Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Oct 2021 · 1 min read

Just Because They Are Narcissist

Just because they can’t hate themselves,
They try to make you hate yourself.
The light is absent from their aura,
And they shove you towards the swamp of darkness.
Their empty heart can’t tolerate your abundant love,
And their cruel hunger feeds on the pain they cause.
Your resilience energizes them to do their worst,
And your silence encourages them to reiterate it.
They can’t get out of their narrow lanes of thought,
And they barricade the growth of your soul.
They are always insecure about what they have,
And they crush it, what they call the Love.

Language: English
Tag: Poem
1 Like · 531 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Manisha Manjari
View all
You may also like:
जो मिला ही नहीं
जो मिला ही नहीं
Dr. Rajeev Jain
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
Brijpal Singh
बाहर के शोर में
बाहर के शोर में
Chitra Bisht
ॐ নমঃ শিবায়
ॐ নমঃ শিবায়
Arghyadeep Chakraborty
3849.💐 *पूर्णिका* 💐
3849.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
नारी जाति को समर्पित
नारी जाति को समर्पित
Juhi Grover
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Rainbow on my window!
Rainbow on my window!
Rachana
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
#तस्वीर_पर_शेर:--
#तस्वीर_पर_शेर:--
*प्रणय*
अन्नदाता किसान
अन्नदाता किसान
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
बुढ़ापा भी गजब हैं
बुढ़ापा भी गजब हैं
Umender kumar
या सरकारी बन्दूक की गोलियाँ
या सरकारी बन्दूक की गोलियाँ
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
कुंए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है
शेखर सिंह
खुदा ने ये कैसा खेल रचाया है ,
खुदा ने ये कैसा खेल रचाया है ,
Chaahat
खर्च कितना करें
खर्च कितना करें
मधुसूदन गौतम
अभी भी जारी है जंग ज़िंदगी से दोस्तों,
अभी भी जारी है जंग ज़िंदगी से दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
न जुमला, न आरोपों की राजारानी चाहिए।
न जुमला, न आरोपों की राजारानी चाहिए।
Sanjay ' शून्य'
काहे से की लवंडा बीबी पाया वर्जिन है। मोदी जी वाह क्या सीन है।
काहे से की लवंडा बीबी पाया वर्जिन है। मोदी जी वाह क्या सीन है।
Rj Anand Prajapati
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
दुनिया की हर वोली भाषा को मेरा नमस्कार 🙏🎉
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
सदा मन की ही की तुमने मेरी मर्ज़ी पढ़ी होती,
अनिल "आदर्श"
अमीरों की गलियों में
अमीरों की गलियों में
gurudeenverma198
*तुम अगर साथ होते*
*तुम अगर साथ होते*
Shashi kala vyas
संघर्ष हमेशा खाली पन में ही अक्सर होता है
संघर्ष हमेशा खाली पन में ही अक्सर होता है
पूर्वार्थ
विचार, संस्कार और रस [ दो ]
विचार, संस्कार और रस [ दो ]
कवि रमेशराज
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
*राममय हुई रामपुर रजा लाइब्रेरी*
*राममय हुई रामपुर रजा लाइब्रेरी*
Ravi Prakash
" सूत्र "
Dr. Kishan tandon kranti
वक़्त का सबक़
वक़्त का सबक़
Shekhar Chandra Mitra
चंद अशआर
चंद अशआर
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...