बहुत करोगे।। हमारे बिना तुम--------------------।। होगी जब भी इच्छा, हंसने की तेरी। रजा कोई गीत, सुनने की तेरी।। सुनोगे जुदाई... Hindi · गीत 25 Share *प्रणय प्रभात* 19 Jun 2024 · 1 min read #ऐसे_समझिए… #ऐसे_समझिए… ■ बदली दुनिया का दृष्टिकोण कुछ साल पहले तक किसी परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक पा कर प्रथम श्रेणी अर्जित करना गर्व की बात होता था। आज 99 फ़ीसदी... Hindi · आज का विचार 1 19 Share Niharika Verma 19 Jun 2024 · 1 min read पहली बारिश..! बारिश की हल्की फुहारों से मैंने पुनः स्मृतियों को संजोया है, देखो तो कैसे एक अनछुई सी तड़पन लिए मानसून आया है !! हृदय में सख्त हो चुके वेदनाओ को... Hindi · कविता · बारिश 1 1 27 Share जगदीश लववंशी 19 Jun 2024 · 1 min read जीवन संगिनी हँसते हँसते ये पल, जाए ऐसे ही बीत। साथ रहें तेरा मेरा, और बनी रहें प्रीत।। संग- संग चलते रहे, गुजरे साल इक्कीस। बढ़ता गया प्रेम स्नेह, मन में नहीं... Hindi 2 24 Share Dr Mukesh 'Aseemit' 19 Jun 2024 · 1 min read यार नहीं -गजल **ग़ज़ल** कभी गुलजार रहे , चमन में बहार नहीं, खैरियत पूछने वाला, शहर में यार नहीं। यु तो शानो शौकत की सजी हुई महफिलें , कोई दिल से मिले ,... Hindi · ग़ज़ल · ग़ज़ल/गीतिका 27 Share Dr.Pratibha Prakash 18 Jun 2024 · 1 min read रानी मर्दानी तुम रानी मर्दानी ही नहीं सुलगती एक चिंगारी हो तुम केवल इतिहास नहीं, भूगोल की बम बारी हो समझ सके जो राष्ट्र प्रेम क्या,वो शब्दों को भी समझेंगे कहा हैं... Hindi · कविता · गीत 2 34 Share Saraswati Bajpai 18 Jun 2024 · 1 min read रोजालिण्ड बनाम डेसडिमोना होना चाहा था रोज़ालिण्ड शेक्सपियर की एक पात्र, जिसकी जिन्दगी की मशाल खुद उसने थाम रखी थी अंधेरों को उजालों मे बदलने का प्रण लिए अथक कदमों से अपनी जीवन... Hindi · कविता 27 Share Previous Page 7 Next