Degree का importance
दोस्तों मेरा मित्र दिव्यांशु(काल्पनिक नाम) शुरु से ही पढने-लिखने में मेघावी है।M.sc hons. करने के बाद Job की तलाश में Interview देने के लिए जाता है एक प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय कंपनी में।चुंकी पढने में शुरु से ही तेज तरार्र होने के कारण management dept में उसकी job भी लग जाती है। तीन साल के कठिन लगन परिश्रम के बाद वह एक अच्छी पहचान के बाद जीवन यापन तो करता है साथ ही एक अच्छी पढी-लिखी सुंदर युवती के साथ उसका विवाह हो जाता है, फिर बच्चे भी होते हैं, जिम्मेदारियाँ बढती है। लगभग 8-10 साल बाद वह कंपनी बंद हो जाती है, अब वह आगे क्या करेगा?
मेरा और एक दोस्त है चमन(काल्पनिक नाम) किंतु degree तो छोडीए matric भी बडी मुश्किल से passout है वो।उसने matric करने के बाद पढाई छोड दी। किंतु वह खेती करने लगा बडी शिद्दत और ईमानदारी के साथ। आज उसका tie-up बडी बडी कंपनियों के साथ है। मतलब युँ कहें कि वह अपनी कंपनी chamanmultinational Pvt. Ltd का मालिक है।आज वह भी शादी शुदा है, उसकी पत्नी भी पढी लिखी थी किंतु उसने भी शादी के बाद अपनी degree की पढाई कंप्लिट की और अभी Railway group-d में नौकरी करती है।हाँ, उनके बाल-बच्चे भी अच्छे स्कुल में पढ रहे हैं किंतु एक कृषि वैज्ञानिक बनना चाहते हैं।
मेरा छोटा सा प्रश्न है बुद्धिजीवियों से कि
“क्या जीवन में degree ही सबकुछ है?”
मतलब अगर जिसके पास degree नहीं है वो life में कुछ कर सकता है या नहीं?मेरी बातों को कृपया Negative न ले किंतु जरा सोंचे हमसबने भी degree किया है किंतु क्या जितनी degree आजतक हमने ली उतनी knowledge भी हमलोगों में है या युँ ही degree मिल गई अब कोई बात नहीं ये सोंचके बैठे हैं?ये विषय गंभीरता से मनन करने का है। आज हमें रोजगार नहीं मिल रहा तो उसके पीछे भी degree का हाथ है और मिल भी रहा तो उसके पीछे भी degree का ही हाथ है। ये है “degree का importance”…
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