Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2024 · 1 min read

Dr Arun Kumar shastri

Dr Arun Kumar shastri
एक अबोध बालक
अरूण अतृप्त
The basic formulations of life is
Forget and forgive बाकी अगर कुछ है तो वो इसके अनुरूप ही होगा इस से परे कुछ भी नहीं।
अन्यथा आप सुख से जी न सकोगे।

10 Views
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
*स्वच्छ मन (मुक्तक)*
Rituraj shivem verma
متفررق اشعار
متفررق اشعار
अरशद रसूल बदायूंनी
एक ग़ज़ल
एक ग़ज़ल
Kshma Urmila
रूबरू  रहते हो ,  हरजाई नज़र आते हो तुम ,
रूबरू रहते हो , हरजाई नज़र आते हो तुम ,
Neelofar Khan
नि: शब्द
नि: शब्द
Sonam Puneet Dubey
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन
sushil yadav
*प्रेम का डाकिया*
*प्रेम का डाकिया*
Shashank Mishra
सद्विचार
सद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
मेरे हमदम
मेरे हमदम
Arvina
" तारीफ़ "
Dr. Kishan tandon kranti
4672.*पूर्णिका*
4672.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
कांटों में जो फूल खिले हैं अच्छे हैं।
Vijay kumar Pandey
*कोपल निकलने से पहले*
*कोपल निकलने से पहले*
Poonam Matia
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
As gulmohar I bloom
As gulmohar I bloom
Monika Arora
आप मुझको
आप मुझको
Dr fauzia Naseem shad
ये दुनिया तो रैन बसेरा
ये दुनिया तो रैन बसेरा
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
इश्क़ की भूल
इश्क़ की भूल
seema sharma
गुरु कुल में (गोपी )
गुरु कुल में (गोपी )
guru saxena
....नया मोड़
....नया मोड़
Naushaba Suriya
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कैसे कहे
कैसे कहे
Dr. Mahesh Kumawat
अंतर
अंतर
Khajan Singh Nain
💐तेरे मेरे सन्देश-4💐
💐तेरे मेरे सन्देश-4💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
खुशियों के पल पल में रंग भर जाए,
खुशियों के पल पल में रंग भर जाए,
Kanchan Alok Malu
*न्याय : आठ दोहे*
*न्याय : आठ दोहे*
Ravi Prakash
हम लहू आशिकी की नज़र कर देंगे
हम लहू आशिकी की नज़र कर देंगे
Dr. Sunita Singh
उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे
उन्होंने कहा बात न किया कीजिए मुझसे
विकास शुक्ल
■ चाची 42प का उस्ताद।
■ चाची 42प का उस्ताद।
*प्रणय*
वह कुछ नहीं जानती
वह कुछ नहीं जानती
Bindesh kumar jha
Loading...