Usha Gupta Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Usha Gupta 30 May 2024 · 1 min read परवर दीगार २५) " परवर दीगार " ए खुदा परवर दीगार सुनता है तू सबकी पुकार अब सुन तू मेरी भी पुकार । हम सब तेरे नेक बंदे हैं मुश्किल में फंसे... Poetry Writing Challenge-3 2 61 Share Usha Gupta 29 May 2024 · 1 min read ये मेरा इंदौर है २४) “ ये मेरा इंदौर है “ शाम सुहानी, सर्द रातें शबे मालवा का भी दौर है ओ यारों, ये मेरा इंदौर है॥ राजवाडा राजाओं का ठाठ- बाट दर्शाता है... Poetry Writing Challenge-3 70 Share Usha Gupta 28 May 2024 · 1 min read ए लड़ी, तू न डर २३) “ ए लड़की, तू न डर “ ए लड़की, तू न डर आगे बढ़ मुक़ाबला कर। क्या हो ग़र संघर्ष में तू जाए मर यह गर्व तो रहेगा हार... Poetry Writing Challenge-3 1 60 Share Usha Gupta 27 May 2024 · 1 min read फटा आँचल- जली रोटी २२) “ फटा आँचल- जली रोटी “ माँ रोटी दो बच्चा भूख से बिलबिलाता है तंगहाल कोठरी की छत से इंद्र देवता पानी बरसाता है गीली लकड़ी , ठंडा चूल्हा... Poetry Writing Challenge-3 60 Share Usha Gupta 26 May 2024 · 1 min read रे मन २१) “ रे मन “ रे मन अब तू मेरी भी सुन बहुत सुना तुझे अब मैं बोलूँगी और तू सुनेगा तो सुन अब नये सपने तू बुन मत सोच... Poetry Writing Challenge-3 68 Share Usha Gupta 25 May 2024 · 1 min read माँ की दुआ २०) “ माँ की दुआ “ आ तुझे मैं लड़ना सिखाऊँ ज़िंदगी की जंग जीतना सिखाऊँ॥ आ बताऊँ तुझे, दाना कैसे ढूँढते हैं मुश्किलों में राह अपनी कैसे खोजते हैं... Poetry Writing Challenge-3 2 68 Share Usha Gupta 24 May 2024 · 1 min read मैं- आज की नारी १९) “ मैं- आज की नारी “ मैं आज की नारी हूँ सब पर भारी पुरानी बातें नहीं सुनना है नए तराने मुझको गढ़ना है॥ मेरे भी कुछ अरमान है... Poetry Writing Challenge-3 2 1 84 Share Usha Gupta 23 May 2024 · 1 min read रूठी नदी १८) “ रूठी नदी “ ओ मेरी प्यारी नदी तू थी मेरी अच्छी सखी क्यूँ रूठ गई है ? इतनी दूर चली गई है ? मिलकर कितना खेला करते थे... Poetry Writing Challenge-3 47 Share Usha Gupta 22 May 2024 · 1 min read प्यार की परिभाषा १७) " प्यार की परिभाषा “ नारी बिन घर सूना-सूना लगता है नारी से ही मकान घर बनता है नारी से बच्चों की किलकारी है नारी प्यारी सी फुलवारी है... Poetry Writing Challenge-3 1 54 Share Usha Gupta 21 May 2024 · 1 min read कदम मिलाकर चलना होगा १७) " कदम मिलाकर चलना होगा " देश का गौरव वापस लाने काम बड़ा करना होगा चुप बैठ , नहीं कुछ होगा क़दम मिलाकर चलना होगा । रोको आपस की... Poetry Writing Challenge-3 2 48 Share Usha Gupta 19 May 2024 · 2 min read दुविधा में हूँ १६) " दुविधा में हूँ " दुविधा में हूँ क्या करूँ, क्या न करूँ?? देखता हूँ सड़क पर लड़ते हुए किसी को बस सोचता रह जाता हूँ मना करूँ या... Poetry Writing Challenge-3 34 Share Usha Gupta 18 May 2024 · 1 min read हम साथ- साथ हैं १४) " हम साथ-साथ हैं " उम्र के इस पड़ाव पर हम-तुम अब भी साथ हैं रहेंगे साथ सदा हीजबतक हाथों में तेरा हाथ है। आ , तू थक गई... Poetry Writing Challenge-3 1 67 Share Usha Gupta 17 May 2024 · 1 min read मैं - बस मैं हूँ १३) " मैं , बस मैं हूँ मैं , बस मैं हूँ वही मुझे समझा जाए पंख मेरे, उड़ान मेरी फिर दूजा क्यूँ मुझे उड़ाए ? क्यों सारे इम्तिहान मेरे... Poetry Writing Challenge-3 37 Share Usha Gupta 16 May 2024 · 1 min read यादों के झरोखे से १२) " यादों के झरोखे से " यादों के झरोखे में जो बैठी एक किताब लेकर पलटे पन्ने तो झट से अतीत आया बहार लेकर टूट गई सारी दीवारें हवा... Poetry Writing Challenge-3 52 Share Usha Gupta 15 May 2024 · 1 min read ओ री गौरैया १५/०५/२०२४ ओ गौरैया ओ री गौरैया कहाँ छुप गई मेरी चिरिया क्या उड़ गई संग पुरवैया तरसे देखन को तुझे ये अखियाँ सूनी पड़ी बगैर तेरे ये बगिया छोड़ अब... Poetry Writing Challenge-3 1 50 Share Usha Gupta 12 May 2024 · 1 min read आशा की पतंग १०) " आशा की पतंग " अनंताकाश में उड़ती हुई रंग बिरंगी पतंगें कहती हैं मानों मत लेना मुझसे पंगे।। ऊँचाइयों को छूते हुए एक दूजे से आगे बढ़ते हुए... Poetry Writing Challenge-3 32 Share Usha Gupta 11 May 2024 · 1 min read संदेशा ९) " संदेशा " सुन , क्या बोले- अनंत आकाश में उड़ते हुए ये पंछी देते हैं हमें ये संदेशा कहते हैं रूको मत, आगे बढ़ो अपने सपनों को पंख... Poetry Writing Challenge-3 93 Share Usha Gupta 10 May 2024 · 1 min read मैं नदी ८) " मैं नदी " मैं नदी तुम हो खिवैया मैं मुरली तुम बंसी बजैया ।। मैं नदी सुख-दुख का आधार मैं न रूकती बहती सतत् मेरी धार ।। मैं... Poetry Writing Challenge-3 1 49 Share Usha Gupta 9 May 2024 · 1 min read बचपन के दिन ७) " बचपन के दिन " बचपन के दिन वो थे कितनी सुहाने वो मस्ती,वो अल्हड़पन वो गाते-फिरते मस्त तराने। मैदानों में जाकर वो कबड्डी,खो-खो खेलना कंचे,कैरम,लूडो का खेल खेल-खेल... Poetry Writing Challenge-3 1 56 Share Usha Gupta 8 May 2024 · 1 min read क्या कहूँ ६) " क्या कहूँ ?" इंसा की श्रेणी में नहीं है वो आता , भेड़िया कहूँ तो जानवर भी शर्माता , काश़ कि मेरे बस में होता तो , बंदूक... Poetry Writing Challenge-3 1 44 Share Usha Gupta 7 May 2024 · 1 min read पुस्तकें और मैं ५) " पुस्तकें और मैं " पुस्तक मेरी सबसे अच्छी साथी हमेशा साथ ज्यों दिया और बाती यह मेरी ऐसी दोस्त है जो हरदम मेरा साथ निभाती है सही गलत... Poetry Writing Challenge-3 2 35 Share Usha Gupta 6 May 2024 · 1 min read माँ ४) " माँ " माँ ! एक बार फिर से मेरे पास आ जाओ न माँ ! गोदी में तुम्हारी मैं सिर रखकर सो जाऊँ माँ ! तुम फिर मेरे... Poetry Writing Challenge-3 39 Share Usha Gupta 5 May 2024 · 1 min read एक नया वादा ३) एक नया वादा अभिनन्दन नूतन वर्ष तुम्हें शत शत नमन प्रिय जन तुम्हें नये साल पर कुछ अलग करने का है रिवाज तो क्या मानोगे तुम सब मेरा नया... Poetry Writing Challenge-3 2 52 Share Usha Gupta 4 May 2024 · 1 min read पेड़ लगाओ २) " पेड़ लगाओ " नदी चेतन्य चाहिए !? हिन्दी धन्य चाहिए ?! तो फिर करना होगा इक काम पेड़ लगाना ही है मन में लो तुम ठान एक पेड़... Poetry Writing Challenge-3 66 Share Usha Gupta 3 May 2024 · 1 min read “ आओ, प्रार्थना करें “ 1) “ आओ, प्रार्थना करें " हे ईश, मिलकर करें हम सब प्रार्थना रहमो करम तेरा हम पर बनाए रखना तू है अगर साथ तो चिंता हम क्यों करें सुध... Poetry Writing Challenge-3 56 Share