Jai Mata di
नेता जी पधारे, माता जी के द्वारे।
चमचे पाव पखारे, बोले माता के जयकारे।।
हाथ जोड़ नेता जी, इधर उधर निहारे।
देख श्रद्धालुओं की कतारें, मैय्या को पुकारे।।
मैय्या ने सुन ली, नेता जी की अरदास।
खुश हुए नेता चमचा, शुरू हुआ वीआईपी पास।।
मैय्या ने पुजारी को बुलाया समझाया।
मेरे भक्त मुझसे न रूठे, उसका उपाय समझाया।।
नेताओं चमचों की लाइन अलग करो।
मेरे सब बच्चे समान है, इन सबको तुम बिलग करो।।
कृपापात्र कैसे ये होंगे, इनकी श्रद्धा फर्जी है।
कृपा करूंगी सद भक्तो पर, अब यह मेरी मर्जी है।।
जय माता दी