Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Dec 2020 · 1 min read

कोरॉना और लॉक्ड डॉउन

इस लॉक्ड डाउन ने भी क्या कमाल कर दिया
हर आदमी को अपने अंदर छुपे इंसान से मिला दिया।

अमीर हो या हो गरीब आज सब एक से लगते है।
बर्तन धुलने में सबके हाथ घिसते है।
जो कभी गलती से भी किचेन का रूख नहीं करते थे,
आज वो बड़े शौक से थाली में व्यंजन परस्ते है।

दो कपड़ों में भी खूबसूरत लग सकते हैं
बिना लग्ज़री कार के भी मंजिल तक पहुंच सकते हैं।
बच्चे घर में रह के भी खुश हो सकते हैं
क्युकी मां पापा हर सुबह से रात साथ दिखते है।

बूढ़े मां बाप को कोई फर्क नहीं वायरस से
वो खुश हैं के मेरे बच्चे मेरे साथ ही रहते हैं।

सब बंद हैं अपने घरों में मगर
एक दूसरे के हालात से सब वाकिफ हैं।
दूर होके भी सब एक साथ ही हंसते रोते हैं।

लॉक्ड डाउन तूने कमाल कर दिया
इंसान को एक नया आईना दिखा दिया।
आइने में शक्ल तो वहीं है मगर
तूने हर हाल में जीना सिखा दिया।।

गरिमा श्रीवास्तव लखनऊ यूपी

16 Likes · 29 Comments · 849 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बस मुझे महसूस करे
बस मुझे महसूस करे
Pratibha Pandey
करवाचौथ
करवाचौथ
Surinder blackpen
सम्वेदना
सम्वेदना
Rambali Mishra
*शरीर : आठ दोहे*
*शरीर : आठ दोहे*
Ravi Prakash
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
कर्मयोगी संत शिरोमणि गाडगे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
हे जगतारिणी
हे जगतारिणी
कुमार अविनाश 'केसर'
काजल
काजल
Neeraj Agarwal
होता क्या है
होता क्या है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
प्रश्न
प्रश्न
Shally Vij
4390.*पूर्णिका*
4390.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अकेला बेटा........
अकेला बेटा........
पूर्वार्थ
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
Dr fauzia Naseem shad
" मुँह मांगा इनाम "
Dr. Kishan tandon kranti
पर्यावरण में मचती ये हलचल
पर्यावरण में मचती ये हलचल
Buddha Prakash
मार्गदर्शन होना भाग्य की बात है
मार्गदर्शन होना भाग्य की बात है
Harminder Kaur
ज़िंदगी, ज़िंदगी ढूंढने में ही निकल जाती है,
ज़िंदगी, ज़िंदगी ढूंढने में ही निकल जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्यों शमां मुझे लगे मधुमास ही तो है ।
क्यों शमां मुझे लगे मधुमास ही तो है ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
नालन्दा
नालन्दा
Shailendra Aseem
बोल उठी वेदना
बोल उठी वेदना
नूरफातिमा खातून नूरी
हर तूफ़ान के बाद खुद को समेट कर सजाया है
हर तूफ़ान के बाद खुद को समेट कर सजाया है
Pramila sultan
यही तो जिंदगी का सच है
यही तो जिंदगी का सच है
gurudeenverma198
कान्हा वापस आओ
कान्हा वापस आओ
Dr Archana Gupta
संघर्ष हमारा जीतेगा,
संघर्ष हमारा जीतेगा,
Shweta Soni
अपनी मनमानियां _ कब तक करोगे ।
अपनी मनमानियां _ कब तक करोगे ।
Rajesh vyas
#लघु_व्यंग्य-
#लघु_व्यंग्य-
*प्रणय*
अमित
अमित
Mamta Rani
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
हवाओं से कह दो, न तूफ़ान लाएं
Neelofar Khan
प्रकाश पर्व
प्रकाश पर्व
Sudhir srivastava
बिन काया के हो गये ‘नानक’ आखिरकार
बिन काया के हो गये ‘नानक’ आखिरकार
कवि रमेशराज
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
दोहे बिषय-सनातन/सनातनी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...