II…मैं आईने के सामने….II
पहले मैं था,जब, रब ने मिलाया आपसे l
आईना था सामने,मैं आईने के सामने ll
मैं हूं जाने कहां ,होश अब तक आया नहींl
मौत मन की हो गई ,जिंदगी मेरे सामने ll
संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश l
पहले मैं था,जब, रब ने मिलाया आपसे l
आईना था सामने,मैं आईने के सामने ll
मैं हूं जाने कहां ,होश अब तक आया नहींl
मौत मन की हो गई ,जिंदगी मेरे सामने ll
संजय सिंह “सलिल”
प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश l