Swami Ganganiya Poetry Writing Challenge-3 25 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read एक शकुन एक शकुन था, अब वो ना रहा। एक जनून था, अब वो ना रहा। हम जलते रहे चिराग की तरहा हमारा रूतबा, अब वो ना रहा। इस चका-चोंद जिन्दगी मे... Poetry Writing Challenge-3 93 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read बीता पल ***–**-**-**–*** आज बीते पल ने दस्तक दी कि भूल तेरी थी जिसे तू अपनी समझा वो चीज कभी ना तेरी थी अनछुए एहसास को छूने की कोशिश की छु ना... Poetry Writing Challenge-3 99 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read समय *** ** ** *** पल-पल मैं समय को यूं ही बिताता गया आज समय है कल भी आएगा। अभी जिंदगी बाकी है ये ही सोच रही एक दिन सब कुछ... Poetry Writing Challenge-3 1 75 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read आंगन की फुलवारी ** *** ** *** ** वो घर के आंगन की फुलवारी है। प्यार से भी प्यारी है। हंसती खिलती मुस्कान सुनहरी है। वो घर के आंगन की महकती फुलवारी है।... Poetry Writing Challenge-3 69 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read मैं एक पल हूँ *** ** ** ** *** मैं एक पल हूं आता हूं और पल में चला जाता हूं। मुझे ढूंढेगा कहा मैं सारे जहां मैं समाता हूं। आज पास हूं कल... Poetry Writing Challenge-3 1 82 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read यहां ज्यादा की जरूरत नहीं यहां ज्यादा की जरूरत नहीं थोड़े में गुजारा होता है। जहां ज्यादा मिले वहां सब बिखरा हुआ होता है। कौन बटोरेगा वो बिखरा हुआ है जो। यहां खुद ही का... Poetry Writing Challenge-3 1 104 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read मैं जिन्दगी में मैं जिन्दगी मे लाखो ख्वाहिशे रखता हूं। जो ना मिले मै हमेशा उसी की तलाश रखता हूं। लगता है सब मिलेगा मुझे एक दिन इसी उम्मीद के सहारे मैं खुद... Poetry Writing Challenge-3 66 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read तो क्या खुदा तु नही था के वो नही था खुद को खुदा बनाए भी तो क्या। वो समझे नही हमे अब दूसरो को समझाये भी तो क्या। हम समझे सब बेवजहा... Poetry Writing Challenge-3 93 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read पढी -लिखी लडकी रोशन घर की पढ़ी-लिखी लड़की रोशनी घर की जिधर भी जाए घर को रोशन करती एक नहीं वो कितने घरो का मान बढ़ाएं मन में है लाखो राज वो उन्हें दबाये। बँधी है... Poetry Writing Challenge-3 86 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read बेवजहा बेवजहा मैं यू घूमता रहा। न जाने मैं क्या ढूँढता रहा। तन्हा था मैं। फिर भी मैं दूसरों के साथ न जाने क्यों घूमता रहा। अकेला था मैं। उसमें न... Poetry Writing Challenge-3 47 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read तन्हा था मैं तन्हा था मैं अकेला था मैं फिर क्यो मैं, दूसरो को अपना मानता रहा। पागल था मैं। जो बेवजहा दूसरो को खुदा मानता रहा। खुदा वो मुझमे भी था। फिर... Poetry Writing Challenge-3 113 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read पिता तु पिता , तु आशरा मेरा तु खुशियों का संसार है। तुमसे ही सुसंगठित परिवार हमारा तु ही खुशियों की बहार है। तु बोझ उठाता सबका तुझमें शक्ति अपार है।... Poetry Writing Challenge-3 104 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read मैं अपना जीवन मैं अपना जीवन भारत माँ पे अर्पित कर दूँ। हे बलिदानी लोग जहाँ के मैं अपना सारा जीवन वहां समर्पित कर दूँ। हौसले होते है स्वपनों से ऊँचे जहां मैं... Poetry Writing Challenge-3 104 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 2 min read शिव तेरा नाम शिव तेरा नाम, जपऊ जितनी बाार मन भरता नही, जपऊ जितनी बार मन मन्दिरा, तु ही हे शिव सुन्दरा शिव, तेरी जय-जय-कार, करु जितनी बार मन भरता नही, जपऊ जितनी... Poetry Writing Challenge-3 80 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read हिन्दुस्तानी हे हम हिन्दुस्तानी हे हम गर्व हे हमें अपने वतन पे। ना कोई भी मान ,ना अभिमान पाते हम शान अपने वतन से। हिन्दुस्तानी हे हम गर्व हे हमें अपने वतन पे।... Poetry Writing Challenge-3 64 Share Swami Ganganiya 24 May 2024 · 1 min read पहचान ही क्या जो पहले ही कदमो में लडखडा जाये वो चाल ही क्या ? जो तेज भी दौडे और मंजिल तक न पहुँचे वो रफ्तार ही क्या ? जो चहरा देखकर मुँह... Poetry Writing Challenge-3 101 Share Swami Ganganiya 22 May 2024 · 1 min read देख के तुझे कितना सकून मुझे मिलता है देख के तुझे कितना सुकून मुझे मिलता है ये सिर्फ मैं जानता हूँ। हे तु क्या चीज,ये सिर्फ मैं जानता हूँ। हे तेरा क्या वजूद इस जहा मे ये सिर्फ... Poetry Writing Challenge-3 1 82 Share Swami Ganganiya 22 May 2024 · 2 min read कमली हुई तेरे प्यार की नशा है तेरे प्यार का कही मैं खो ना जाऊ मुझे तुमसे महोब्बत है इतनी कही मैं पागल हो ना जाऊ.. हद हो गयी है अब कर कदर मेरे प्यार... Poetry Writing Challenge-3 1 74 Share Swami Ganganiya 22 May 2024 · 1 min read देश हे अपना देश हे अपना अपना वतन भी। झण्डा हे ऊँचा ऊँचा गगन भी। ऊँचे हे हौसले छूले गगन भी। हे देश अपना अपना वतन भी। सजदा करें।। करें वीरों को नमन... Poetry Writing Challenge-3 1 85 Share Swami Ganganiya 21 May 2024 · 1 min read रक्षा बंधन 🥀⭐🍁⭐☘️🌸⭐🥀 ये भाई-बहन का त्यौहार है इसमें खुशियाँ और प्यार है रक्षा के बंधन मे बंधने को हर कोई तैयार है रक्षा करे बहनों की ये हर भाई का अधिकार... Poetry Writing Challenge-3 1 109 Share Swami Ganganiya 21 May 2024 · 1 min read वन्दे मातरम वन्दे मातरम वन्दे मातरम भारत माँ की रक्षा करे हम ऐसे हिन्दुस्तानी है हम भारत माँ की रक्षा के लिए ना ही जजबा है हममें कम वन्दे मातरम वन्दे मातरम... Poetry Writing Challenge-3 1 82 Share Swami Ganganiya 21 May 2024 · 1 min read ॐ शिव शंकर भोले नाथ र ॐ शिव शंकर भोले नाथ र तेरे ही नाम से चलती मेरी हर एक साँस र (है) ॐ शिव शंकर भोले नाथ र हे जग में सबसे ऊँचा ऊँचा तेरा... Poetry Writing Challenge-3 1 124 Share Swami Ganganiya 5 May 2024 · 1 min read फिदरत 🌸🥀🌺🌼🌹🌼🌺🥀 ** ” ** “” ** “” ** “” ** ” ** आईना रख सामने पूछ कुछ सवाल अपने आप से। फिदरत बदल जायेगी तेरी अगर मिल जाये जवाब तुझे... Poetry Writing Challenge-3 1 87 Share Swami Ganganiya 2 May 2024 · 1 min read कसूर किसका वो खुदा नहीं मिलता है ये कसूर किसका। इंतजार हम करें आराम वो करें समय बर्बाद किसका। ख्वाइशें दिल में हो या दिल ख्वाहिशों से भरा हो जो पूरी ना... Poetry Writing Challenge-3 1 136 Share Swami Ganganiya 2 May 2024 · 1 min read बरसात आसमाँ से बरसता है जब पानी। हमे याद आती है बरसात की वो बीति कहानी। हम थे और वो बरसात का पानी। नन्हें पैरों से खेलती वो लहरे घर के... Poetry Writing Challenge-3 108 Share