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23 Nov 2023 · 1 min read

DR arun कुमार shastri

DR arun कुमार shastri
आजकल हर कोई अकेला है लेकिन दम्भ में घिरा किसी से कह नहीं सकता। न जाने क्या प्रतिक्रिया हो । थोड़ा उस दम्भ को त्याग दीजिए। शायद दूसरा इसी क्षण के इंतजार में हो , थोड़ा आप झुकें तो मैं सर्वस्व न्योछावर करूँ । चमत्कार हो सकता हैं यूं ही अनायास क्या पता। करके तो देखिए ।

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