आपके प्रत्युत्तर में ही आपकी प्रतिभा छुपी है !बेतुकी प्रतिक्
उसने कहा जो कुछ तो पहले वो
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
दुनियां कहे , कहे कहने दो !
(((((((((((((तुम्हारी गजल))))))
वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
वही हसरतें वही रंजिशे ना ही दर्द_ए_दिल में कोई कमी हुई
किसी अनजाने पथ पर भय जरूर होता है,
किसी ने चोट खाई, कोई टूटा, कोई बिखर गया