Happy Hug Day
Happy Hug Day
बसंती पाख में जाना नामुमकिन ख्वाब है पाला…
हसीं सपनों की हाला से लबालब आंख का प्याला…
यदि ना तुम कल्पना होती अगर होती हकीकत में,
तुम्हें आगोश में लेता सब्र का टूटता ताला…
ना तुम, तुम रही होती, ना भारत मैं रहा होता,
बिखरती टूटती गूंथती महकती नेह की माला…
भारतेन्द्र शर्मा “भारत”
धौलपुर, राजस्थान