II लपेटकर II
जो नोट तुम रखे हो बिरादर लपेटकर l
हम भी रखे हैं हाथ में नश्तर लपेटकरll
ना भीख में मिलेगी ए दुनिया कभी तुझे l
हाथों में तुम भी रख लो मुकद्दर लपेटकर ll
सूदो मैं होगा चुकता ए कर्ज़I तेरा कभी l
अभी तो यार रखो भि तेवर लपेटकर ll
मेरे हवाले कर दो जो हक होता है मेरा l
घर से चला जा मेरे तु बिस्तर लपेट कर ll