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Language: Hindi
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कुछ सवालात
कुछ सवालात
Shyam Sundar Subramanian
पिंड दान
पिंड दान
Shashi Mahajan
गर्दिश-ए-अय्याम
गर्दिश-ए-अय्याम
Shyam Sundar Subramanian
"अनुरोध"
DrLakshman Jha Parimal
नवगीत
नवगीत
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बहु घर की लक्ष्मी
बहु घर की लक्ष्मी
जय लगन कुमार हैप्पी
कहते हैं जबकि हम तो
कहते हैं जबकि हम तो
gurudeenverma198
*यह दुर्भाग्य गृहस्थी में प्रभु, कभी किसी के लाना मत (हिंदी
*यह दुर्भाग्य गृहस्थी में प्रभु, कभी किसी के लाना मत (हिंदी
Ravi Prakash
*जाते तानाशाह हैं, कुर्सी को जब छोड़ (कुंडलिया)*
*जाते तानाशाह हैं, कुर्सी को जब छोड़ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
उनसे रहना चाहिए, हमें सदा आगाह
उनसे रहना चाहिए, हमें सदा आगाह
RAMESH SHARMA
रहती जिनके सोच में, निंदा बदबूदार .
रहती जिनके सोच में, निंदा बदबूदार .
RAMESH SHARMA
आकांक्षा पत्रिका 2024 की समीक्षा
आकांक्षा पत्रिका 2024 की समीक्षा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बात
बात
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आज
आज
सिद्धार्थ गोरखपुरी
ना मालूम क्यों अब भी हमको
ना मालूम क्यों अब भी हमको
gurudeenverma198
सच्चा नाता
सच्चा नाता
Shriyansh Gupta
सोचा नहीं था एक दिन , तू यूँ हीं हमें छोड़ जाएगा।
सोचा नहीं था एक दिन , तू यूँ हीं हमें छोड़ जाएगा।
Manisha Manjari
विश्वासघात/धोखा
विश्वासघात/धोखा
लक्ष्मी सिंह
"मज़ाक"
Divakriti
गहरे जख्म
गहरे जख्म
Ram Krishan Rastogi
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
पंक्तियाँ
पंक्तियाँ
प्रभाकर मिश्र
प्रेरणा
प्रेरणा
Shyam Sundar Subramanian
बेवजह मुझसे फिर ख़फ़ा क्यों है - संदीप ठाकुर
बेवजह मुझसे फिर ख़फ़ा क्यों है - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
हमको भी अपनी मनमानी करने दो
हमको भी अपनी मनमानी करने दो
Dr Archana Gupta
ख़ुशियों की दुकान सजाये
ख़ुशियों की दुकान सजाये
Chitra Bisht
दिल है पाषाण तो आँखों को रुलाएँ कैसे
दिल है पाषाण तो आँखों को रुलाएँ कैसे
Dr Archana Gupta
महका है आंगन
महका है आंगन
surenderpal vaidya
एक सफल प्रेम का दृश्य मैं बुन रहा।
एक सफल प्रेम का दृश्य मैं बुन रहा।
Abhishek Soni
लगे स्वर्ण के आम
लगे स्वर्ण के आम
RAMESH SHARMA
नज़र से क्यों कोई घायल नहीं है...?
नज़र से क्यों कोई घायल नहीं है...?
पंकज परिंदा
कुछ तो स्पेशल देख परिंदे।
कुछ तो स्पेशल देख परिंदे।
पंकज परिंदा
आए थे जो डूबने, पानी में इस बार ।
आए थे जो डूबने, पानी में इस बार ।
RAMESH SHARMA
महकता इत्र
महकता इत्र
BIPIN KUMAR
आज भी कभी कभी अम्मी की आवाज़ सुबह सुबह कानों को सुन
आज भी कभी कभी अम्मी की आवाज़ सुबह सुबह कानों को सुन
shabina. Naaz
*कुछ शेष है अब भी*
*कुछ शेष है अब भी*
अमित मिश्र
प्रीतम दोहावली
प्रीतम दोहावली
आर.एस. 'प्रीतम'
अक्का देवी
अक्का देवी
Dr.Pratibha Prakash
तहक़ीर
तहक़ीर
Shyam Sundar Subramanian
सांवरियाँ तेरे दर्शन करने- भजन अरविंद भारद्वाज
सांवरियाँ तेरे दर्शन करने- भजन अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
संसार क्या देखें
संसार क्या देखें
surenderpal vaidya
वफा से होकर बेवफा
वफा से होकर बेवफा
gurudeenverma198
#प्रसंगवश-
#प्रसंगवश-
*प्रणय*
मुक्तक
मुक्तक
डी. के. निवातिया
#एक_और_बरसी...!
#एक_और_बरसी...!
*प्रणय*
#भाजपा_के_भीष्म
#भाजपा_के_भीष्म
*प्रणय*
*चक्की चलती थी कभी, घर-घर में अविराम (कुंडलिया)*
*चक्की चलती थी कभी, घर-घर में अविराम (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
विश्व की छवि प्यारी
विश्व की छवि प्यारी"
श्रीहर्ष आचार्य
रूठी किस्मत टूटी मोहब्बत
रूठी किस्मत टूटी मोहब्बत
Dr. Man Mohan Krishna
“मिट्टी
“मिट्टी"।
Amber Srivastava
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