Posts Language: Chhattisgarhi 73 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid PK Pappu Patel 31 Oct 2025 · 1 min read जय जोहार छत्तीसगढ़ के रंग-बिरंगी, निक लागे तिहार। इंहा के नाचा करमा अउ पंथी, राउत नाचा ह लाये बहार। हमर गांव के हमर बोली म, कहिथन जय जोहार🙏 इंहा मैकाल अउ सिहावा,... Chhattisgarhi · Chhattisgarhi Kavita 62 Share Dushyant Kumar Patel 3 Aug 2025 · 1 min read भाखा नैना के ले जा मयारू, संगे-संग अपन, बांध ले मोला अंचरा के कोर। तोर सोनहा चिरई जस नैना म, गड़ी अरझ गे मोर जी के डोर। मोर हिरदे हावे घठौंदा कस, बन... Chhattisgarhi · कविता 131 Share Dushyant Kumar Patel 24 Jul 2025 · 1 min read सावन संग हरेली चल संगी, गेड़ी चढ़े अउ झूला झूले, बुलावत हे रुमझुम सावन के बदरा। हरियर बाग बगीचा, हरियर डाहर हे — धरती ओढ़े हे सुग्घर हरियर अंचरा।। सावन के फुहार संग,... Chhattisgarhi · छत्तीसगढ़ी कविता 116 Share TAMANNA BILASPURI 24 Jul 2025 · 1 min read दुख के नून आंकर हे एसों बरसा कहूँ रोंठ, त कहूँ-कहूँ पातर हे । कोनो कोती जरइ सर गेहे त, कोनो कोती चातर हे ।। जुग-जुग ले ये खेला करत आए पानी, बादर हे, जिनगी... Chhattisgarhi 125 Share JITESH BHARTI CG 17 Jul 2025 · 1 min read रतिया के गोदी मं 🌃🌓 🌙 रतिया के गोदी मं 🌙 रतिया के गोदी मं चंदा ह चमके, टिमटिम तारा मन आसमान मं दमके। थरथर पानिन ह सरसर बोले, मन के भीतर सपना ह खोले।... Chhattisgarhi · Article · Best Hindi · Hindi_poetry_हिंदी_कविता · छत्तीसगढ़ी · जितेश भारती 89 Share Dushyant Kumar Patel 27 Jun 2025 · 1 min read # संगी संगवारी जिनगी मा का रस रहि जाही, ये हिरदे ह कइसे हरियाही? मिठ-मिठ मया के गोठ रे, कोन सुनही अउ सुनाही — बिन संगी संगवारी के। मयारू के खबर कोन लाही,... Chhattisgarhi · Kavita · छत्तीसगढ़ी कविता 102 Share JITESH BHARTI CG 17 Jun 2025 · 1 min read ।। मोर घर माटी के ।। ।। मोर घर माटी के ।। मोर घर माटी के सुग्घर सुग्घर हे, चिरिया मन के गीत ह , सियान ल सुहाए दुवार-भीतरी म सुगंध माटी के, नान्हे कोंच के... Chhattisgarhi · Article · Best Hindi · छत्तीसगढ़ी कविता · जितेश भारती · माटी 1 73 Share JITESH BHARTI CG 31 May 2025 · 1 min read छत्तीसगढ़ के माटी छत्तीसगढ़ के माटी छत्तीसगढ़ के माटी कहिथे, आ संगी! मोर पहिचान हवै। धान के खुशबू महके-जइसे, हर कोना म अपन गाथा हवै।। बइला गाड़ी, नगाड़ा बाजे, लोक गीत म मिठास... Chhattisgarhi · Best Hindi · Chhattisgarhi · Chhattisgarhi Kavita · Poem · जितेश भारती 1 114 Share Santosh kumar Miri 28 May 2025 · 1 min read चिल कांदा *चिल कांदा* नदिया के तीरे - तीरे चिल कांदा बोहावत राहय , नान- नान लइका मन खाके मुस्कियावत राहय। अबड़ गुरतूर अउ मिठास लइका अऊ सियान मन के बुझावत राहय... Chhattisgarhi · कविता 73 Share Santosh kumar Miri 24 May 2025 · 1 min read एक पेड़ मां के नाम_मुनगा *एक पेड़ मां के नाम_मुनगा* मोर दाई कहीस सुन गा तय लगा ले मुनगा। मुनगा बहुत उपयोगी हे सब्जी बहुत जरूरी हे। आयरन विटामिन एमा मिलथे फूल पत्ती मुनगा सब्जी... Chhattisgarhi · Poem 82 Share Page 1 Next