Posts Language: Hindi 1.3L posts List Grid Previous Page 3 Next कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए, हर बात मयस्सर होती कहां जमाने में । जरूरत आएगी तो हो जाएंगे रुखसत ; क्यों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read माँ माँ वह हमारी खातिर.., मौत से लड़ जाती है | जब जाकर हमारी, देह में प्राण लाती है | छोटी छोटी विपदा हो, दुनिया से लड़ जाती है | साहस... Poetry Writing Challenge-3 8 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read निस्वार्थ प्रेम राधा रानी अरे! कान्हा सुनो, निस्वार्थ प्रेम किया है मैंने तुमसे, चाहे तो आजमाकर देखलो। बातें करता है जमाना , कि राधा रानी ने कृष्ण को अनपा प्रेमी माना। लेकिन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share Neerja Sharma 31 May 2024 · 1 min read डरावनी गुड़िया डरावनी गुड़िया की क्या सुनाऊँ कहानी, मेरी बिटिया की थी वह बहुत ही मन भावनी। जब से मामा ने उसे वह लाकर दी थी, तब से वह सदा बिटिया संग... Poetry Writing Challenge-3 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 2 min read तब घर याद आता है आंखें नम हो जाती हैं याद मां की आती है , जब भूख सताती है तब घर याद आता है! दिल में दवी ख्वाहिश जब अधूरी रहती है , जेब... Poetry Writing Challenge-3 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read संघर्षों के राहों में हम संघर्षों के राहों में हम नदियों को भी मोडेगे, आंधियों में जलकर गुरूर हवा का तोड़ेंगे | एक बार जो ठान लिया मंजिल अपना मान लिया, आंखों में तूफ़ान लिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 9 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read उसको उसके घर उतारूंगा उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा, अगर वो नहीं मिला मुझको तो मैं कौन सा मर जाऊंगा |... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है । जब से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read अपना भी नहीं बनाया उसने अपना भी नहीं बनाया उसने अपना भी नहीं बनाया उसने और किसी और का होने भी नहीं दिया । बात भी नहीं की उसने मुझसे और रात भर उसने सोने... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 8 Share Dhananjay Kumar 31 May 2024 · 1 min read प्रकृति की सुंदरता" (Beauty of Nature): प्रकृति की सुंदरता प्रकृति की सुंदरता, अनंत विलास है, पहाड़ों से लेकर मैदानों तक विख्यात है। वनों की चादर बिखेरी हर तरफ़, नदियों की लहरें गाती हैं विलाप। हरा-भरा पेड़,... Poetry Writing Challenge-3 7 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read एक उड़ती चिड़िया बोली एक उड़ती चिड़िया बोली एक उड़ती चिड़िया बोली तू क्यों नहीं उठ सकता है अंतर्मन में झांक जरा तू क्या कर सकता है एक अकेला जुगनू भी अंधकार हर सकता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 11 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं जिंदगी है कि जीने का सुरूर आया ही नहीं वह मुझसे मिलने कभी बाहर आया ही नहीं ! मेरे अंदर से होकर के गुजरे हैं कई मौसम रास्ते में रहा... Poetry Writing Challenge-3 1 7 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read चिंगारी चिंगारी भूख बेवजह नहीं भटकाती मंदिर ,काबा,मस्जिद हर जगह हैं तलाशती । रात के सुर्ख़ अंधेरों में ये भूख कई गुना बढ़ जाती, क्या क्या गुनाह हो जाते हैं चार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 12 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read हर एक मन्जर पे नजर रखते है.. हर एक मन्जर पे नजर रखते है.. हम हर खंजर की खबर रखते हैं..! इतने गम है मगर अपनो का ध्यान, रखा नही जाता, फिर भी रखते है!! है वाकिफ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read समाज समाज पानी सा तैरता जीवन धपाक छपाक फिर निशब्दता निशब्दता से उपजता कोलाहल कोलाहल में सन्नाटा सन्नाटों से उपजता शोर शोर से हो जाता भयावह माहौल माहौल को और गंभीर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read चमकते चेहरों की मुस्कान में…., चमकते चेहरों की मुस्कान में…., उसके चेहरे की सादगी कुछ तो है आंखों के दरमियान देखा है हमने आंखों में शर्म ए लाज कुछ तो है दिखता है खुले पुस्तक... Poetry Writing Challenge-3 1 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 2 min read कुछ कर चले ढलने से पहले कुछ कर चले ढलने से पहले सूरज इस उम्मीद मै निकलता होगा कुछ कर चले ढलने से पहले, ए दरिया नदी तेरी ना हो सकी समुद्र में मिलने से पहले,... Poetry Writing Challenge-3 1 7 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read कचोट कचोट अधूरापन भीतर तक कचोट रहा हैं सिर्फ़ मैं ही मैं हूँ, तुम ना जाने कब छूट गए , एक ऐसा ज़ख़्म दे गए जिसकी कोई थाह ही नहीं हैं,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 9 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read सावन सावन उफ़ ये बारिश, रोता आसमाँ, सिसकती धरती, बिजली कड़की, बीवी भड़की, संगदिल बेरहम, वो मजनू हुआ, कहाँ है उसका टीला वो कहाँ ही गया, मौसम बेरहम घर में ना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read रेत पर मकान बना ही नही रेत पर मकान बना ही नही वो शक्स मेरा बना ही नही । उस मुकदमा को जीतते कैसे, हमारे साथ कोई गवा ही नही ।। अलग रास्ते से गुजर के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 6 Share Dhananjay Kumar 31 May 2024 · 1 min read "आदर्श मनुष्य" (Ideal Person): आदर्श मनुष्य आदर्श मनुष्य कौन होता है? जो विचारों का मंडल बनता है। नेतृत्व की राह पर चलता है, प्रेम के बंधनों को जमाता है। आदर्श मनुष्य श्रद्धा और संवेदना... Poetry Writing Challenge-3 1 10 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read नज्म नज्म कतरा कतरा के वो कतरा गए कतरा कतरा के वो कतरा गए हुई क्या ख़ता ये बता गये, मोहब्बत में कहीं कुछ कमी रह गई मोहब्बत में कही कुछ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Neerja Sharma 31 May 2024 · 1 min read अकेलापन अकेलापन किसी को डराता, किसी के मन को अकेला रहना भाता। आधुनिकता की होड़ में बहुत कुछ बदल गया, मिलकर रहने की बजाय प्राइवेसी का जमाना हो गया। अब लोग... Poetry Writing Challenge-3 1 7 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा फूल को,कलियों को,तोड़ना पड़ा मोहब्बत को रास्ते में छोड़ना पड़ा ऐसी नाव पर सवार हो गए थे हम बीच रास्ते नाब को मोड़ना पड़ा !! जिन किनारों की थी मंजिल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read चले हैं छोटे बच्चे अंधकार को दूर हटाने चले हैं छोटे बच्चे अंधेरो में जलते बुझते चले हैं छोटे बच्चे…. खुद ही खुद की राह बनाने चले हैं छोटे बच्चे …. मात-पिता का नाम... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read हर दिन सावन हर दिन सावन जब कभी थक जाती हूँ , हर तरफ़ से लाचार हो जाती हूँ जब सब शून्य लगने लगे सारी संवेदनाएँ ख़त्म होने लगे , तब तुम्हारी और... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read हिंदी हिंदी हिंदी सुन के मन बहुत प्रफुल्लित होता । हिंदी दिल हैं हिंदुस्तान का, संस्कृत, पाली , प्राकृत, अपभ्रंश के बाद हैं हिंदी आइ । इसको ऐसे ना गवाओं भाई... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं….. वही रास्ते हमें रास्तों में छोड़ जाते हैं, कई मजबूरीयों के किस्से सुनाते हैं और कदमों के निशान छोड़ जाते हैं कभी जिंदगी के... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share Dhananjay Kumar 31 May 2024 · 1 min read "ख्वाबों का सफर" (Journey of Dreams): ख्वाबों का सफर ख्वाबों का सफर आगे बढ़ रहा है, आसमान की ऊँचाइयों को छू रहा है। जीवन की राहों में उड़ान भर रहा है, सपनों की परवाज़ को सच्चाई... Poetry Writing Challenge-3 1 5 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read व्यथा व्यथा इल्ज़ामों की बोरी थका मन, बोझिल आँखें एक प्रेम भरा शब्द सुनने को तरसते कान, समय की तपिश से झुलसी आत्मा कटु वचन,अधूरा सत्य क्या यही नियति है हमारी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 11 Share Dhananjay Kumar 31 May 2024 · 1 min read "उम्मीद की किरण" (Ray of Hope): उम्मीद की किरण उम्मीद की किरण आसमान को छू रही है, अंधकार के बादलों को छिड़क रही है। जीवन के गहरे दरिया में टिमटिमा रही है, निराशा की गाढ़ी रातों... Poetry Writing Challenge-3 1 9 Share Dr.Archannaa Mishraa 31 May 2024 · 1 min read दरख़्त दरख़्त दिल आज भी उसी ताबीर में बैठा है जुस्तजू ए इश्क़ में अभी फ़ना होना है वो मुँडेरों के काग भी कहीं खो गए वो धूमिल सी शामें भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 8 Share Dhananjay Kumar 31 May 2024 · 1 min read "आंधी के पानी में" (In the Waters of Storm): आंधी के पानी में आंधी के पानी में छिपी है ख्वाहिशों की बहार, विपदा के लहरों में उठती है जीवन की धार, अस्थिरता की चपल धूम में भी छिपी है... Poetry Writing Challenge-3 1 8 Share Karuna Goswami 31 May 2024 · 1 min read समस्याओं की मेजबानी इतने बेहतर ढंग से कि मेने समस्याओं की मेजबानी इतने बेहतर ढंग से कि मेने कि वह बार-बार आ जाती है मेहमान बन के बेशक इन समस्याओं से परेशान रहती हूं मैं पर यह मुझे मेरे... Poetry Writing Challenge-3 · कोटेशन 2 11 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 2 min read & I lost my UPSc ka admit card तुम्हारे विरह को किन शब्दों में लिखूं मैं, तुम्हारे बिना भी ज़िंदा हूं ये कैसे कहूं मैं! चलो, फिर भी एक छोटी सी कोशिश करती हूं सटीक तो नहीं शायद,... Poetry Writing Challenge-3 · Life Quotes · Motivational · Upsc · कविता · मुक्तक 1 7 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read जब किसी पेड़ की शाखा पर पल रहे हो जब किसी पेड़ की शाखा पर पल रहे हो एक पौधा तो अपना भी उगाना चाहिए कितनी भी उड़ाने भरो आसमान में लेकिन शाम होते ही धरती पर लौट आना... Poetry Writing Challenge-3 1 5 Share Dhananjay Kumar 31 May 2024 · 1 min read जीवन की आवाज़" (Voice of Life): जीवन की आवाज़ जीवन की आवाज़ बजती हैं मन के ध्वनियों में, अनुभवों के स्वर में छिपी है खुशियों की वाणी, सपनों के संगीत में गूँज रही है जीने की... Poetry Writing Challenge-3 1 6 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो आखिर कुछ तो सबूत दो क्यों तुम जिंदा हो क्यों फिर छोटी-छोटी बातों पर तुम शर्मिंदा हो खुला आसमान खुली हवाएं बैठी अंतर्मन में ज्वाला फिर भी पर ही नहीं... Poetry Writing Challenge-3 1 11 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read ता-उम्र गुजरेगी मिरी उनके इंतज़ार में क्या? ता-उम्र गुजरेगी मिरी उनके इंतज़ार में क्या? केवल दर्द हीं नसीब होता है प्यार में क्या? थक गए हैं हम, अपना हाल-ए-दिल बताते बताते, उनके बग़ैर हयात बियाबां में क्या,... Poetry Writing Challenge-3 · Life Quotes · कविता · ग़ज़ल · मोहब्बत इश्क़ Love Poetry 1 11 Share Dhananjay Kumar 31 May 2024 · 1 min read "स्नेह के रंग" (Colors of Affection): स्नेह के रंग स्नेह के रंग छा गए हैं मेरे जीवन में, प्यार की पृथ्वी पर उमड़ आए हैं रंगीन छाप, हृदय की तालियों में बज रही हैं खुशियों की... Poetry Writing Challenge-3 1 8 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read क्रोध क्रोध एक - दो मिनट का , बखेड़ा खड़ा हो गया, पूरी जिंदगी का। क्रोध में रहा न निरंतर स्वंय पर, क्रोध इतना भी न पालो की, खुद के लिए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 8 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read आगमन एकाकी से जब जर्जर हो गया था जीवन, और अवसाद से लबालब भर गया था ये मन दूर तलक भी न थी जब आहट किसी की, तब उस निर्जर मन... Poetry Writing Challenge-3 · Love Poem · Love Poetry · Trending · कविता 1 6 Share Dhananjay Kumar 31 May 2024 · 1 min read "प्यार की अनुभूति" (Experience of Love): प्यार की अनुभूति प्यार की अनुभूति अजनबी एक चिंतन, जगाती है दिल के रंगीन सपने, स्पर्श करती है आत्मा के गहराई में, महकती है जीवन की हर सांस में। ये... Poetry Writing Challenge-3 1 10 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read अरमान दिल में है अरमान दिल में है कुछ तो कर गुजरने का अब #अरमान दिल में है ! जमीन नहीं है मंजिल मेरी खुला #आसमान दिल में है!! #आसमानों की जद में रहना,... Poetry Writing Challenge-3 1 5 Share Dr Archana Gupta 31 May 2024 · 1 min read पत्रकार दिवस होता जोखिम से भरा, पत्रकार का काम भागदौड़ करता सदा, करे नहीं आराम करे नहीं आराम, देश का सच्चा प्रहरी बस खबरों के साथ,दोस्ती इसकी गहरी कहे 'अर्चना' बात,चैन से... Hindi · कुंडलिया 3 · पत्रकार दिवस 10 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read भयावह होता है अकेला होना भयावह होता है अकेला होना और उससे भी अधिक भयावह भीड़ में रहकर अकेला होना । शुरुआत में दम घोंटू सा लगता है ये अकेलापन और कई बार जिंदगी को... Poetry Writing Challenge-3 · Life Quotes · Trending · कविता · मुक्तक 10 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read सब जो भी बोलते हैं, उन्हें बोलने दो, सब जो भी बोलते हैं, उन्हें बोलने दो, तुम्हें कौड़ियों में तौलते हैं, तो तौलने दो, ज़रूरत ही क्या है जुबां से कुछ कहने की, आगे बढ़ो और बस अपने... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Motivational Quotes · Motivation Quotes · Quotes 7 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read दिल लगाकर उससे, हम कौन हैं, ये हमीं भूल गए, दिल लगाकर उससे, हम कौन हैं, ये हमीं भूल गए, उसकी हंसी की ख़ातिर हम अपनी खुशी भूल गए। दुनिया बना ली थी हमने उसे अपनी, भ्रम जो टूटा, तो... Poetry Writing Challenge-3 · Life Quotes · Love Poetry · Nazm · Trending · कविता 9 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read माँ बिन बोले हीं, वो मेरे मन की सारी गिरहें खोल देती है, खुद तक़लीफ लेकर भी, माँ मेरे लिए खुशियां तौल देती है। -©®Shikha Poetry Writing Challenge-3 · Devotional Poem · Life Quotes · Maa · Quotes · मुक्तक 9 Share Shikha Mishra 31 May 2024 · 1 min read सरस्वती वंदना नमस्तुभ्यं वीणावादिनी, पुस्तकधारिणी, मां तू धवलवर्णा, तू सर्वसौभाग्यप्रदायिनी। पद्मासिनी तू देवी, सद्गुण वैभव शालिनी, तू चंद्रवदनी, तू अज्ञान तिमिर नाशिनी। देवो सदा वन्दिता, देवी तू शुभकारिणी, मां त्वां अभयदायिनी, बुद्धि... Poetry Writing Challenge-3 · Devotional Poem · कविता · ग़ज़ल/गीतिका 8 Share Previous Page 3 Next