Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Sep 2024 · 1 min read

I dreamt of the night we danced beneath the moon’s tender li

I dreamt of the night we danced beneath the moon’s tender light,
The stars, in quiet wonder, watched our souls ignite.
The love you carried deep within took a sudden flight,
It spread across the heavens, bathing me in pure delight.
Your hands were warm, your embrace a refuge, so tight,
You felt like home, even in our fleeting sight.
Though we met but for moments, I’d rewrite this tale each night,
In a thousand lifetimes, I’d relive our love’s soft light.
The wind once whispered of promises, vows infinite,
‘Always and forever’ echoes, even as life and death unite.
Thunderous clouds, envious, gathered without invite,
And the rain poured on my dream, leaving silence in its flight.
A single tear fell, my heart broke without a fight,
My eyes searched the horizon where you now dwell, so bright.
Gazing down from beyond, watching over me from the height,
I reach for you, my love, even in the fading light.

1 Like · 65 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Manisha Manjari
View all
You may also like:
Future Royal
Future Royal
Tharthing zimik
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
Poonam Matia
*हिंदी*
*हिंदी*
Dr. Priya Gupta
महादान
महादान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
अजनबी
अजनबी
लक्ष्मी सिंह
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
नयी नवेली
नयी नवेली
Ritu Asooja
जब छा जाए गर तूफ़ान
जब छा जाए गर तूफ़ान
Meera Thakur
फ़िलहाल देश को सबसे बड़ी ज़रुरत समर्थ और सशक्त विपक्ष की।
फ़िलहाल देश को सबसे बड़ी ज़रुरत समर्थ और सशक्त विपक्ष की।
*प्रणय*
नारीत्व
नारीत्व
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
पीकर चलना  नारियल , करना तू प्रयास ।
पीकर चलना नारियल , करना तू प्रयास ।
Neelofar Khan
पुरखों के गांव
पुरखों के गांव
Mohan Pandey
" फोबिया "
Dr. Kishan tandon kranti
*देखा यदि जाए तो सच ही, हर समय अंत में जीता है(राधेश्यामी छं
*देखा यदि जाए तो सच ही, हर समय अंत में जीता है(राधेश्यामी छं
Ravi Prakash
हसदेव बचाना है
हसदेव बचाना है
Jugesh Banjare
मिल के बिछड़ गये,
मिल के बिछड़ गये,
Dr fauzia Naseem shad
धैर्य और साहस...
धैर्य और साहस...
ओंकार मिश्र
जिंदगी
जिंदगी
Neeraj Agarwal
4861.*पूर्णिका*
4861.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चला गया
चला गया
Rajender Kumar Miraaj
" तार हूं मैं "
Dr Meenu Poonia
आत्मबल
आत्मबल
Punam Pande
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
आसमाँ मेें तारे, कितने हैं प्यारे
The_dk_poetry
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
दलित साहित्य / ओमप्रकाश वाल्मीकि और प्रह्लाद चंद्र दास की कहानी के दलित नायकों का तुलनात्मक अध्ययन // आनंद प्रवीण//Anandpravin
आनंद प्रवीण
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
क़िरदार अपनी आंखों में झलक उठता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
राज़ की बात
राज़ की बात
Shaily
बादलों की उदासी
बादलों की उदासी
Shweta Soni
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
ज़िंदगी के फ़लसफ़े
Shyam Sundar Subramanian
शालीनता , सादगी और संस्कार भी एक श्रृंगार है , तथाकथित आधुनि
शालीनता , सादगी और संस्कार भी एक श्रृंगार है , तथाकथित आधुनि
पूर्वार्थ
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
Rj Anand Prajapati
Loading...