Posts Poetry Writing Challenge-3 250 authors · 5361 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read श्री गणेश वंदना लंबोदरम् मोदकम् प्रियम्...🌸🌸🌸 गणनायककम् विघ्नहर्ता गणेश🙏🙏🙏🙏🙏🙏 करबद्ध नमन है मुझे अनाथ का मिटाओ सारे क्लेश....🌻🌻🌻 हुआआगमन आज धरा पर पुलकित हुई सृष्टि चराचर दूर अंधकार हुआ, फैला प्रकाश जगत प्राणी... Poetry Writing Challenge-3 81 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read तमन्ना है तमन्ना दिल में मेरे , जब मौत आए तो मेरी मांग, में सिन्दूर रहे। है ख्वाइश मेरे दिल की ये , बिछड़ना न मौत के बिना हो, जब आए... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 49 Share डॉ नवीन जोशी 'नवल' 31 May 2024 · 1 min read जीवन जीवन में आगे बढ़ने को, सतत प्रयत्न मनुज करता है। किंतु अप्राप्य सुखों को पाने, जीते जी ही नित मरता है।। असंख्य मन मष्तिक में पाले, सपनों में खोया भी... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 115 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "कुछ खास हुआ" बीते दिनों से कुछ ख़ास हुआ है, तेरा नाम मेरे लिए अब आम हुआ है, कुछ ऐसा एजाज़ हुआ तेरा मेरे ख़्वाबों में आने का सिलसिला अब ख़त्म हुआ है,... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 78 Share सुशील भारती 31 May 2024 · 1 min read कत्ल कर जब वो कातिल गया काफिया—इल रदीफ—गया बहर-- 212 212 212 "कत्ल कर जब वो कातिल गया" कत्ल कर जब वो कातिल गया। शख्स ले साथ वो दिल गया। हो गई दिल को तकलीफ तब,... Poetry Writing Challenge-3 46 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read शुभ प्रभात संदेश शुभ प्रभात संदेश वही धरा है ,वही गगन है🌸🌸 फिर भी मन कुछ आज मगन है...🌼🌼 शुभ प्रभात की बेला है ..🌻🌻🌻 उम्मीदों का मेला है 🌼🌼🌼 विधि ने आज... Poetry Writing Challenge-3 71 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 2 min read "तुम्हारे नाम" आज बहुत दिनों बाद एक नज़्म लिखी है, नज़्म में सिर्फ़ तेरी ही बात लिखी है, वो हमारी पहली मुलाक़ात की दास्तां लिखी है, ट्रैन का मेरा सफ़र और फिऱ... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 86 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read हृदय तूलिका उन्मुक्त भाव से ह्रदयतूलिका जब कागज़ पर चलती है, सतरंगी अरमानों की ओढ़ चुनर खुशियॉ रंग भरती हैं पिघलतेहैं तब ख्वाब अधूरे सारे, ख्वाहिशों की तपिश में, होता है तब... Poetry Writing Challenge-3 72 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read कुछ तो कर गुजरने का कुछ तो कर गुजरने का अब #अरमान दिल में है ! जमीन नहीं है मंजिल मेरी खुला #आसमान दिल में है!! #आसमानों की जद में रहना, फिर भी अपनी #हद... Poetry Writing Challenge-3 1 55 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read कलम कलम कलम की मस्ती सबसे सस्ती क्या क्या ये लिख जाती है समय के पन्नों पर चल कर कलम इतिहास लिखजाती है लिखनें का था दिल नहीं पर जब कलम... Poetry Writing Challenge-3 83 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "आँखरी ख़त" एक ख़त लिखा था उसने जो मैं पढ़ ना पाया, जज़्बात लिखें थे उसने जिनको मैं समझ ना पाया, कहने को तो कागज़ का टुकड़ा था वो जिसे मैं खोल... Poetry Writing Challenge-3 · Best Poem · Poertywritingchallange · कविता 55 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read पृथ्वी दिवस दोहे.. पृथ्वी दिवस पर १. साध संकल्प सिद्धि से, निश्चय करें श्रीमान् पृथ्वी का कम दोहन करें जीवन होगा तबआसान|| २. प्लास्टिक कचरा नकरें धरा को दें जीवन दान वायु... Poetry Writing Challenge-3 63 Share surenderpal vaidya 31 May 2024 · 1 min read वंचित है मुक्तक ~~ किसी के पास धन दौलत भरे भंडार संचित है। मगर उनको गरीबों की नहीं परवाह किंचित है। किसी के पास सुविधा है जरूरत से बहुत ज्यादा। कहीं सामान्य... Poetry Writing Challenge-3 · मुक्तक · विधाता छंद 1 53 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "यादों की कैद से आज़ाद" मैं आज़ाद हो गया, बस्ता था जिसकी निगाहों में कभी, उसकी निगाहों से मैं आज़ाद हो गया, कैद में था उसकी झूठी सी मोहब्बत में कभी, मैं उसकी झूठी सी... Poetry Writing Challenge-3 · Khud Ki Kahani · Poertywritingchallange · कविता 54 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read मां की ममता मां की ममता बड़ी निराली, बच्चों की हर वक्त करती रखवाली। बस्ते अपनी संतान में प्राण इसके, आंखों से न ओझल होने देती बच्चों को अपने। बच्चों की एक मुस्कान... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 57 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read ग्रीष्म दोहे : ग्रीष्म चार माह ग्रीष्म के ,होते हैं घनघोर| लू चले और ताप बढ़े,आंधी मचावे शोर|| आम पुदीना ,बेल,ककड़ी| सत्तू ,शरबत का चलै दौर|| बौर बढ़ अमिया ,आम बने|... Poetry Writing Challenge-3 85 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read रोशन सारा शहर देखा रोशन सारा शहर देखा, पर दीए तले अंधेरा देखा ! पानी भरे समंदर देखे , फिर भी हमने प्यासा देखा!! भरे भरे धन कोष देखें, उनका छोटा मन देखा है... Poetry Writing Challenge-3 1 51 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read शबनम अलंकार पर आधारित "अहसास " ओंस की शबनम से ,मोती मांग में सजते रहे हम लता की ओट से, जब उन्हें तकते रहे लब्ज थे खामोश , पर होठ कुछ... Poetry Writing Challenge-3 51 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "तुम्हारी यादें" फ़िर से आज तुम्हारी याद आई, देखा एक टूटे हुए दिल को उसको देख अपने बहते हुए अश्कों की याद आई, दर्द भरे उन लम्हों की याद आई, वो जागती... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poertywritingchallange · कविता 54 Share सुशील भारती 31 May 2024 · 1 min read ‘मेरी खामोशी को अब कोई नाम न दो’ ‘मेरी खामोशी को अब कोई नाम न दो’ प्रेम सच्चा हर पल तुमसे जी भर किया, न जाने तुमने फिर क्यों बड़ा दर्द दिया? समझ न सकी तुम मेरी खामोशियों... Poetry Writing Challenge-3 43 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "अजनबी बन कर" सुनो मिलते हैं फ़िर से एक अजनबी बन कर, मैं तुम्हारा हाल पूछूँगा और तुम मेरा नाम, बैठेंगें फ़िर से उन पहाड़ों में देखेंगे ढलते सूरज में खुद के रिश्ते... Poetry Writing Challenge-3 · Hindi Poem ( हिन्दी कविता ) · Poertywritingchallange 62 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read बस एक बार और……… स्वप्न स्वप्न सब भूल गया अब उम्मीदों से हारा है वह ….. कर एक प्रयास बस एक बार और……… जैसे तैसे धैर्य जुटाकर करने लगा अगला प्रयास वह फिर असफलता... Poetry Writing Challenge-3 1 60 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read मनोकामनी इक अहसास मनोकामनी साथ🌹 खूबसूरत सी थी छटा महकती मनोकामनी भरपूर फूलों से लदी ,पूरे उन्मादमें सुगंध बिखेरती बरबस अपनी ओर आकर्षित करता चांद आस पास संतरी बन टिमटिमाते तारे... Poetry Writing Challenge-3 69 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "पुराने दिन" उन पुराने दिनों में ज़िन्दगी बेफिक्र थी, दोस्तों का साथ था, यारों की महफ़िल थी, चेहरे पे झूठी नहीं सच्ची मुस्कुराहट थी, क्यूंकि झूठी मुस्कुराहट लिए घूमें ऐसी कोई वजह... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · कविता · कहानी 50 Share Neerja Sharma 31 May 2024 · 1 min read श्री राम श्री राम केवल नाम ही नहीं, प्रतीक हैं हमारी आस्था के , हमारी पूजा ,हमारी श्रद्धा के। परिचायक हमारी संस्कृति के, वाहन हमारे संस्कारों के, पहचान हमारी भारत भूमि के,... Poetry Writing Challenge-3 55 Share Priya princess panwar 31 May 2024 · 1 min read Yes,u r my love. Yes,u r my love. I asked an question yesterday, Iam still waiting for your answer today. I asked u ,do u love me? Iam for u,are u for me? I... Poetry Writing Challenge-3 1 85 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "एक ख्वाब" एक ख्वाब टुटा था उसका भी उस शाम, चीखा था बहुत ज़ोर से और अश्क़ बहे थे आँखों से उसके भी उस शाम, सबको लगा अरे एक लड़का हैं बस... Poetry Writing Challenge-3 · कविता · कहानी 54 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read गिरगिट भगवान ने तो केवल जानवर, बनाया था गिरगिट नाम का । जो जैसी जगह बैठता था वैसा , ही रंग बदल लेता था अपनी खाल का। पर भगवान न जानता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 52 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read सुप्रभात मुस्कुराती जिंदगी , गीत गाती जिंदगी, गुनगुनाती जिंदगी कुछ सिखाती जिन्दगी कुछ हंसाती जिंदगी कुछ रूलाती जिंदगी कुछ नचाती जिंदगी पर अब सुहाती जिंदगी जिंदगी की बंदगी आज हम सब... Poetry Writing Challenge-3 53 Share सुशील भारती 31 May 2024 · 1 min read दर्द जब इतने दिये हैं तो दवा भी देना बहर—2122 1122 1122 22 काफिया---- " आ" स्वर की बंदिश रदीफ---- भी देना साँस जब तुमने चुरा ली तो हवा भी देना। दर्द जब इतने दिये हैं तो दवा भी... Poetry Writing Challenge-3 58 Share Lohit Tamta 31 May 2024 · 1 min read "कुछ तो गुन गुना रही हो" मन ही मन कुछ तो गुन-गुना रही हो, क्या कोई ख़ास नज़्म लिखी है, जो पहाड़ों में बैठ ये अस्मां में फैले बादलों को सुना रही हो, मौसम पहाड़ो का... Poetry Writing Challenge-3 · Poertywritingchallange · Poetry Poetrycommunity · कविता 62 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read मेंहदीं मेंहदीं मैं तो हूं खुश रंग हिना हाथों पर सजाईये हरी हरी चूड़ियों संग सावन तो मनाईये🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🙏 तोड़ डाली से नाता अपना रस रंग निचोड़ सूनी हथेली सजाती हूं परिणय... Poetry Writing Challenge-3 61 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read अखबार में क्या आएगा क्या बना है खाने में क्या परोसा जाएगा ! वहां घटना क्या हुई थी अखबार में क्या आएगा !! क्या सुना है तुमने, दादा उसके नेता थे ! यह पुश्तैनी... Poetry Writing Challenge-3 1 71 Share Dhananjay Kumar 31 May 2024 · 1 min read :"यादों की बारिश" (The Rain of Memories): : आशा का दीप आशा का दीप मन को जगाता है, आंधियों में भी रोशनी बिखेरता है। जीवन की उदासी को हरा देता है, नयी उमंगों को प्रकाशित करता है।... Poetry Writing Challenge-3 54 Share Kumud Srivastava 31 May 2024 · 1 min read मृगनयनी मृगनयनी बंद दरवाजों के झरोंखों से झांकती इक मृगनयनी है जानें कब आयेंगे प्रियतम अंदर से बेचैनी है जानें कौन सी सुखद घड़ी होगी ,जब पिया मिलन की रात होगी,... Poetry Writing Challenge-3 76 Share सुशील भारती 31 May 2024 · 1 min read कौन दिल बहलाएगा? कौन दिल बहलाएगा? कौन खिलाएगा खाना मुझको, अब कौन पानी पिलाएगा? बाँटूगा किसके साथ दर्द-ए-दिल, अब कौन दिल बहलाएगा? नहीं खटखटाऊँगा दरवाज़ा अब, आधी रात को जब भी आऊँगा, पहले... Poetry Writing Challenge-3 63 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read हौसला जिद पर अड़ा है हौसला जिद पर अड़ा है लौटना तोहीन होगी नदियां निकल गई है समुंदर से बेवफाई क्यों ।।१ जिस गली जाना नहीं है वहां से रुक मोड़ लो छोड़ आए गलियां... Poetry Writing Challenge-3 1 57 Share सुशील भारती 31 May 2024 · 1 min read गीत भी तुम साज़ भी तुम गीत भी तुम साज़ भी तुम गीत भी तुम साज़ भी तुम। मेरी शायरी की आवाज़ भी तुम।। जबसे तुमपे जाँ निसार हुई है, तुम्हें पाने को धड़कनें बेकरार हुई... Poetry Writing Challenge-3 36 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए अपनी ताकत को कलम से नवाजा जाए, हर बात मयस्सर होती कहां जमाने में । जरूरत आएगी तो हो जाएंगे रुखसत ; क्यों... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 66 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 4 min read माँ -2 Settings एक बच्चा जो अपनी माँ से बिछड़ कर कहीं बाहर रह राहा है और वह माँ को याद करते हुए एक कविता इस प्रकार लिखता है और अपना प्यार... Poetry Writing Challenge-3 71 Share सुशील भारती 31 May 2024 · 2 min read राजा साहब आपके जाने से… राजा वीरभद्र सिंह जी को विनम्र श्रद्धांजलि इस रचना के साथ... "राजा साहब आपके जाने से"… जो भी मिला जिन्दगी की राहों में, वो हबीब हो गया। राजा साहब आपके... Poetry Writing Challenge-3 32 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read माँ माँ वह हमारी खातिर.., मौत से लड़ जाती है | जब जाकर हमारी, देह में प्राण लाती है | छोटी छोटी विपदा हो, दुनिया से लड़ जाती है | साहस... Poetry Writing Challenge-3 58 Share Shutisha Rajput 31 May 2024 · 1 min read निस्वार्थ प्रेम राधा रानी अरे! कान्हा सुनो, निस्वार्थ प्रेम किया है मैंने तुमसे, चाहे तो आजमाकर देखलो। बातें करता है जमाना , कि राधा रानी ने कृष्ण को अनपा प्रेमी माना। लेकिन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 66 Share Neerja Sharma 31 May 2024 · 1 min read डरावनी गुड़िया डरावनी गुड़िया की क्या सुनाऊँ कहानी, मेरी बिटिया की थी वह बहुत ही मन भावनी। जब से मामा ने उसे वह लाकर दी थी, तब से वह सदा बिटिया संग... Poetry Writing Challenge-3 56 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 2 min read तब घर याद आता है आंखें नम हो जाती हैं याद मां की आती है , जब भूख सताती है तब घर याद आता है! दिल में दवी ख्वाहिश जब अधूरी रहती है , जेब... Poetry Writing Challenge-3 64 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read संघर्षों के राहों में हम संघर्षों के राहों में हम नदियों को भी मोडेगे, आंधियों में जलकर गुरूर हवा का तोड़ेंगे | एक बार जो ठान लिया मंजिल अपना मान लिया, आंखों में तूफ़ान लिया... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 44 Share Priya princess panwar 31 May 2024 · 1 min read You are beautiful. You are beautiful. Every woman is beautiful, Every good heart is beautiful. You are beautiful, If your heart is beautiful. If your thoughts are beautiful, It means you are beautiful.... Poetry Writing Challenge-3 1 68 Share सुशील भारती 31 May 2024 · 1 min read रिश्तों की हरियाली रिश्तों की हरियाली आज धरा पर दफन सी हो गई चाहतें, पग- पग पर यहाँ बिक रही मुहब्बतें। रिश्तों की मज़बूत डोर को यहाँ पर, पल भर में भस्म कर... Poetry Writing Challenge-3 37 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read उसको उसके घर उतारूंगा उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा उसको उसके घर उतारूंगा मैं अकेला ही घर जाऊंगा, अगर वो नहीं मिला मुझको तो मैं कौन सा मर जाऊंगा |... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 62 Share कवि दीपक बवेजा 31 May 2024 · 1 min read यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है यह सादगी ये नमी ये मासूमियत कुछ तो है । जब से... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 62 Share Previous Page 2 Next