Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Mar 2023 · 1 min read

#justareminderekabodhbalak

#justareminderekabodhbalak
दया प्रभु की अनवरत,
बरसे बारम्बार
या अबोध बौडम भया,
कृत कृत धन्य हजार
रे भाया कृत कृत धन्य हजार ||
सूत सूत को सूट है
कपडा सिल्क कपास
जो मिलिवे सिलवे वही
लीजो नजर उतार
रे भाया लीजो नजर उतार ||

85 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
About [ Ranjeet Kumar Shukla ]
About [ Ranjeet Kumar Shukla ]
Ranjeet Kumar Shukla
धरती करें पुकार
धरती करें पुकार
नूरफातिमा खातून नूरी
एक सबक इश्क का होना
एक सबक इश्क का होना
AMRESH KUMAR VERMA
सफर
सफर
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
धुनी रमाई है तेरे नाम की
धुनी रमाई है तेरे नाम की
सुशील मिश्रा (क्षितिज राज)
*श्रम से पीछे कब रही, नारी महिमावान (कुंडलिया)*
*श्रम से पीछे कब रही, नारी महिमावान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
बेटियां एक सहस
बेटियां एक सहस
तरुण सिंह पवार
पिता की व्यथा
पिता की व्यथा
मनोज कर्ण
रिश्तों के मायने
रिश्तों के मायने
Rajni kapoor
छुपा रखा है।
छुपा रखा है।
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि ’
Helping hands🙌 are..
Helping hands🙌 are..
Vandana maurya
" पहला खत "
Aarti sirsat
पर्दाफाश
पर्दाफाश
Shekhar Chandra Mitra
जीवन
जीवन
नन्दलाल सुथार "राही"
हमें उम्र ने नहीं हालात ने बड़ा किया है।
हमें उम्र ने नहीं हालात ने बड़ा किया है।
Kavi Devendra Sharma
गम्भीर हवाओं का रुख है
गम्भीर हवाओं का रुख है
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
■ आज की बात
■ आज की बात
*Author प्रणय प्रभात*
जमाना जीतने की ख्वाइश नहीं है मेरी!
जमाना जीतने की ख्वाइश नहीं है मेरी!
Vishal babu (vishu)
Tera wajud mujhme jinda hai,
Tera wajud mujhme jinda hai,
Sakshi Tripathi
खंड: 1
खंड: 1
Rambali Mishra
इतनी फुर्सत है कहां, जो करते हम जाप
इतनी फुर्सत है कहां, जो करते हम जाप
सूर्यकांत द्विवेदी
बगिया
बगिया
Vijay kannauje
चंद घड़ी उसके साथ गुजारी है
चंद घड़ी उसके साथ गुजारी है
Anand.sharma
💐प्रेम कौतुक-241💐
💐प्रेम कौतुक-241💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चाहत है तो रुसवाई का इमकान बहुत है। हर शख्स दिल लगा के परेशान बहुत है।
चाहत है तो रुसवाई का इमकान बहुत है। हर शख्स दिल लगा के परेशान बहुत है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
नई तरह का कारोबार है ये
नई तरह का कारोबार है ये
shabina. Naaz
वो जो तू सुन नहीं पाया, वो जो मैं कह नहीं पाई,
वो जो तू सुन नहीं पाया, वो जो मैं कह नहीं पाई,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
मातृ दिवस
मातृ दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ना चराग़ मयस्सर है ना फलक पे सितारे
ना चराग़ मयस्सर है ना फलक पे सितारे
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
दुनियां की लिहाज़ में हर सपना टूट के बिखर जाता है
दुनियां की लिहाज़ में हर सपना टूट के बिखर जाता है
'अशांत' शेखर
Loading...