Posts Poetry Writing Challenge-3 250 authors · 5361 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 6 Next MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read वसीयत वसीयत चलो आज अपनी वसीयत लिखती हूँ मेरे बच्चों मेरे जाने के बाद मेरे कमरे को खोलना मेरी अलमीरा के दरवाजे पर चाबी जो लटकी होगी तो उसे लटकते रहने... Poetry Writing Challenge-3 50 Share पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल) 31 May 2024 · 2 min read दिल का मासूम घरौंदा आज फिर स्याह रात उतर आयी पूस का ठिठुरता माह गर्म होने लगा मेरे भीतर बेचैनी भरा सन्नाटा नीरवता ओढ़े पसरने लगा किन्तु विभावरी की स्याह तिमिर कोलाहल को समाप्त... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 117 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read ये वक्त ये वक्त 1. न कल किसी ने देखा, न कल कोई देखेगा, ये वक्त है भाई ! जो इसे समझेगा, वही जीतेगा !! 2. न इसने किसी को रोका है... Poetry Writing Challenge-3 31 Share Khajan Singh Nain 31 May 2024 · 2 min read "स्थानांतरण" :१: कैसी है क़ुदरत की नीति, एक समान है स्थिति। किसी के मरण की, तथा किसी के स्थानांतरण की। बिछुड़ने की स्थिति में हर आत्मा रोती है, मंच से औपचारिक... Poetry Writing Challenge-3 52 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read रानी का प्रेम गीत गाना गुनगाना उसका पेशा था गाता फिरता गुनगुनाता फिरता और कुछ न आता जो वो करता रानी के खिड़की के पास वो रोज आता था एक बासुरी के धुन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 65 Share Khajan Singh Nain 31 May 2024 · 1 min read उदर-विकार मरीज का सरसरी तौर पर मुआयना करके डाक्टर ने कहा ...... शायद इसको उदर विकार है, इसी लिए हाहाकार है. साथ आये व्यक्ति से पूछा ...... क्या लंबे समय से... Poetry Writing Challenge-3 52 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read माँ माँ माँ में गर्भ से निकलकर देखूँगी संसार न लो जीवन मेरा तुम .. होगा बड़ा उपकार ! उठो ,लड़ो इस दुष्ट समाज से करो इसका संहार मैं हूँ अंश... Poetry Writing Challenge-3 36 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read कविता कविता जब शब्द न मिले बोलने को कुछ समझ न आये क्याबोलू क्या सोचु क्या कहूँ तब लिखकर जब अपने भाव जो बने वो कविता ...... जब सामने कोई न... Poetry Writing Challenge-3 2 48 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read तर्क कितने ही हो तर्क कितने ही हो बात होनी चाहिए कुछ तुम कहो कुछ हम कहे न रखो तुम अपने होठों पर मौन की चादर हमेशा कुछ न कुछ बात होनी चाहिए तर्क... Poetry Writing Challenge-3 39 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read वार्ता वार्ता बातें तो सब करते हैं, कुछ शोर करते हैं, तो कुछ लोगों को बोर करते हैं । हम तो उनमें से हैं, जो लोगों को आत्मविभोर करते हैं ।... Poetry Writing Challenge-3 37 Share Neerja Sharma 31 May 2024 · 1 min read माँ तेरे रूप अनेक मांँ तेरे रूप है अनेक, किस किसको मैं गिनवाऊंँ, एक इच्छा तुमसी मैं बन जाऊंँ। जन्म दात्री हो तुम मेरी, पाल पोसकर बड़ा किया है, मेरी हर इच्छा को पूर्ण... Poetry Writing Challenge-3 57 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read फिर भी गुनगुनाता हूं समझ कुछ नहीं पाता हूं फिर भी गाता गुनगाता हूं मैं सहज, सरल, बेवश, लाचार हूं पर मिथ्या को स्वीकार हूं सत्य की एक हार हूं समझ कुछ नहीं पाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 34 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read मन मन मेरा मन करता है कि मै वो सब करू जो मेरा दिल कहे देर से सोकर उठू आराम से बैठू अपने लिए वक्त निकालू गिटार बजाकर लता मंगेश्कर जी... Poetry Writing Challenge-3 28 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read औरत औरत औरत कभी माँ है कभी बहन, कभी बेटी तो कभी पत्नी या प्रेमिका कोई ये क्यों नही समझता कि इन सबसे अलग औरत एक औरत भी है। जो अपने... Poetry Writing Challenge-3 95 Share meenu yadav 31 May 2024 · 1 min read जीवन की अवस्थाएँ… जीवन की अवस्थाएँ… शैशवावस्था की हँसी, देख दौड़े सभी, कोई चाहे गोद में उठाना, तो कोई प्यार से सहलाना । बाल्यवस्था की शरारतें , जिससे आए दिन आए शिकायतें ।... Poetry Writing Challenge-3 44 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read यादें ऐसे तो यादें हजार होती है पर कुछ यादें, खास होती है दिल के बड़े पास होती है . यादों का कोई वक्त नहीं होता, वो तो बस चली आती... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 32 Share Neerja Sharma 31 May 2024 · 1 min read सुर लगे न लगे गीत गाते रहना चाहिए सुर लगे न लगे गीत गाते रहना चाहिए, गाना आए या ना आए गाना चाहिए। गायक हम नहीं हैं, प्रयास करना चाहिए, सुर लगे ना लगे पर लगाते रहना चाहिए... Poetry Writing Challenge-3 1 34 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read आने वाला कल आने वाला कल मैंने नहीं देखा, फिर भी कल की चाह में आज को भुला देता हूँ | आजीविका पे नित्य निकल पड़ता हूँ कल को सवारने, के लिए आज... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 63 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read शिखर छू़ं पाऊंगा क्या शिखर, नहीं कहूँगा करके बताऊंगा | कोई मुक्काम पाना मुश्किल नही होता, जो मुश्किल हैं उससे आसान समझ ले तो वो बहुत दूर नही होता पथ कुछ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 27 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read आखिरी खत खत नहीं ये आखिरी पैगाम था उस प्रेमी का लिखा, अपने प्रेयसी यही वो अंतिम शब्द था | पहुँच जाये उसके प्रेयसी को ये खत, यही उस यतीम प्रेमी का... Poetry Writing Challenge-3 26 Share Mansi Kadam 31 May 2024 · 1 min read लक्ष्य जीवन में कोई लक्ष्य नहीं तो जीने का कोई अर्थ नहीं, और बिना लक्ष्य का जीवन इसका कोई मायना नहीं..... लक्ष्य रहेगा जीवन में तो चलते रहना सिखोगें, कभी ना... Poetry Writing Challenge-3 63 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read कुछ तो नहीं था ना जाने ऐसा क्यों लगता रहा कुछ तो है पर कुछ तो नही था कोई पीछे खड़ा है ये वही भूत है जो कई दिनों से पीछे पड़ा है दौड़ा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 42 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read उपकार हैं हज़ार अनगिनत है उपकार कितने कैसे मैं गिना पाता शायद ईश्वर रूपी विधाता से परिचय करा पाता जब तुमने जो मांगा वो तुम्हें मिला होगा शायद थोड़ा रुक के पर ख्वाहिशों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 33 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read ऋषि का तन रातों में एक अच्छी नींद आँखों में यौवन की माया अब नही आते अब वो उन्हें स्पर्श भी नहीं कर पाते जैसे सावन अब नही आता , भादों भी यौवन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 37 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read भिक्षुक एक श्राप न जाने क्यों लोग उससे इतना कतराते है अपना झूठा भी श्वान को दे भिक्षुक को भगाते है यहां श्वानों को मिलता दूध भिक्षुक पतल ले छटपताते है भिक्षुक कोन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 55 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read अतीत एक साथ क्यों मिलना दुबारा अतीत जो बीत गया क्यों जुड़ना दुबारा आखिर क्यों मिलना दुबारा ये जुड़ाव जुड़ाव ही रहेगा कोशिश चाहे कर्ण की हो पर अतीत , आज न बन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 29 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read जाने दो माँ रानी अब हो गयी है सयानी वो अब किसी की न सुनती जो काले काले अक्षर न चिन्हती अब उन अक्षरों को ही अपना पहचान कहती रानी अच्छी लड़की है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 31 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read कुछ पाने की चाह दूर बैठी पढ़ रही हैं, किताबों में आँखों को गढ़ रही हैं शोर हलचल से भी लड़ रही है, कुछ दूर बैठी पढ़ रही हैं आसपास के परिवेश से अंजान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 35 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read न बोझ बनो पथ पर डटकर तुम रज-कण चाहे जो बनो पर न बोझ बनो यहां पथ पथ पर बाधा होगा जीवन है सुख , दुख से नाता होगा कभी कांटो , कभी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 47 Share Karuna Goswami 31 May 2024 · 2 min read मेरी दादी मुझसे बहुत लाड़ लडाती थी। मेरी दादी मुझसे बहुत लाड़ लडाती थी। वह हर वक्त मुझे नए-नए नामों से बुलाती थी । जैसे मानो उसे मेरा नाम पता ही न हो जब भी मम्मी मुझे... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 78 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read किराये का घर कहने को तो मेरा भी एक घर है पर वो किराये का घर या बेघर हैं महीना आते आते किराया सर पर चढ़ जाता है एक दिन किराया चढ़ा नहीं... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 44 Share Rambali Mishra 31 May 2024 · 1 min read धन्यवाद *धन्यवाद* धन्यवाद आप का मुकाम दे दिये। हर्ष हो रहा है आज काम दे दिये। फिक्र अब समाप्त है सुजान हो गया। आप की कृपा हुई सुमान हो गया। दोस्त... Poetry Writing Challenge-3 1 27 Share Kaviraag 31 May 2024 · 1 min read मदिरालय ये मादकता का प्याला तुम न पियो भरा रहता जहर से प्याला मादकता का प्याला पिये खुद को राजा बताते कुछ वक्त बीत जाता अतीत को छिपाते सुंदर यहाँ आता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 71 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read मत ढूढो मुझे दुनिया की तनहाई मे....... मत ढूढो मुझे दुनिया की तनहाई मे....... मत ढूढो मुझे दुनिया की तनहाई मे.... दर्द बहुत है दर्द बहुत है मै तो घुसी हूँ बस अपनी ही तन्हाइयों में मुझे... Poetry Writing Challenge-3 1 34 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read रंग सांवला लिए फिरते हो रंग सांवला लिए फिरते हो क्यों कान्हा को टक्कर दिए फिरते हो तुम शाम रंग में रंगे हो तो क्या फिर भी दिल मतवाला लिए फिरते हो बाहर गलियारों में... Poetry Writing Challenge-3 1 30 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read जियो तुम #जिंदगी अपनी जियो तुम #जिंदगी अपनी #जीवन भरी #आशाओं में, ना करो #कैद तुम अपने #पंखों को यूं अपनी उम्र की #सीमाओं में, चलते रहो बिना रुके अपनी #सांसों में लिए #विश्वास... Poetry Writing Challenge-3 1 61 Share Mansi Kadam 31 May 2024 · 1 min read ख्वाईश एक लड़के की ख्वाईश होती हैं, की उसकी पत्नी फुलों की पंखडीयों जैसी नाजुक हो, जिस की खुशबू से पुरा घर महक जाएँ, जैसे बगिया फुलों की सुशबू से महकती... Poetry Writing Challenge-3 69 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read चंचल मेरे ये अक्स है चंचल मेरे ये अक्स है ये गीत ग़ज़ल और शेर तुमको लगेगा मैं पास हूँ कभी ये गीत गाकर तो देखिये चंचल मेरे ये अक्स है ये गीत ग़ज़ल और... Poetry Writing Challenge-3 34 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read आँखों मे नये रंग लगा कर तो देखिए आँखों मे नये रंग लगा कर तो देखिए चश्मे से आप ज़रा धूल चटा कर तो देखिए दिल से करूँगा स्वागत हमेशा आप कभी दिल मे समा कर तो देखिए। Poetry Writing Challenge-3 58 Share Anamika Tiwari 'annpurna ' 31 May 2024 · 1 min read अरे धर्म पर हंसने वालों अरे धर्म पर हंसने वालों, जरा गौर से सोचो तुम, धर्म की जब- जब हानि हुई है, धरा टिकी है या फिर तुम? किसी धर्म की हंसी उड़ना , क्या... Poetry Writing Challenge-3 120 Share Neerja Sharma 31 May 2024 · 1 min read बीती ताहि बिसार दे आगे की सुधि लेई हर पल बदलती दुनिया में अगले पल क्या हो जाने ना कोई, बीती बातों को याद कर कर जीवन दुखित क्यों होई। जो बीत गया वह लौट कर ना आएगा,... Poetry Writing Challenge-3 46 Share MEENU SHARMA 31 May 2024 · 1 min read मां जीवन की रेखा निश्छल सी.. बदले स्वरूप यह पल-पल ही। कभी माँ के रूप में ढल जाती, कभी बालक जैसी चंचल भी। हाथों में सजे और मस्तक पर, शोभा बढ़ाए... Poetry Writing Challenge-3 26 Share Mansi Kadam 31 May 2024 · 1 min read पहचान तपता सूरज, शितल चाँद, गहरा समुंदर, पथरीला पथ, सबकी अपनी अपनी पहचान..... बिना बिजली की बारीश, बिना तारों का आकाश, और बिना काँटों का गुलाब ये सब अधुरे हैं, क्यों... Poetry Writing Challenge-3 69 Share Neerja Sharma 31 May 2024 · 1 min read मतदान लोकतंत्र में चुनाव,चुनाव में मतदान, नेता का तो पता नहीं,पिस जाता आम इंसान। जो भी आता वोट माँगने , करता बातें बड़ी - बड़ी, किसको चुनू? वोट दूँ?अजीब विपदा आन... Poetry Writing Challenge-3 43 Share Neerja Sharma 31 May 2024 · 2 min read गर्मी का क़हर केवल गरीबी पर गर्मी का प्रकोप कुछ इस तरह से बढ़ रहा है, अपने ही किया पर अब इंसान सिर धुन रहा है। दिन प्रतिदिन बढ़ते ताप ने दिमाग का पारा बढ़ा दिया,... Poetry Writing Challenge-3 62 Share Deep Shikha 31 May 2024 · 1 min read Celebrate yourself Celebrate yourself, let your spirit shine, Calm your anxiety and everything will be fine Embrace your journey, fill yourself with glory and pride, The strengths within you, let them be... Poetry Writing Challenge-3 2 40 Share Rambali Mishra 31 May 2024 · 1 min read सच्ची कविता * *सच्ची कविता (दुर्मिल सवैया )* कविता न छुए दिल को जब से तबसे न कहो उसको कविता। रस हो जिसमें मदमस्त करे तब जान उसे कविता सरिता। जिसमें बहता... Poetry Writing Challenge-3 1 25 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read प्रदूषण घोर प्रदूषण निगल जाएगा, विश्व की इस हरीतिमा को । छोड़ जाएगा केवल पीछे, काले धुएँ के प्रदूषण को । जहाँ थे कभी हरे- भरे मैदान, वहाँ बन गए अब... Poetry Writing Challenge-3 77 Share Pushpa Tiwari 31 May 2024 · 1 min read आईना सब कहते है आईने में, अपना सच्चा अक्स दिखता है । नहीं जानती हूँ मैं इस तथ्य में, कितना सच झलकता है । जब भी मैं कोई गलती कर, आईने... Poetry Writing Challenge-3 64 Share Lovi Mishra 31 May 2024 · 1 min read बेटी हूं या भूल जिस दिन मेरा जन्म हुआ तुम, फूट फूट क्यों रोई माँ क्या सपनों की माला टूटी, जो तुमने पिरोई माँ जब मैं तेरी कोख में थी , तू कितना प्यार... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · महिला दिवस · विडंबना · सामाजिक कुरीति · स्त्री विमर्श 1 79 Share Previous Page 6 Next