Posts Language: Hindi 1.3L posts List Grid Harinarayan Tanha 19 May 2024 · 1 min read प्यार है लोकसभा का चुनाव नही है अब तक न जाने कितना आजमाया है तुमने हरेक बार मुझ-पर ही इल्जाम लगाया है तुमने मै अगर मुंसिफ होता तो तुम्हें सजा-ए-मोहब्बत देता मेरे सपनों पर बुल्डोजर चलाया है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share Dr.Pratibha Prakash 19 May 2024 · 1 min read संस्कार पके है आम अब रोते, आओ कहां बालक तुम छोटे कमाया खूब ही पैसा बन गए लेकिन अक्ल के खोते लड़ते परिवार आपसे में ही अब तो संस्कार सब छूटे... Hindi · मुक्तक 6 Share Adha Deshwal 18 May 2024 · 1 min read हम लड़की हो या लड़का, रास्ता हो या वास्ता, टुटते ही हैं| रोना हो या हसना, लड़ाई हो या पढाई, विदाई हो या जुदाई, सहना सबको है, अकेले रहना सबको है,... Poetry Writing Challenge-3 · My Lines My Thoughts · कविता 1 6 Share पूनम कुमारी (आगाज ए दिल) 18 May 2024 · 1 min read दरख्त दरख्त हो गये हम , बहुत ही सख्त हो गये हम , चेतना की जड़े बेहद गहरी हो गई , अनुभव की पपड़ियां चढ़ते औए झड़ते उम्र की शाख पर... Poetry Writing Challenge-3 6 Share पूनम कुमारी (आगाज ए दिल) 18 May 2024 · 1 min read इंतज़ार ऐसी भी क्या बेरूखी यारा राह में तेरे, दिल को बिछाए बैठे हैं। तन्हा हूँ मगर आँखों में यारा महफिल तेरी ही सजाऐ बैठे हैं। मद्दतो बाद मिले हो साथी... Poetry Writing Challenge-3 6 Share विक्रम कुमार 18 May 2024 · 1 min read शिवांश को जन्म दिवस की बधाई तारा तुम मां की आंखों का , पापा की मुस्कान हो तुम तुम सपना हो दादी मां का , दादाजी का अरमान हो तुम किलकारी से गूंजता आंगन स्वर्ग से... Hindi · Happy Birthday Shivansh · कविता 8 Share Skanda Joshi 18 May 2024 · 1 min read फ़रेब खुले आसमान में डूबते सूरज को देखते हुए , जज्बातों की जगह ख्यालों को बना अल्फ़ाज़ , हर दागदार झूठ को बेदाग सच की सियाही से लिखते हुए हाथ अब... Poetry Writing Challenge-3 6 Share Skanda Joshi 18 May 2024 · 1 min read कल्पनाओं के बीज कुछ कल्पनाओं के बीज बोए थे मैंने , सोच यह अंकुर फूटेगे कभी , फलित पुष्पित होगे यह भी कभी , धर रूप विशाल वृक्ष का सुकून की छाँव देगे... Poetry Writing Challenge-3 5 Share Skanda Joshi 18 May 2024 · 1 min read तेरा ज़िक्र दूरियाँ दूर करती हैं मुझे तुमसे, दिल की डूबती कश्ती का एक तू ही सहारा है। जाते जाते एक दफा मुझसे मिलते जाना, तेरे अगले पैगाम तक हमने भी खुदको... Poetry Writing Challenge-3 6 Share Skanda Joshi 18 May 2024 · 1 min read क्या है मोहब्बत?? नाम दिया ही है अगर तुमने एक तरफ़ा इश्क को मोहब्बत, तो उसको लज़्मी निभाओ और अगर न समझे कोई जज़्बात तुमारे तो अपने जज़्बातों का मज़ाक न बनवाओ। हो... Poetry Writing Challenge-3 7 Share Skanda Joshi 18 May 2024 · 1 min read याराना जिंदगी के सफर में चलते चलते कई अंजान लोगो से मिलते मिलते किसी की रूह का , तुम्हारी रूह से जुड़ जाना यही तो होता है यारो याराना। बिन कुछ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share Munish Bhatia 18 May 2024 · 1 min read आजकल आजकल सयाने बहुत हो गए हैं लोग आजकल, बनाते हैं रिश्ते जो अपना अपना काम देखकर ! शब्द बोलकर यूँ ही निकल जाते हैं लोग आजकल, जुबान के शब्दों से... Hindi 8 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2024 · 1 min read चली आना जब सहारे टूट जाएं सभी जब किनारे छूट जाएं सभी... (१) तुम सीधे यहां चली आना जब बहारें रूठ जाएं सभी... (२) जलता मिलेगा दिल का दीया जब सितारे बूझ... Hindi · गीत 5 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2024 · 1 min read मैंने कब कहा था तुझसे मुझे प्यार है मैंने कब कहा था तू ही मेरा यार है मैंने कब कहा था... (१) पलभर साथ कर ली तो इजरार समझ बैठा हंसकर बात कर ली... Hindi · गीत 4 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2024 · 1 min read न आए तुम किस दुनिया में आजकल हो गुम न आए तुम... (१) उदास कलियां चिड़ियां गुमसुम न आए तुम... (२) किसी और को क्या लिया है चुन न आए तुम... (३) सूखे... Hindi · गीत 4 Share ओमप्रकाश भारती *ओम्* 18 May 2024 · 1 min read बाईसवीं सदी की दुनिया लगता है तकनीकी पहुंच गई चरम पर देखा जाए तो इसकी अभी और लंबी है डगर मानव चांद पर पहुंचा है किंतु मंगल पर नहीं खोजना अभी बाकी है बहुत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2024 · 1 min read कौन मनाएगा तुमको यहां कौन मनाएगा तुमको कि तुम ऐसे रुठे रहते हो कोई क्या उसे सुनता भी है जो कुछ भी तुम कहते हो... (२) क्या तुम्हारा ज़मीर मर गया या तुम्हारी... Hindi · गीत 5 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2024 · 1 min read घर क्यों नहीं जाते जो दिल में तुम्हारे है वही कर क्यों नहीं जाते हरदम धमकी देते हो तुम मर क्यों नहीं जाते... (१) एक औरत से लड़ना कितना आसान काम है समाज के... Hindi · गीत 4 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2024 · 1 min read अपना जीना कम क्यों हो यहां ज़श्न हो मातम क्यों हो आख़िर बोझिल मौसम क्यों हो... (१) चाहे लाख यहां पतझड़ आए चारों तरफ वीरानी छाए जब चिड़ियों का चहकना कम न हुआ तो अपना... Hindi · गीत 5 Share Shekhar Chandra Mitra 18 May 2024 · 1 min read तेरी बेवफ़ाई याद रहेगी मुझे तेरी बेवफ़ाई याद रहेगी अपनी जग हंसाई याद रहेगी... (१) एक मासूम तमन्ना के बदले में हुई दिल की तबाही याद रहेगी... (२) तूने मेरे ख़िलाफ़ अदालत में जो... Hindi · गीत 5 Share सुनीलानंद महंत 18 May 2024 · 1 min read "" *नवीन नवनीत* "" "" *नवीन नवनीत* "" ***************** ( *1* )" *नवीन* " नवनीत आदर्श हमारे, *बनें रहेंगे सदा वे नवीन* ! इनके नक़्श-ए-क़दम पे चल रहे....., *देखे सपनों को करेंगे पूरा है... Hindi 5 Share नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर 18 May 2024 · 11 min read सन्यासी का सच तप सन्यासी का सत्य तप -- गोकुल खानाबदोश परिवार में जन्मा था जिसके समाज के लोग मन मर्जी के अनुसार जहां अच्छा लगा वहीं डेरा जमा लिया कुछ दिन रहे मन... Hindi · कहानी 6 Share Shravan singh 18 May 2024 · 1 min read विशाल अजगर बनकर विशाल अजगर बनकर यह क़र्ज़ निगल जाता है उस पस्त हुए व्यक्ति को निगल जाता है उसकी सारी खुशियों को बस बचती है तो सिर्फ़ एक जिंदा लाश। Hindi · कर्ज़ का दानव · कविता साहित्य श्रवण सिंह · श्रवण सिंह · श्रवण सिंह अहिरवार 1 6 Share Koमल कुmari 18 May 2024 · 1 min read सफ़र ठहरी नहीं अभी पड़ाव और है मंजिल दूर है राही नेह ठहरे कहीं दिशाओं की हर इल्म खूबसूरत लगे पर अलहदा इस राह की स्नेही मंजर सखी यह वश मे नहीं इसके अदद और है मन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 10 Share Dinesh Kumar Gangwar 18 May 2024 · 1 min read आहत हूॅ कष्ट बहुत था जीवन मे और धन का था अभाव पर ना थके कदम मेरे दुर्गम राहों पर चल कर पूर्ण हुए सब ख्वाब मेरे फिर भी आहत हूॅ मै... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share Koमल कुmari 18 May 2024 · 1 min read ** लगाव नहीं लगाना सखी ** लगाव नहीं लगाना सखी मैं अभागा कृष्ण के कुल का हूं वह तो ईश्वर थे सह गए मैं मानव जाति का मारा हूं है प्रेम यशोदा मैया से ना छोड़... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 18 May 2024 · 1 min read चार बजे प्रात: चार बजे की तन्हाई में रजाई की नरम गरमाई में हमारी नींद से नयन हैं बोझिल उनकी मजलिस जमी हुई है!! सितारों की चमक और ख़्वाब में अनजाने रास्तों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 6 Share Koमल कुmari 18 May 2024 · 1 min read सफल हुए *** सफल हुए *** विरक्ति मन में चाह बसी प्रिय! इस मनरूपी बंधन तोड़ तुम सफल हुए इसे निश्चलता से भिगोया आपने सागर पाकर भी जो सूखा था उसे सुकून... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 7 Share Neeraj Agarwal 18 May 2024 · 1 min read शीर्षक - सोच और उम्र शीर्षक - सोच और उम्र ******************* सच हमारी सोच और उम्र ही होती हैं। हम बचपन जवानी और बुढ़ापे सोचते हैं। सोच और उम्र ही तो बहुत कुछ कहती हैं।... Hindi · कविता 6 Share DrLakshman Jha Parimal 18 May 2024 · 1 min read "फेसबूक के मूक दोस्त" डॉ लक्ष्मण झा परिमल ================= कहाँ है उत्सुकता किसी को किसी को जानने की किसी को पहचानने की बस जुड़ गए हैं विशाल हस्तियों से कोई लेखक हैं कोई कवि... Hindi · कविता 6 Share Shashi Mahajan 18 May 2024 · 6 min read परवरिश परवरिश मुक्ता नौ महीने के आशीष को लेकर अरविंद सहगल के बंगले पर काम ढूँढने आई तो अरविंद की पत्नी नीना ने उसे काम पर रख लिया , उनका अपना... Hindi · कहानी 6 Share Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता} 18 May 2024 · 1 min read विरक्ती क्या करे जीवन संचार – वह रक्त जो विरक्त हो, किस आस पर टिके संसार - रीढ़ ही न सशक्त हो, विरक्ति का अर्थ विपरीत , संघर्षरत सार विरक्त आत्मा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 May 2024 · 1 min read तुम्हारा जिक्र ऐसा लगा किसी ने हमको, अंतर्मन में पुकारा है, मत कहना इन अल्फाजों में, आता जिक्र तुम्हारा है। वैसे तो तुम अपने दिल की, सब बातें कहते थे हमसे, अब... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 8 Share नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam) 18 May 2024 · 1 min read मॉर्निंग वॉक बस यूं ही, कभी सुबह की ठंडी-ठंडी धूप में निकले हों साथ-साथ, नंगे पैरों ही ओस में भीगी दूब पर, ना आंखों में सपनों का भार हो, ना पैरों पर... Poetry Writing Challenge-3 · दीपक कुमार श्रीवास्तव नील पदम् · दीपक नील पदम् · दीपक नीलपदम · नजरिया-ए-नील पदम् · नील पदम् की कवितायेँ 1 13 Share Paras Nath Jha 18 May 2024 · 3 min read संस्मरण #पिछले पन्ने (11) 1980 का दशक#खासकर टीन एजर्स छात्रों के लिए यह उम्र का वह दौर था,जब किसी बाल मन में निर्माण और विध्वंश दोनों तरह के विचारों का उदय एक साथ होता... Hindi · संस्मरण 7 Share भरत कुमार सोलंकी 18 May 2024 · 2 min read हमारी योग्यता पर सवाल क्यो १ हमारी योग्यता पर सवाल क्यो रख तानो को मन पर ख्यालो को खोजते है छोड सवालो को लालची मन का पता नही शादी पर लडको की योग्यता पर सवाल क्यो... Hindi · कविता 7 Share भरत कुमार सोलंकी 18 May 2024 · 2 min read लड़को की योग्यता पर सवाल क्यो हमारी योग्यता पर सवाल क्यो रख तानो को मन पर ख्यालो को खोजते है छोड सवालो को लालची मन का पता नही शादी पर लडको की योग्यता पर सवाल क्यो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका 8 Share Kshma Urmila 18 May 2024 · 1 min read 12 अंधे मोड 12 अंधे मोड ऊँचे रासतों के मोड अक्सर अंधे होते है ... बेहद जरूरी है , मंज़िल के गुमान संग खाईयों का अनुमान भी... लंबे रासते के राही थक कर... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Kavita 8 Share akash sharma 18 May 2024 · 1 min read आंखो के सपने और ख्वाब आंखो के सपने,दिलो के ख्वाब ढूंढ रहा हूं तेरे संजोए सपनो के जवाब ढूंढ रहा हूं समय रूपी अंधेरा जो छाया है इन दिनों बस उसी के लिए चिराग ढूंढ... Poetry Writing Challenge-3 7 Share akash sharma 18 May 2024 · 1 min read जिन्दगी के सवालों का जवाब जिंदगी के कठिन सवालों का जवाब हो तुम दिल की बगिया में खिला खूबसूरत सा गुलाब हो तुम क्रोध, तृष्णा,दंभ में चूर इस जहां में नेह,निष्ठा की पवित्र किताब हो... Poetry Writing Challenge-3 7 Share Ruchika Rai 18 May 2024 · 1 min read मन भारी है बाहर के शोर पर मेरे मन का शोर भारी है, इसको शांत करने की नही कोई तैयारी है। जमाने की हर आँच मन पर जमी हुई गहरी, उस आँच से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share Ruchika Rai 18 May 2024 · 1 min read प्रेम रोको,टोको,चाहे मन पर बाँध लगाओ चाहे मन को सीमाओं में बाँधे जाओ, जाने अनजाने ह्रदय में प्रस्फुटित, प्रेम रूपी बीज का मन में अंकुरण पाओ। कभी ताकत बन सारे मुश्किल... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share Ruchika Rai 18 May 2024 · 1 min read इजाजत है तुझे भी इजाजत अपने सपनों को जीने का, खुशियों के चंद लम्हें में गम को अपने पीने का, अपनी भावनाओं को प्रकट करना चाहे तो कर, रिश्तों के उधड़ते... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share Ruchika Rai 18 May 2024 · 1 min read इश्क अंजाम ए इश्क़ कहाँ कौन समझ पाया है, इश्क़ का नशा जिसके रूह में समाया है। ख़्वाबों ख्यालों में एक चेहरा होता अक्सर, जिसके लिए दिल में जज्बात गहराया है।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 5 Share Ruchika Rai 18 May 2024 · 1 min read कल्पना कल्पना के विस्तृत नभ में भागती फिरूँ मैं इधर उधर नही चाहती खो जाऊँ मैं अपने जीवन की हर सुहानी डगर। कल्पना की गहराई हो सदा ही, सागर से भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 7 Share Ruchika Rai 18 May 2024 · 1 min read जज्बात ये मेरे जज्बात मुझसे ही दगा कर जाते हैं, चाहती नही बयां हो फिर भी आँखों मे उतर आते हैं। न कोई सिलसिला न कोई वादा न कोई गिला, फिर... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 8 Share Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD 18 May 2024 · 1 min read "UG की महिमा" उठि कै तड़के भोर से, रहे प्याज खुदवाय। मस्त मगन मन झूमि कै, खुरपी रहे चलाय।। धीरे-धीरे करि जतन, साबुत प्याज निराय। खोदि बाल्टी भरि लिहे, लेहु तनिक सुस्ताय।। प्रेम... Hindi · कविता 3 3 6 Share Baldev Singh 18 May 2024 · 1 min read माफ सिया कर दिए गुनहगार हूं माफ सिया कर दिए गुनहगार हूं पांव तेरे मैं पडूं खतावार हूं ब्याह किया था मैंने धनवा तोड़कर संग में आई तू सब कुछ छोड़कर तुम हो असली फूल मैं... Poetry Writing Challenge-3 7 Share Baldev Singh 18 May 2024 · 1 min read मेरी फूट गई तकदीर मेरी फूट गई तकदीर अब ना कोई बंधावे धीर रो-रो जिंदगी ने खोऊं मैं रोऊं करतार नहीं कोई पाप किया नहीं कोई दोष है नहीं कोई गलती करी सिया निर्दोष... Poetry Writing Challenge-3 8 Share Shakuntla Agarwal 18 May 2024 · 2 min read "युद्ध के परिणाम " दुशासन के लहू से, अपने केशों को धो चुकी थी, दुर्योधन की भी जंघा टूट चुकी थी, कौरव वंश ख़ाक में मिल चुका था, घर - घर में चिता जल... Hindi 8 Share Page 1 Next