वो इश्क जो कभी किसी ने न किया होगा
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
Lately, what weighs more to me is being understood. To be se
প্রতিদিন আমরা নতুন কিছু না কিছু শিখি
आज की दुनिया ऐसी ज़ालिम है...
*संसार में रहो लेकिन संसार के होकर नहीं*
इस दुनिया में सिर्फ मोबाइल को ही पता होता है उसका मालिक का क
उसके पलकों पे न जाने क्या जादू हुआ,
चरित्र साफ शब्दों में कहें तो आपके मस्तिष्क में समाहित विचार
*संस्कार*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
*चिड़ियों को जल दाना डाल रहा है वो*
अब आदमी के जाने कितने रंग हो गए।
मेरे जैसे तमाम "fools" को "अप्रैल फूल" मुबारक।
आपका समाज जितना ज्यादा होगा!