ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जब भी तू मेरे दरमियाँ आती है
मॉर्निंग वॉक
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
नई पीढ़ी में तनाव: कारण, प्रभाव और इसे कम करने के उपाय
आज अंधेरे से दोस्ती कर ली मेंने,
जब ज्ञान स्वयं संपूर्णता से परिपूर्ण हो गया तो बुद्ध बन गये।
जेठ कि भरी दोपहरी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मां की आँखों में हीरे चमकते हैं,
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
चार दिन की जिंदगी किस किस से कतरा के चलूं ?
साहिल समंदर के तट पर खड़ी हूँ,