Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Nov 2023 · 1 min read

#justareminderdrarunkumarshastri

#justareminderdrarunkumarshastri
omg how much technology has advanced so far
upto last during previous year the earthen pots has one and only one requirement to lit is – oil and if by any chance water is shed on to them they did not work
now they are being lit with water omg and if oil is poured they refuse to give light hahahha

228 Views
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

तुम्हारी दुआ।
तुम्हारी दुआ।
सत्य कुमार प्रेमी
कुण्डलिया
कुण्डलिया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
तुम्हें प्यार करते हैं
तुम्हें प्यार करते हैं
Mukesh Kumar Sonkar
कुदरत के रंग.....एक सच
कुदरत के रंग.....एक सच
Neeraj Agarwal
नजरअंदाज करने के
नजरअंदाज करने के
Dr Manju Saini
दिल बेकरार है
दिल बेकरार है
Jyoti Roshni
करें स्वागत सभी का हम जो जुड़कर बन गए अपने
करें स्वागत सभी का हम जो जुड़कर बन गए अपने
DrLakshman Jha Parimal
मतलब का सब नेह है
मतलब का सब नेह है
विनोद सिल्ला
नजर और नजरिया
नजर और नजरिया
Dr. Kishan tandon kranti
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
तूफान सी लहरें मेरे अंदर है बहुत
डॉ. दीपक बवेजा
"बेटी की ईच्छा"
ओसमणी साहू 'ओश'
पल
पल
Sangeeta Beniwal
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
सुबह सुबह घरवालो कि बाते सुनकर लगता है ऐसे
ruby kumari
#नज़र #
#नज़र #
Madhavi Srivastava
अदाकारियां नहीं है
अदाकारियां नहीं है
Surinder blackpen
लिफाफा देखकर पढ़ते
लिफाफा देखकर पढ़ते
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
नारी
नारी
sheema anmol
ये  बेरुखी  अच्छी  नहीं  बातें  करो।
ये बेरुखी अच्छी नहीं बातें करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
परवरिश
परवरिश
Deepali Kalra
तेरे संग
तेरे संग
seema sharma
तमाम लोग
तमाम लोग "भोंपू" की तरह होते हैं साहब। हर वक़्त बजने का बहाना
*प्रणय*
4129.💐 *पूर्णिका* 💐
4129.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
शेखर सिंह
शेखर सिंह
शेखर सिंह
समझों! , समय बदल रहा है;
समझों! , समय बदल रहा है;
अमित कुमार
दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
दुःख बांटने से दुःख ही मिलता है
Sonam Puneet Dubey
दो-दो कुल की मर्यादा हो...
दो-दो कुल की मर्यादा हो...
आकाश महेशपुरी
कहूँ तो कैसे कहूँ -
कहूँ तो कैसे कहूँ -
Dr Mukesh 'Aseemit'
मैं जब करीब रहता हूँ किसी के,
मैं जब करीब रहता हूँ किसी के,
Dr. Man Mohan Krishna
मार्केटिंग
मार्केटिंग
Shashi Mahajan
ज़िन्दगी..!!
ज़िन्दगी..!!
पंकज परिंदा
Loading...