Posts Language: Chhattisgarhi 52 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Dr. Kishan tandon kranti 20 Dec 2024 · 1 min read ए. आई. पहिली आइस कम्प्यूटर जी तेकर ले नेट-रोबोट, आदि ह पूछिस खुशी सो एमा का हे बिसेस? तइहा के गोठ ल बइहा लेगे अब आगिस ए. आई., बिग्यानिक मन काम करत... Chhattisgarhi · Poem 2 2 54 Share Dr. Kishan tandon kranti 17 Dec 2024 · 1 min read बाह रे चाय बाह रे चाय लईका पिचका माई-पिल्ला सबला अबड़ मिठाय, चाही कारी रहय के गोरी पीये म मजा आ जाय। बाह रे चाय लोटा भर पानी म संगी चाय पत्ती डल... Chhattisgarhi · Poem 2 2 31 Share Dr. Kishan tandon kranti 17 Dec 2024 · 1 min read हँसिया जम्मो रंधनी खोली म हँसिया ह समाय हे, तरकारी काटे-छोले म बड़ काम आय हे। हँसिया के जलवा देख चाकू तरमराय हे, हँसिया के सउत बनके ओहू जघा बनाय हे।... Chhattisgarhi · Poem 2 2 32 Share TAMANNA BILASPURI 28 Nov 2024 · 1 min read हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए... हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए... कउन कथे अंगठा छाप हे, कउन कथे के अढ़ही ए । अबड़ मयारू दुलौरिन बेटी, हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए ।। दक्षिण कोसल में उपजिस... Chhattisgarhi 30 Share Dushyant Kumar Patel 24 Nov 2024 · 1 min read मोर सोन चिरैया बन कोइली कस गीत सुनाय बर, सुवा ल मीठ मीठ गोठियाय बर झुरमुट अमराई म हुलास ले के, आबे सावन के झूला झुलाय बर बगइचा कस मन ल महकाय बर,... Chhattisgarhi · Chhattisgarhi · Chhattisgarhi Kavita · Poem 29 Share Dr. Kishan tandon kranti 22 Nov 2024 · 1 min read असली सफलता मनखे जिनगी म सफल बने बर जम्मो उदिम करथे। ओहा पढ़थे, लिखथे अउ बड़ मिहनत करथे। काम-धंधा रहे म ओला आगू बढ़ाथे। एकरे सेती एक दिन पद-पॉवर पा जाथे। अब्बड़... Chhattisgarhi · Article 2 2 43 Share TAMANNA BILASPURI 6 Nov 2024 · 1 min read आज, तोला चउबीस साल होगे... बोएं बिजहा, सोनहा बाली बनगे, पियर-गुलाबी गाल होगे । मड़ियावत-कुलकत, कब बेरा बितगे, रुप निहारत, निहाल होगे ।। मोर मयारु छत्तीसगढ़, आज, तोला चउबीस साल होगे ।।। जुग-जुग जी, अम्मर... Chhattisgarhi 33 Share Santosh kumar Miri 11 Oct 2024 · 1 min read तहि मोर प्रेम के कहानी *तहि मोर प्रेम के दीवानी*cg song मुखड़ा बॉय तहि मोर दिल के रानी तही मोर प्रेम के दीवानी रे . तहि मोर प्रेम के दीवानी तहि मोर प्रेम के दीवानी।... Chhattisgarhi · Poem 43 Share Santosh kumar Miri 11 Sep 2024 · 1 min read अपनापन *अपनापन* सब मेरा मैं सबका सबको अपना जान क्या तुझे नहीं है भान ? भाई सबको अपना जान क्या जात - पात क्या कु - जात? सब इंसान सब इंसान।... Chhattisgarhi · Poem 45 Share Santosh kumar Miri 11 Sep 2024 · 1 min read मांदर बाजय रे गोरी नाचे न *सीजी कर्मा गीत* *स्वर* हो...हो ..हो.. धा धीन धीनक2 धा धीन धीनक धा *मुखड़ा* Boys मांदर बाजय रे गोरी नाचय न तोर खोपा के कलगी मोर मन ला भावय 2... Chhattisgarhi · Poem 89 Share Santosh kumar Miri 9 Sep 2024 · 1 min read जय गणेश देवा आरती जय श्री गणेश की। जय गणेश जय गणेश देवा राष्ट्रीय एकता ला अखंड कर देवा लड्डू,और मोदक के भोग ले लेवा जेखर गोदी सुना हे ओला भर देवा जय... Chhattisgarhi · Poem 79 Share Santosh kumar Miri 5 Sep 2024 · 1 min read तुतरु *तुतरू* पीपर पाना के तुतरु बनायेंन पी..पीप..पी...पीप खूब बजायेन उही में बिहाव गीत गायेन गर्मी छुट्टी में रेचुल,ढेलुवा झूलेंन ठठ्ठा - ठठ्ठा मितान बदेन आम के डार ले पानी में... Chhattisgarhi · Poem 45 Share Santosh kumar Miri 4 Sep 2024 · 1 min read भड़ोनी गीत *भड़ोनी गीत* Girls हरियर हरियर मड़वा म पीवरा पिवरा हरदी 2 आए हे सुवासा मन हा भर-भरके बरदी।2 Boys हरियर हरियर मड़वा म पिवरा पिवरा हरदी 2 आए हे सुवासीन... Chhattisgarhi · Poem 70 Share Otteri Selvakumar 1 Sep 2024 · 1 min read उहे सफलता हवय । विशव म ए दउरान कतकोन कारीकरम होवत हे। सब कुछ जीत ले जादा सबो इंसान के इच्छा हावय। लेकिन... विशव म ए दउरान कतकोन कारीकरम होवत हे। सब कुछ जीत... Chhattisgarhi · Poem 83 Share रेवा राम बांधे 26 Aug 2024 · 1 min read देख रे भईया फेर बरसा ह आवत हे...... देख रे भईया फेर बरसा ह आवत हे, देख रे भईया फेर बरसा ह आवत हे। गली खोर, नदिया,नरवा, मार पानी के बकबकवात हे, सावन के महीना मा संगी सबो,... Chhattisgarhi · Poem 85 Share TAMANNA BILASPURI 25 Aug 2024 · 1 min read मात गे हे डोकरा... चिन्हारी घलो नइहे, कोन बहरिहा कोन पखरिहा । भुइँया संग मात गेहे , नांगर - नगरिहा ।। चिलम गुड़गुड़ावत हे, खुमरी ह गावत हे । गावत हे झिंगुरा, मेचका तबला... Chhattisgarhi 51 Share डिजेन्द्र कुर्रे 20 Aug 2024 · 1 min read मया के खजाना हावय ग मया के खजाना =========================== सबके मुड़ म आज बँधाए,बाना हावय ग। मोर छत्तीसगढ़ म,मया के खजाना हावय ग। सुख पाए के डहर जिहा, मनमाना हावय ग। मोर छत्तीसगढ़ म,मया के... Chhattisgarhi · Poem 1 51 Share डिजेन्द्र कुर्रे 20 Aug 2024 · 1 min read मया के खजाना मया के खजाना ============ आज हमर ये छत्तीसगढ़ म, हमर ही जमाना हावय जी। प्रेमभाव संग कोठी कोठी, मया के खजाना हावय जी। धरती के हरियर छईयाँ म, हम सब... Chhattisgarhi · Poem 1 53 Share डिजेन्द्र कुर्रे 20 Aug 2024 · 1 min read हरेली तिहार हरेली तिहार ======== लइका सियान जुरमिल के, हरेली तिहार मनाबो। नदिया नरवा तरिया म, गैंती रांपा ल धो आबो। लकड़ी के पहुँवा ल धरके , हमर बबा जगा जाबो। बांस... Chhattisgarhi · Poem 1 65 Share Dushyant Kumar Patel 4 Aug 2024 · 1 min read *हरेली तिहार मनाबो जी* हंसत खिलत जिनगी ला झन फीका करव, चला सबों जुरमिल हरेली तिहार मनाबो जी l घर मा गुड़ चीला, गुलगुला भजिया खाके, खाल्हे पारा खो-खो,फुगड़ी खेले जाबो जी l गोधन... Chhattisgarhi · Chhattisgarhi Kavita · छत्तीसगढ़ी कविता 1 69 Share Santosh kumar Miri 25 Jul 2024 · 1 min read पीपर के पाना *सीजी सॉन्ग* Boys बोल पीपर के पाना डोलत नई हे टुरी रंगरसिया बोलत नई हे मोर दिल मे बसे हवस मन मोहिनी तोर नाक नथनी,ककनी अ ऊ झुमका चुनरी केसरिया... Chhattisgarhi · Poem 1 84 Share Santosh kumar Miri 25 Jul 2024 · 1 min read आजा न गोरी आजा न गोरी तै मोरे तीर म २ मया पिरित के घूंट पीला दे खुशी छा जा ही मन म । हरिया जाहि तन हा। Female आवत हव राजा मैं... Chhattisgarhi · Poem 72 Share Dushyant Kumar Patel 14 Jun 2024 · 1 min read हमर मयारू गांव हरियर हरियर ये अंचरा बड़ फबे हे, अब्बड़ सुघ्घर हे हमर मयारू गांव l मने मन मुस्काथे रूखराई घलो जी, मनखे ला बुलाथे बर पीपर के छांव l झिमिर-झिमिर रुमझुम... Chhattisgarhi · Chhattisgarhi · Chhattisgarhi Kavita · Kavita 79 Share Santosh kumar Miri 28 May 2024 · 1 min read खर्राटा *खर्राटा* (हास्य व्यंग्य) नवा नेवन्नीन खर्राटा मारत सुतगे । नवा खटिया के पाटी टुटगे दूल्हा ओखर झकना के उठगे पाटी ला बनावत बनावत पछिना छूटगे। दूनो परानी उखरा मे सूत... Poetry Writing Challenge-3 · Humour 142 Share नेताम आर सी 24 May 2024 · 1 min read मजदूरों के मसीहा मजदूरों के मसीहा मसीहा मसीहा, मन मंदिर में बसइया बसइया बसइया। तोला लाल सलाम नियोगी जी। तोला लाल सलाम हे। मजदूरों के मसीहा . . . . . . हक... Poetry Writing Challenge-3 1 127 Share Dushyant Kumar Patel 19 May 2024 · 1 min read ये गड़ी रे आरो ले मोर पिरीत के तैं ये गड़ी रे, रही रही तोर सुरता मा मन जरत हे l बन ठन के आ मिले बर अमराई मा, तोला गोठियाए बर ये... Chhattisgarhi · Chhattisgarhi · Poem 69 Share Santosh kumar Miri 18 May 2024 · 1 min read हनुमान जी के गदा *गदा* (हास्य रस) हनुमान जी के गदा हास हास के पेट फुलगे ददा खोरबहरीन ला भूत धरलीस बैगा हा हनुमान चालीसा सुनाइस अऊ चार कोर्रा लगाईस खोरबहरिन के भूत उतरगे... Poetry Writing Challenge-3 123 Share Santosh kumar Miri 17 May 2024 · 1 min read मैं हूं कार *मैं हूं कार* कार मैं सबका यार मुझ बिन जाना बेकार। कार मैं सबका यार सफेद ,काला,लाल,गुलाबी काम आता समाजोपयोगी जो मेरी देखभाल करता मैं उसकी सुरक्षा करता। कार मैं... Poetry Writing Challenge-3 97 Share Santosh kumar Miri 16 May 2024 · 1 min read आम के छांव *आमा के छांव* आम के छांव निक लागे मोर गांव शीतल छांव रोहन मोहन आव जनउला खेलने किसका है दांव? आम के छांव...... हरियर हरियर पाना के हरियर हरियर दाना... Poetry Writing Challenge-3 · Poem 2 149 Share डॉ. शशांक शर्मा "रईस" 5 May 2024 · 1 min read फागुन महराज, फागुन महराज, अब के गए कब अइहा: लोक छत्तीसगढ़ी कविता कलकुत के दिन गइस रे संगी, जाड़ के दिन ह पहागे!! धान-पान सब घर म आगे, खेत कोठार सकलागे!! होके छुछिन्दहा घाम उवत हे, थोर थोर कहले लागिस!! मोटहा कथरी... Chhattisgarhi · Poem 1 120 Share Dr. Kishan tandon kranti 6 Apr 2024 · 1 min read अजर अमर सतनाम मनखे मनखे जम्मो एक बरोबर, जइसे पानी कोई बड़ सरोवर। सत के कारन होथे सच्चा काज, तभे तो सबो जघा हे एकरे राज। सतनाम के करही जउन ह जाप, कट... Chhattisgarhi · Poem 3 3 144 Share Dr. Kishan tandon kranti 6 Apr 2024 · 1 min read रेल चलय छुक-छुक रेल चलय छुक छुक धुआँ निकलय भुक भुक। रेल ल देखिच बुढ़वा बबा इहाँ-उहाँ ले डब्बे डब्बा हाथ बताके बोलय रुक रुक, रेल चलय छुक छुक। रेल म बैठिच मुन्ना... Chhattisgarhi · Poem 3 3 112 Share Mahetaru madhukar 27 Feb 2024 · 1 min read नये साल में नये साल में मिलके खिलखिलाये नये साल में, दिल से दिल मिलाये नये साल में। बैर, भेद, छल, कपट पाटके साथी, सभी को गले लगाये नये साल में। किसी को... Chhattisgarhi · Poem 1 156 Share Lakhan Yadav 2 Feb 2024 · 1 min read चिला रोटी परदेसिया बाबु बसे कोसन म, रंग बिरंगी पोता गे होही । हहो रद्दा- बाट के ठेला खजेना म , मुंह उंखरो चिकना गे हाेही । रंग- रंग के तेलपरा फोरन... Poetry Writing Challenge-2 1 177 Share Lakhan Yadav 30 Jan 2024 · 2 min read मैं तो अंहकार आँव जमाना बदलत जात हे , किसम - कीसम के रूप । कभु - कभु हे बादर - बरसा , अउ कभु हे धूप । हर समय हर काल म ,... Poetry Writing Challenge-2 1 202 Share Lakhan Yadav 30 Jan 2024 · 1 min read चुनाव पांच बछर के गुजरे ले , सुरता तुन्हर सताए लागथे। खुर्सी दंउड के सपना म , अंतस मोर छटपटाए लागथे।।1।। दिन बादर फेर आवत हे , हिसाब – किताब लगाय... Poetry Writing Challenge-2 1 132 Share सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र ' 11 Dec 2023 · 1 min read 🫴झन जाबे🫴 🫴झन जाबे🫴 🌹 पइरी ल बजावत आबे मन ल रिझा के झन जाबे। किरिया हावय परेम के तोला सुन्ना म मोला सोरियाबे। 🌹 मुंदरी दिही तोला ताना कजरा घलो रोवाही... Chhattisgarhi · Poem 221 Share सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र ' 11 Dec 2023 · 1 min read 👰🏾♀कजरेली👰🏾♀ 👰🏾♀कजरेली👰🏾♀ मैं गरीब घर के बोईर कांटा छितका कुरिया मड़वा कईसे हमाही। कारी देह हरदी नई भावय सोलह-श्रृंगार मोला देख लजाही। 🍁🍁🍁🍁🍁🍁 पाहौं मया मितान बड़बोला के जुच्छा बासी मोला... Chhattisgarhi · Poem 224 Share PK Pappu Patel 20 Nov 2023 · 1 min read भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके। भिनसार ले जल्दी उठके, रंधनी कती जाथे झटके। बारी म चार डुहरू हे,पल्लो पलोवत नोनी थकगे। करेला करू होथे फेर तभो ले चल एला खइगे। रोज के तोर आलू रंधइ,मार... Chhattisgarhi · Poem · Quote Writer 311 Share Mukesh Kumar Sonkar 1 Nov 2023 · 1 min read मोर छत्तीसगढ़ महतारी *मोर छत्तीसगढ़ महतारी* मोर छत्तीसगढ़ महतारी हावय सबले महान, एकर कोरा मा खेलय का लईका का सियान। हमर राज्य के सुख सम्पदा हा सबके मन ला भावय, एक बार जेन... Chhattisgarhi · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · छत्तीसगढ़ · छत्तीसगढ़ महतारी · छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस · छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया 1 759 Share Dr. Kishan tandon kranti 16 Oct 2023 · 1 min read "कहानी (कहनी)" सदा दिन ले कहानी के जरी म सत, धरम अउ नियाव के बात रइसे। जिनगी घलो तो एक कहानी आय। मनखे ल अतका मिहनत तो जरूर करना चाही के ओकर... Chhattisgarhi · Article 13 8 209 Share Dijendra kurrey 6 Oct 2023 · 1 min read मोर सपना मुक्तक - मोर सपना तहीं =================== तोर आँखी के काजर दीवाना करे, मोला देखे ब का का बहाना करे। जे गली म कभु तै आए नहीं, मोर मोहल्ला म तै... Chhattisgarhi 139 Share Dijendra kurrey 6 Oct 2023 · 1 min read चौकीदार का होगे चौकीदार हमर ========================= मणिपुर हिंसा ल छोड़के, बिदेश म बड़ घूमत हे। का होगे चौकीदार हमर,आरो घलो नई लेवत हे।। आज बहु बेटी के इज्जत लुटागे, बड़े-बड़े नेता... Chhattisgarhi 151 Share Dijendra kurrey 6 Oct 2023 · 1 min read जिंदगी के पाठ जिनगी के जे पाठ पढ़ाथे ★★★★★★★★★★★★★★★★★ तन मन से अंधियार मिटाके हिरदे ल उज्जर करथे, रीति धरम के दीया जलाके ज्ञान पुंज घट मा भरथे। मरम यही मन म समेट... Chhattisgarhi · Poem 1 183 Share PK Pappu Patel 4 Oct 2023 · 1 min read ये मानसिकता हा गलत आये के मोर ददा बबा मन साग भाजी बेचत रहिन ये मानसिकता हा गलत आये के मोर ददा बबा मन साग भाजी बेचत रहिन त महुं बेचहुं, अगर तुमन पुरानेच रद्दा मा चलहुं कइहा त कभु डाँ. अम्बेडकर, डाँ. कलाम... Chhattisgarhi · Quote Writer 349 Share Mukesh Kumar Sonkar 3 Oct 2023 · 1 min read पितर पाख पितर पाख देवत हावव तुमन सब झन ला नेवता, मोर घर मा आहू हमर पितर देवता। नम्मी श्राद्ध के दिन मा आही मोर महतारी, ओकर सुरता मा आंसू मोर बोहाथे... Chhattisgarhi · Poem · कविता · पितर · पितरों पर कविता · पितृ पक्ष 1 338 Share Krishna Kumar ANANT 2 Oct 2023 · 1 min read दोहा ज्ञानी से ज्ञानी लड़े हो ज्ञानो की बात मूर्ख से मूर्ख लड़े हो दु घुसा दू लात कृष्ण कुमार अनंत Chhattisgarhi 1 120 Share सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र ' 22 Jul 2023 · 1 min read 💜सपना हावय मोरो💜 💜सपना हावय मोरो💜 सपना हावय मोरो देह मोर हरदी लग जातिस। भाग के लक्ष्मी बन के सुघ्घर दन -पुतरी आतिस।। 💜💜💜💜💜💜 परेम के अँचरा ओढ़ के मोरो मया म नहातिस।... Chhattisgarhi · Poem 5 2 288 Share सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र ' 22 Jul 2023 · 1 min read 👗कैना👗 👗कैना👗 मीठ-मीठ बोली होंठ तोर लाली। निच्चट गोरी तै पहिरे सोनहा बाली।। 🍃🍃🍃🍃🍃🍃 आँखी हावय कजरारी बिरौनी है मतवार। मतवारी तोर नैना काजर के करे श्रृंगार।। 🍃🍃🍃🍃🍃🍃 गाल गजब तोर... Chhattisgarhi · Poem 1 151 Share Mukesh Kumar Sonkar 16 Jul 2023 · 2 min read छत्तीसगढ़िया संस्कृति के चिन्हारी- हरेली तिहार छत्तीसगढ़िया संस्कृति के चिन्हारी- हरेली तिहार हमर छत्तीसगढ़ हमेशा ले अपन संस्कृति अऊ परम्परा के खातिर पहचाने जाथे, इहां के सुग्घर नंदिया-नरवा, जंगल-पहाड़, खेत-खार, बाग-बगीचा मन के सुंदरता हा मन... Chhattisgarhi · Article · त्यौहार · लेख · लोकपर्व · संस्कृति 1 692 Share Page 1 Next